मैं गैरसैंण और द्वाराहाट की दो दिन की अपनी यात्रा से कल देर रात रुद्रपुर वापस आया हूं. 29 अगस्त को हम लोग गैरसैंण पहुंचे जहां पर स्थानीय लोगों ने दिल्ली-गैरसैंण यात्रा का स्वागत किया और प्रवासी उत्तराखण्डी युवाओं द्वारा गैरसैंण राजधानी के लिये किये जा रहे प्रयासों की तहेदिल से सराहना की. जोशीले नारों और जनगीतों के बीच गैरसैंण के बुजुर्ग आन्दोलनकारी शेर सिंह बिष्ट जी, राजेन्द्र शाह जी, श्रीमती धूमादेवी जी और प्रेम सिंह नेगी जी (ब्लाक अध्यक्ष - कांग्रेस) ने सभा को संबोधित किया.
30 अगस्त को द्वाराहाट में उत्तराखण्ड के शिल्पी स्व. विपिन त्रिपाठी की पुण्यतिथि के अवसर पर एक श्रद्धांजली सभा और विचार गोष्टी का आयोजन हुआ. (विषय - हिमालय बसाओ, हिमालय बचाओ). इस गोष्टी में उत्तराखण्ड के राजस्व व खाद्य आपूर्ति मन्त्री दिवाकर भट्ट, उक्रांद के शीर्षनेता काशी सिंह ऐरी जी, आन्दोलनकारी शमशेर सिंह बिष्ट जी, पी.सी. तिवारी जी, स्थानीय विधाय्क पुष्पेश त्रिपाठी जी और इस इलाके की जनता उपस्थित थी. इस अवसर पर आपातकाल और वन आन्दोलनों के दस्तावेजों की प्रदर्शनी लगायी गई. "विपिन त्रिपाठी विचार मंच", "क्रिएटिव उत्तराखण्ड - म्यर पहाड़", "जनपक्ष आजकल" पत्रिका और "म्यर उत्तराखण्ड ग्रुप" के द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में उत्तराखण्ड की दो महान विभूतियों - श्री डी.डी. पन्त और श्री जसवन्त सिंह बिष्ट के पोस्टरों का भी विमोचन हुआ. आज 31 अगस्त को नौगांव (कफड़ा), द्वाराहाट के राजकीय इन्टर कालेज में कैरियर गाइडेन्स कैम्प का आयोजन चल रहा है. साथ ही विपिन त्रिपाठी जी की पुण्यतिथि के अवसर पर 28 अगस्त से 3 सितम्बर तक द्वाराहाट में ही एक मुफ्त मेडिकल शिविर भी चलाया जा रहा है.
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