एक सन्देश गाने के रूप मैं
पुरुष स्वर- धुपरी घामा गाव सुकीगो ओ शीला पाडी पिलैदे ,
स्त्री स्वर - म्योर पहाडा पाडी सुकीगो ओ हीरू पाडी नि माँगा ,
दुवारा.....................................................................
स्त्री स्वर- धरा नौला छवाई सब बुझी गिन,
गाद -गधेरा सब सुकी गिन,
हाई पाडी हाई पाडी हाई पाडी हैगे, ओ हीरू पानी नि माँगा
म्योर पहाडा पाडी सुकीगो ...............
पुरुष स्वर - डाली न काटो पेड़ लगाओ,
पाडी बचाओ पराड़ी बचाओ.
जाग - जाग नौला और छवाई फुटेला ओ शीला पाडी पिलैदे
दुपारी धाम गाव सुकीगो ..................
continue.......remaining part of song come soon
copy right with mera pahad