तंत्र जागा, तो उड़ी माफिया की नींद
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उत्तरकाशी, : जिले में प्रतिबंध के बावजूद गरज रहे स्टोन क्रशर व अवैध खनन पर प्रशासन ने फिलहाल पूरी तरह नकेल कस दी है। कई रसूखदारों को फायदा पहुंचाने वाला यह गोरखधंधा जनपद में लंबे समय चल रहा था, लेकिन प्रभावी तंत्र न होने से इस पर अंकुश नहीं लग पा रहा था।
दैनिक जागरण ने स्टोन क्रशर व अवैध खनन के इस गोरखधंधे को प्रमुखता से उजागर किया, तो जिला प्रशासन ने सख्त रुख अपनाते हुए इस धंधे में लिप्त लोगों पर नकेल डालनी शुरू की। जिला प्रशासन ने बाकायदा देहरादून से खनन अधिकारी व संबंधित क्षेत्रों के एसडीएम व राजस्व कर्मियों को बुलाकर इसकी जांच कराई। जिन्होंने बड़कोट, चिन्यालीसौड़ व डुण्डा ब्लाक में चल रहे सभी स्टोन क्रेशरों को मौके पर जाकर सीज किया।
साथ ही, उनके दस्तावेज भी तलब किए। अवैध खनन वाले क्षेत्रों का भी दौरा कर जिलाधिकारी को रिपोर्ट सौंपी। नतीजा यह कि इन दिनों सभी तहसीलों में पटवारी से लेकर तहसीलदार तक अवैध खनन के मामलों की जांच में जुटे हैं। सूचना मिलने पर खुद मौका मुआयना भी किया जा रहा है।
रात में खासतौर पर संदिग्ध जगहों पर नजर रखी जा रही है। जिसके चलते स्टोन क्रशर व अवैध खनन वाले स्थानों पर सन्नाटा पसरा हुआ है। जिलाधिकारी अक्षत गुप्ता ने बताया कि स्टोन क्रेशर व अवैध खनन को लेकर सभी उपजिलाधिकारियों को कड़े निर्देश दिए गए हैं।
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