Uttarakhand Updates > Anti Corruption Board Of Uttarakhand - उत्तराखण्ड में फैले भ्रष्टाचार के खिलाफ आम आदमी की मुहिम
Report Corruption Related Incidents-उत्तराखंड के भ्रष्टाचार संबंधी घटनाओं की रपट
Uttarakhand Admin:
If you see any corruption taking place within Uttarakhand then you should report the incident here in this board. Your reporting here will bring fear, shame to the offenders. Members are given an option of hiding their identity to if they wish.
यदि आपको कहीं पर भ्रष्टाचार होता दिखे तो उसकी रपट यहाँ लिखायें। आप चाहें तो अपना नाम गुप्त रख सकते हैं।
Also, in case you wish to report matters to Lokayukta Uttaranchal directly, pls find its address
Contact:
Office of Lokayukta Uttaranchal
218-Kishan Nagar Sirmaur Marg
Dehradun(U.A.)-248001
Phone: 91-135-2755766
Email: lokayukta@ua.nic.in
In the near future it will be possible to lodge an e-complaint or query on this website: http://ua.nic.in/lokayukta/
Devbhoomi,Uttarakhand:
Dear sir अगर भर्ष्टाचार को ख़त्म करने वाले ही भरष्टचारी हो तो, जिन लोगून को जनत की रक्षा करने के लिए रखा जाता है वही जनता के ऊपर अत्याचार करते हो तो फिर क्या करें, फिर जनता को ही अपनी रक्षा करनी पड़ेगी ये न्यूज़ पढिये !
ग्रामीणों ने पटवारी को जमकर धुना
कोटद्वार (पौड़ी गढ़वाल)। प्रखंड यमकेश्वर के अंतर्गत पटवारी चौकी तिलधार में ग्रामीणों ने एक पटवारी की जमकर धुनाई कर दी। पटवारी पर ग्रामीण महिलाओं से बदसलूकी का आरोप है। ग्रामीणों ने उक्त पटवारी को तत्काल हटाने की भी मांग की है।
जानकारी के अनुसार, प्रखंड यमकेश्वर के अंतर्गत तिलधार पटवारी चौकी में रह रहे पटवारी द्वारिका प्रसाद की ग्रामीणों ने शनिवार प्रात: जमकर धुनाई कर दी। ग्रामीणों का आरोप था कि पटवारी ने शराब के नशे में धुत्ता होकर ग्रामीण महिलाओं से बदसलूकी की। घटना की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंचे तहसीलदार विश्राम सिंह नेगी ने किसी तरह ग्रामीणों को शांत कराया व घायल पटवारी को अपने साथ ले गए।
ग्रामीण पटवारी को चौकी से तत्काल हटाने की भी मांग कर रहे थे। तहसीलदार श्री नेगी ने बताया प्रथमदृष्ट्या जांच के दौरान पटवारी के शराब के नशे में धुत्ता होने की बात सामने आई है। उन्होंने बताया कि शुक्रवार शाम क्षेत्र का ही एक व्यक्ति पटवारी द्वारिका प्रसाद को अपने साथ घर ले गया था।
रात को द्वारिका प्रसाद वहीं रुक गया। बताया जा रहा है कि सुबह उक्त व्यक्ति ने द्वारिका प्रसाद को पुन: शराब पिलाई व पटवारी चौकी को रवाना कर दिया। श्री नेगी ने बताया कि पटवारी को चौकी से हटा दिया गया है।
साथ ही मामले की जांच भी शुरू कर दी गई है। उधर, एसडीएम जीसी गुणवंत ने बताया कि आरोपित पटवारी के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की संस्तुति की जा रही है।
एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720:
There is another news..
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घपला: कहां गया बैंक से लिया करोड़ों का कर्ज
रुड़की (हरिद्वार)। बैंकों से ऋण तो आहरित किया गया, लेकिन यह धनराशि किसानों तक नहीं पहुंच सकी। ऋण की राशि चार करोड़ से अधिक की है, जिसको लेकर बैंक भी चिंतित है और सहकारिता विभाग के अफसर भी कि यह पैसा कैसे वापस आएगा। अब जिला सहायक निबंधक ने आठ सहकारी समितियों की जांच बैठाई है।
जिला सहकारी बैंक रुड़की द्वारा हर वर्ष सहकारी समितियों के माध्यम से करोड़ों रुपये का ऋण किसानों को दिया जाता है। इस बार भी 75 करोड़ रुपये समितियों के माध्यम से ही किसानों को देने की योजना बनाई, लेकिन समिति स्तर पर कुछ ऐसी गड़बड़ियां हो रही हैं, जिनकी जानकारी अफसरों को काफी समय बाद मिल पा रही है। दरअसल, सहकारी समितियां जितना ऋण जिला सहकारी बैंक से ले रही हैं, उतना किसानों को वितरित नहीं कर रही हैं, जिससे असंतुलन की स्थिति बन रही है। वैसे तो जिले की 22 सहकारी समितियों पर अंगुली उठ रही है, लेकिन आठ सहकारी समिति ऐसी हैं, जहां पर बड़े पैमाने पर बैंक से प्राप्त ऋण व किसानों को वितरित ऋण में अंतर आ रहा है। इन आठ सहकारी समितियों की जांच बैठा दी गई है। संबंधित ब्लाक के एडीसीओ, एडीओ व वहां की समिति के मौजूदा प्रबंध निदेशक जांच कर एक सप्ताह में रिपोर्ट देंगे कि इन बैलेंस की स्थिति कैसे बनी है। दरअसल, वर्ष 2002 से पूर्व दिए गए ऋण में गड़बड़ी अधिक हुई थी, जिसमें तीन करोड़ पचास लाख इकतालीस हजार रुपये समिति स्तरों पर गायब हो गया था। ताकि समितियों पर ब्याज का अधिक भार न पड़े, इसलिए जांच होने तक बैंक ने ब्याज न लेने का निर्णय उस समय लिया था। बावजूद इसके समितियों द्वारा यह पैसा जिला सहकारी बैंक को वापस नहीं किया गया, उल्टे इन बैलेंस की रकम भी रफ्ता-रफ्ता बढ़ती चली गई। इस वर्ष यह रकम बढ़कर चार करोड़ से ऊपर पहुंच गई। इस संबंध में जिला सहकारी बैंक ने सहकारी समिति स्तर से हो रही गड़बड़ी पर नाराजगी व्यक्त की तो जिला सहायक निबंधक एमपी त्रिपाठी ने जांच शुरू कराई है। आशंका यह जताई जा रही है कि लालढांग, बेलड़ा, ओरंगाबाद, पीतपुर, धनपुरा, खेड़ी शिकोहपुर, गिद्धावाली, डाडा जलालपुर में और भी घोटाले सामने आ सकते हैं। इन समितियों को लेकर पहले भी कई बार जांच हो चुकी है, लेकिन असंतुलन को लेकर पहली बार विस्तृत जांच बैठाई गई है, जिसमें यहां से तबादला हो चुके कई प्रबंध निदेशकों व फिलहाल सहकारी समितियों पर तैनात कुछ कर्मचारियों पर गाज गिरने की आशंका जताई जा रही है।
http://in.jagran.yahoo.com/news/local/uttranchal/4_5_6016003.html
Devbhoomi,Uttarakhand:
Grate one more news
घूस लेता आयकर अफसर दबोचा
देहरादून। कपड़ा व्यापारी से इनकम टैक्स सेटलमेंट के नाम पर पचास हजार रुपये की रिश्वत लेने के आरोप में पिथौरागढ़ के आयकर अधिकारी को सीबीआई टीम ने रंगे-हाथ गिरफ्तार कर लिया। सीबीआई ने आरोपी को आयकर कार्यालय से गिरफ्तार किया। आरोपी को देहरादून लाया जा रहा है। वह मूल रुप से उत्तार प्रदेश के बुलंदशहर का निवासी है।
प्रकरण की जानकारी देते हुए सीबीआई के डीएसपी देश दीपक ने बताया कि लोहाघाट के कपड़ा व्यवसायी जीवन चंद्र पुनेठा का मामला लंबे समय से पिथौरागढ़ के आयकर कार्यालय में लम्बित था। बताया गया कि आयकर टीम ने जीवन चंद्र की संपत्तिका सर्वे किया था पर उसका सेटलमेंट नहीं किया गया। आरोप है कि जब जीवन चंद्र आयकर कार्यालय पहुंचा तो पिथौरागढ़ के आयकर अधिकारी दिनेश कुमार सिंह ने मामला निपटाने के लिए 50 हजार रुपये की रिश्वत मांगी। जीवन ने मामले की शिकायत सीबीआई के देहरादून कार्यालय में की। प्राथमिक जांच में शिकायत सही पाए जाने पर मंगलवार को सीबीआई की टीम वरिष्ठ निरीक्षक तेज प्रकाश देवरानी के नेतृत्व में पिथौरागढ़ पहुंची। व्यापारी जीवन चंद्र पुनेठा मंगलवार सुबह साढ़े दस बजे 50 हजार रुपये लेकर आयकर कार्यालय पहुंचे। जब उन्होंने रकम आयकर अधिकारी दिनेश कुमार सिंह को दी तभी सीबीआई टीम ने उसे रंगेहाथ दबोच लिया। सीबीआई टीम ने आरोपी अधिकारी से करीब चार घंटे तक पूछताछ की। डीएसपी देश दीपक ने बताया कि आरोपी दिनेश सिंह मूल रूप से उत्तार प्रदेश के चेनपुरा, टाउन शिकारपुर जिला बुलंदशहर का रहने वाला है। सात माह पूर्व ही पिथौरागढ़ में उसकी तैनाती हुई थी। सीबीआई ने आरोपी अधिकारी के आवास पर भी छापा मारा। उसका आवास कार्यालय परिसर से सटा हुआ है। वहां से भी सीबीआई को साढ़े आठ लाख की रकम मिली। सीबीआई के मुताबिक, अधिकारी के पास इस रकम का कोई जवाब नहीं है।
http://in.jagran.yahoo.com/news/local/uttranchal/4_5_6062555.html
हेम पन्त:
Source - www.ptinews.com
Dehra Dun, May 25 (PTI) Uttarakhand Vigilance department today booked a Sub-Divisional Magistrate (SDM) and arrested her Peshkar (assistant) in a case of corruption in Nainital district, an official said.
Acting on a tip-off, a four-member vigilance team led by Inspector Anand Singh Gosain laid a trap and caught Narendra Kumar Dixit red-handed taking Rs 22,000 as bribe from the complainant Lalit Mohan, said DSP Vigilance (Kumaon region) R P Sharma.
Dixit is Peshkar (assistant) of Koshakotoli tehsil SDM Ravneet Cheema and was taking bribe for transferring the land in Mohan's name, he said.
After being arrested, Dixit alleged that he was taking bribe on behalf of the SDM, Sharma said, adding, when the vigilance officials did not believe him, he repeated his allegations before Cheema also.
Later, a case under Anti-Corruption Act was lodged against the SDM and her assistant, Sharma said.
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