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पौधरोण:नर पर्वत और कंचन गंगा क्षेत्र में रोपे पांच सौ पौध
श्रीबदरीनाथ (चमोली)। पर्यावरण की सुरक्षा एवं क्षेत्र को पालीथिन मुक्त रखने के लिए इको विकास समिति पाण्डुकेश्वर ने श्रीबदरीनाथ धाम स्थित नर पर्वत के कंचन गंगा वृक्षविहीन क्षेत्र में 500 पौध लगाकर कर भू-बैकुण्ठ धाम को हरा-भरा बनाने का बीड़ा उठाया।
नन्दादेवी राष्ट्रीय पार्क जोशीमठ के सहयोग से इको विकास समिति पाण्डुकेश्वर, जीएमआर कंपनी एवं सुपर हाइड्रों कंपनी ने मिलकर अलकनन्दा के किनारे कंचन गंगा क्षेत्र में देवदार, कैल, जमनोई, पांगर आदि मध्य हिमालयी क्षेत्रों में होने वाले पौधों का रोपण किया। वर्ष 2003 से हेमकुण्ड, फूलों की घाटी एवं गोविन्दघाट क्षेत्र में पर्यावरण की सुरक्षा में लगी इको विकास समिति पाण्डुकेश्वर एवं भ्यूंडार ने अब तक एक लाख पांच हजार से अधिक बोरे प्लास्टिक कचरे को इकट्ठा कर देहरादून एवं श्रीनगर में रिसाइक्लिंग कराई। नन्दादेवी राष्ट्रीय पार्क के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण का कार्य कर रही इको विकास समिति ने हेमकुण्ड, घांघरिया के अलग-अलग स्थानों में हर प्रकार के कचरे को इकट्ठा करने के लिए 60 से अधिक सफाई कर्मी लगाए हैं। समिति के पूर्व अध्यक्ष उत्तम सिंह मेहता का कहना है कि फूलों की घाटी को विश्व धरोहर बनाने में इको विकास समिति के कार्यो ने अहम भूमिका निभाई है। नन्दा देवी राष्ट्रीय पार्क के अनुभाग अधिकारी जीएस नेगी का कहना कि उनके विभाग ने हमेशा ही इको विकास समिति के कार्यो में पूर्णरूप से सहभागिता निभाई है और भविष्य में भी वे उनके जनपयोगी कार्यो को उचित मार्ग दर्शन देकर हर संभव सहायता करते रहेंगे।
http://in.jagran.yahoo.com/news/local/uttranchal/4_5_6581256.html