Author Topic: Articles By Bhisma Kukreti - श्री भीष्म कुकरेती जी के लेख  (Read 1127345 times)

Bhishma Kukreti

  • Hero Member
  • *****
  • Posts: 18,808
  • Karma: +22/-1
Mangament Guru -24

प्रबंध शास्त्री - 24         

                          चार्ल्स हैंडी: संस्थानु मा बदलाव समजण वाळ अर बदलाव कु  बक्की (भविष्यवक्ता )   

     

                          Charles Handy : Famous for Understanding the Changing Orgaanization                        


(Notes on General management Guru, Management Theories from Old Age till date, Notes on Managemnt Thinkers and Management Practices,

Management Gurus, Marketing management Guru, Qaulity Mangement Guru, Operation Managemnt Guru,

Human Resourse Development Management Guru, )

 

                                                 Bhishm Kukreti

              चार्ल्स हैंडी को जनम आयर लैंड मा १९३२ ह्व़े , चार्ल्स हैंडी तैं महान प्रबंधन विचारकुं मा गणे जांद .

शेल पेट्रोलियम कम्पनी मा चार्ल्स भौत सालुं तक मार्केटिंग एक्जीक्यूटिव राई , फिर एम्.ऐ.टी. मा फेलोशिप का बाद

चार्ल्स हैंडी लन्दन स्कूल आफ इकोनोमिक्स मा प्रोफ़ेसर बि राई. फ्री लांसर लिख्वार क अलावा चार्ल्स रोयल सोसाइटी

ऑफ़ आर्ट्स को अध्यक्ष बि राई .

   चार्ल्स हैंडी  न ओर्गेनैजेसनल बिहेविअर या संस्थानु मा आचरण अर मनेजमेंट पर  खूब ल्याख.

   चार्ल्स हैंडी क ' शैमरौक' सिधांत भौत  प्रसिद्ध ह्व़े जां मा चार्ल्स हैंडी न संस्थानु मा कामगत्युं तैं तीन भागूं मा बाँट :

१- क्वालिफाइड प्रोफेसनल : प्रोफेसनल टेक्नीसियन, मैनेजर 

२- ठेकेदारी वाळ विशेषग्य : विज्ञापन विभाग, अनशन विभाग  आदि का कामगति

३- लचीला कामगति : जन कि साधारण मजदूर, पार्ट टैम मजदूर आदि


                  Key Books by Charles Handi

1- Understanding Organization, 1985

2-Gods of Management , 1985

3- The Age of Unreason , 1989

4- The Empty Raincoat, 1994

5- Beyond Certainity , 1995

6- The hungry spirit 


हैंको Management Guru का बारा मा फड़कि -25 मा बाँचो
Management Guru, management Thinkers  Series to be continued.......

Copyright @ Bhishm Kukreti

Bhishma Kukreti

  • Hero Member
  • *****
  • Posts: 18,808
  • Karma: +22/-1
                        Beend orJag Jagar  : An Initiating a Garhwali Folk Song for  Pandav Dance

 

          (Himalayan Traditional Dance-Songs Traditional Folk Dance-Song of Uttarakhand, Garhwali folk Dance- Song) 

                                          Bhishm Kukreti

              Pandau dance is a community folk dance of Garhwal and Kumaun. The music and songs are performed by professional

and traditional class of Kumaun or Garhwal and the people dance on the Pandau music.

     In Pandau dance, the Das/Aujess narrate the stories of Mahabharata. However, before the stories and dances are started  Aujees

sing an initiating song called ‘Beend’ or jag jagar. In this ‘Beend ‘song, Aujees worship various deities of Garhwal and in Kumaun

they remember the deities of Kumaun region.

   Apart from deities, the narrator remembers all Pandavas –Kunti, Yudhisthar, Bhim, Arjun, Sahdev, Nakul , Abhimanyu too.

  There is specific music tone for ‘Beend’ or Jag’ song

                   पंडौ नृत्य का 'बींद' या जाग जागर

हरि को हरिद्वार जाग , गाँव का भूम्या ळ जाग

धौळी पयाल जाग, छेत्र का छेत्रपाल जाग

गंगोत्री घाट जाग

भांसरी का ताल जाग

तै सातरू जाग

तै मूलु मुखेम जाग

तै तलबला सेम जाग

चन्द्रबदनी माता जाग

राज राजेश्वरी नंदा जाग

खेंटा की अंछरियों जाग

पीड़ी कि भरड़ीयो (सरडी ) जाग

बदरी केदार जाग

दूध धारी नाग जाग

धर्म युधिसठर कि गादी जाग

अर्जुन को गांडीव जाग

भीम कि गदा जाग

सतवंती कुंती माता जाग

सतवंती नारी द्रौपदी जाग

सहदेव कि लाठी जाग

नकुल कि पाटी जाग

बाला घंड्याळ अभेमन्यु जाग

जाग जाग पाँच परमेश्वर जाग

 

Source: Dr Shiva Nand Nautiyal

Himalayan Traditional Dance-Songs Traditional Folk Dance-Song of Uttarakhand,

Garhwali folk Dance- Song to be continued in next issue
….

Copyright @ Bhishm Kukreti

Bhishma Kukreti

  • Hero Member
  • *****
  • Posts: 18,808
  • Karma: +22/-1
                           सन २०१२ की बाक (भविष्यवाणी )       

(Garhwali Humour, Garhwali Satire, Humour and Satire from Uttarakhandi Languages,

Satire and Humour in Himalayan Languages.)

                       Bhishm Kukreti

       

           अब जन कि रिवाज च नयो सम्बत्सर मा गौं का पंडित जी नै सालौ भविष्य बथान्द .

ए साल बान बि पन्डि जी न बाक बोली.

            जन कि ये साल बि ह्यूंद मा हिमाला मा बर्फ़बारी ह्वेली अर मैदानी इलाका मा ठंड पोड़ली.

           अमीर लोकुं  कुणि कंपकंपी जड्डू आनंद दायक होलू. अमीर लोक अपण गरम कोट, गरम सुलार, गर्म पैंट

गरम मफलर, गरम स्वेटर, गरम दस्ताना , गरम डिसाण , हीटर , गीजर  का प्रयोग जड्डू भगाणो बान कम  कारल

पण यूँ चीजुं तैं अपण अमीरी दिखाणो बान जादा प्रयोग कारल.       


               गरीब लोक परेशान राला बल इन कर्करू जड्डू मा ज्यान बचाणो लारा कखन ल़ाण . राती आग तापणो लखड़ कखन

लाण !

              जड्डू मा अमीर लोक  जड्डू खाणो  कश्मीर, शिमला, मसूरी, नैनीताल जाला  अर उख जड्डू अं मजा ल्याल.

  ठनडन  गरीब लोक मोरणा राला अर सरकार भर्वस अ हीटर चलाणी राली , गैर सरकारी दल विरोध का गरम बथौं

चलैक माहौल तैं गरम करणे कोशिश करणा राला. सबी राजनैतिक दल गरीबुं मरणो  क आग मा  अपण राजनैतिक

भड्डूअ दाळ पकाणा राल .


         पैथराँ सरकारी कुम्भकरणी निंद टुटली अर जड्डू निरोधक इन्तजामौ बान ठेकेदारूं  खोज ह्वेली. टेंडर  पास कराये

जाल.

          इथगा मा रुड़ी ऐ जालो अर इना सरकारी ठेकेदार शीत निरोधक योजनौ पर काम शुरू कारल कि  टी.वी. अर

प्रेस मीडिया से गैर सरकारी द्लूं  तैं पता चौलल बल रूडी ऐ गे अर पारा पैंतालीस डिग्री तलक जाण बिसे गे . गैर सरकारी

द्लूं तैं टी.वी चैनलूं अर प्रेस मीडिया से इ पता चौलल बल ल़ू से सैकड़ाक लोख मोरी गेन. जनि गैर सरकारी द्लूं तैं

टी.वी. चैनल अर प्रेस से पता चौलल बल गौंऊँ  मा शहरुं  मा पाणी कि कमी ह्व़े गे, ग्रामी क बीमारी सौरणि(फ़ैलण ) 

त सबी राजौं क विरोधी दल मुख्य मंत्री से इस्तीफा मांगल तब   हरेक राज्य का मंत्र्युं  अर प्रशासन तैं पता चौलल बल

 राज्य मा रुड़ी /गर्मी से कुहाल ह्व़े गे. बस दे दनादन रुड़ी निरोध का कथगा इ  योजनौं बान जेठअ  मैना मा ठेकेदार तैनात

ह्व़े जाला . उना जड्डू निरोधक का काम शुरू इ नि ह्व़े कि इख जेठ मैना क अंत मा ग्रीष्म  निरोधक योजनौं का दस्ता गौं गौं ,

शहर शहर पौंची जाला .   

           इना ग्रीष्म निरोधक ठेकेदार पाणी कनो बट्याण पर काम शुरू कारल कि तैबरां  बरखा अर बाढ़ आई जैली . टी.वी अर

प्रेस से ही भादों -असूज मैना मा सरकार तैं पता चौलल बल बरखा से जन जीवन असत व्यस्त ह्व़े गे त बाढ़ रोको योजना

बौणली अर बाढ़  रोको योजना का ठेकेदार गौ-गौ अर शहर-शहर पौंची जाला . पण हे भगवान !

तैबारी जड्डू अपण प्रकोप फैलाण शुरू करी दयालो. 

              सरकार, सरकारी महकमा को काम करणो ढर्रा, फिलम कु ढर्रा अर चिलम पीणो ढर्रा मा बदलौ  नि

होंद त पन्डि जी कि बाक (भविष्य बाणी ) बि झूट नि होंदी. सन द्वी हजार मा बि इनी ह्व़े छौ, सन २०११ मा बि इनी ह्व़े

त सन द्वी हजार बारा मा बि इनी होण . पन्डि जी झूट  बोली नि सकदन किलैकि सरकार अर सरकारी महकमा अपण काम करणों

ढर्रा मा बदलाव लाण से  रै त सब कुछ इन चलणो रालू .

 

            रघुकुल रीति सदा चलि आई , कुवां कि खुदाई बाढ़ को मौसम मा ही ह्वाई

            जड्डू भगाओ नीति तहत  जेठ मा कमुळ बंट्याय़ी




Garhwali Humour, Garhwali Satire, Humour and Satire from Uttarakhandi Languages,
Satire and Humour in Himalayan Languages to be continued in next issue....

Copyright@ Bhishm Kukreti

Bhishma Kukreti

  • Hero Member
  • *****
  • Posts: 18,808
  • Karma: +22/-1

Mangament Guru -25

प्रबंध शास्त्री - 25     

 

                            फ्रेडेरिक्क  हर्जबर्ग :  प्रोत्साहनौ  बान स्वच्छ वतावरण , या पूठा पर चटका लगाण ?   

     

                             Frederick Herzberg :  Famous for The Hygiene-Motivation Theory                     





(Notes on General management Guru, Management Theories from Old Age till date, Notes on Managemnt Thinkers and Management Practices,

Management Gurus, Marketing management Guru, Qaulity Mangement Guru, Operation Managemnt Guru,

Human Resourse Development Management Guru, )

 

                            Bhishm Kukreti

 

                   फ्रेडेरिक्क हर्जबर्ग (1923-2000 ई ) क बिजिनेस मनेजमेंट संसार मा कथगा इ सिद्धांत प्रसिद्द ह्वेन .

पण फ्रेडेरिक्क हर्जबर्ग का यूँ सिद्धान्तुं मादे जॉब इनरिचमेंट  अर हाइजीन-मोतिवासन सिधांत जादा प्रसिद्द ह्वेन .

वैको " किक्क ऑन द आस्स  (किट्टा )"  या "पूठा पर चटका लगाओ  " सिद्धांत आज बि मनोविग्यानिकुं अर

प्रबन्धकुं बीच चर्चित विषय च . फ्रेडेरिक्क हर्जबर्ग न कामस्थानुं मा  व्यक्ति अर व्यक्ति क काम का

प्रति रुझान पर भौत ध्यान राई अर दगड मा प्रबन्धकुं तैं व्यक्ति तैं कने प्रोत्साहन दीण पर बि ध्यान राई.

                  मनिखों द्वी ख़ास जरोरात

१- तौळऐ जरोरात : दुःख से निजात पौण अर कमी तैं पूरी करण

२- अळगै जरोरात : मनिख क  मनोवैज्ञानिक विकास

                   स्वच्छ वतावरण
 मनिख जै बि वतावरण मा काम करदो  अर स्वच्छ वातावरण की कामना करदो .

कै बि कम्पनी मा स्वच्छ वतावरण का अंग इन छन

१- कम्पनी मा  नीति अर प्रशासन

२-कार्यगत  सम्बन्ध

३- कामौ शर्त, दशा, 

४-  कामगत्युं  सामाजिक स्तिथि

५- सुरक्छा

६- तनख्वा

           प्रोत्साहन का आतंरिक अंग

 १- उपलब्धि

२-पछ्याणक मिलण

३- जै काम तैं करे जांद

४- जुमेवारी मिलण

५- काम मा गति

६-विकास

                पूठा पर चटका लगाणो  सिद्धांत  (किक्क ऑन द आस्स या किट्टा )

               जादातर प्रबंधक माणदा   छया या अबि बि माणदन बल काम मा गति लाणो बान या कामगत्युं

तैं प्रोत्साहन का वास्ता पूठा पर चटका लगाण, जादा तनखा/नफा  दीण या आरामदायक वातवरण

तैं महत्व दीन्दा छया या माणदन जब कि फ्रेडेरिक्क हर्जबर्ग क मानण च बल काम मा मजा अर

आतंरिक सुख ही काम गत्युं तैं प्रोत्साहन दीन्दन .


 
                             स्व-प्रोत्साहन का गुण

                  फ्रेडेरिक्क हर्जबर्ग को मनण छौ बल असल मा जॉब इनरिचमेंट का मुख्य आयाम इ छन :

१- सेल्फ शिड्यूल /समौ क अफिक पाबन्द हूण

२- जबाबदेही

३- विशेषग्य बणणो बान   ख़ास काम करण 

                  Books by Fedrick Herzberg

1- Work and the Nature of Man , 1968

2-The managerial Choice : To be Efficient and to Be Human, 1976

3- Coauthor of The Motivation to Work, 1959

 

हैंको Management Guru का बारा मा फड़कि -26 मा बाँचो

Management Guru, management Thinkers Series to be continued.......

 

Copyright @ Bhishm Kukreti

Bhishma Kukreti

  • Hero Member
  • *****
  • Posts: 18,808
  • Karma: +22/-1

Mangament Guru -26

प्रबंध शास्त्री - 26       

                                                  गीर्ट होफस्टेड : संस्कृति मा अनेकता कु धड्वे

                           Geert Hofstede :  Famous for 'Cultural Diversity


                               

(Notes on General management Guru, , Notes on Managemnt Thinkers and Bright Management Practices,


Management Gurus, Marketing management Guru, Qaulity Mangement Guru, Operation Managemnt Guru,
 
Human Resourse Development Management Guru, )

 

                                                     Bhishm Kukreti

                         हौलैंड वासी  गीर्ट हौफस्टेड (१९२८) एक प्रसिद्ध सामाजिक मनोवैज्ञानिक अर समाज शास्त्री च.हौफस्टेड न क्रौस कल्चर

क दिसा मा भौत काम कार लोगुन ध्यान अंतररास्ट्रीय संस्थानुं मा सांस्कृतिक अनेकता क बारा मा प्रबन्धकुं अर समाज शास्त्रियुं

ध्यान आकृष्ट कार .र्ट हौफस्टेड न IBM मा काम कार अर वैन भौत सा तर्क अर सिद्धांत दुनिया तैं देन. गीर्ट हौफस्टेड न

 इंस्टीच्युट फॉर रिसर्च ऑन इंटरकलचरल 

कोर्पोरेसन  स्थापित कार. गीर्ट हौफस्टेड तैं कथगा सात विश्व विद्यालयुं न मानद पीएच.डी कि उपाधि देन.

संस्कृति सिद्धांत :   संस्कृति एक सामुदायिक पहलु च पण यू पहलु भौतिक रूप से नि दिख्यांद , हाँ संस्कृति मा

 निदिख्यांद पहलू छन - सांस्कृतिक मूल्य अर भौतिक पहलू छन धार्मिक या सामाजिक कर्मकांड

राष्ट्रीय संस्कृति : हरेक देस मा एक खास रास्ट्रीय संस्कृति बि बणदी

शक्ति-दूरी या असमान शक्ति/संसाधन वितरण  : कै बि देस मा शक्ति दूरी वांकण बुल्दन जकम  कमजोर वर्ग शक्ति पाण मा

असमानता क ई बात करद, शक्ति पाणे आशा करद कि शक्ति मा समानता आण चएंद

समूह का प्रति व्यक्तिवादी अर सामूहिक व्यवहार : हरेक समाज, समूह या देस मा व्यक्तिवादी, समूहवादी, व्यवहार पाए जांद.

कखी व्यक्ति अप ण चिंता अफिक कार्ड , कखी समूह व्यक्ति कि चिंता करद.

समाज मा पुरुष अर औरत वाद की हैसियत : हरेक देस या समाज मा पुरुसुं अर औरतुं क कर्तव्य अर अधिकार बिगळयाँ/अलग

होन्दन अर याँ से समाज की प्रतिस्पर्धा शक्ति पर फ़रक पोडद. 

अनिश्चतता तैं रुकणो तैयारी : हरेक समाज अर देस मा अनिश्चतता की मात्रा अलग अलग होंदी अर याँ से अनिश्चतता तैं रुकणो 

बान नियम अलग अलग होन्दन. कखी अनिश्चतता-डौर  भौत होंदी त नियम बिंडी होन्दन अर कखी अनिश्चतता-डौर  कम होंदी

त नियम बि कम होंदी.

प्रायोगिक धरातल कु पहलू : गीर्ट हौफस्टेड को बुलण च विका बुल्यां/लिख्यां पहलु क्वी नियम या सिद्धांत इन नि छन कि

जौं तैं दवाई कि पुडिया समजीक प्रयोग करे जवान. गीर्ट हौफस्टेड बुल्दु च बल वैका संस्कृति का पहलू विचार छन ना कि सिद्धांत

अर   संस्थान/देस/समाज/समूह  तैं यूँ पहलुऊँ कि जांच कौरिक अफुकुणि अपण हिसाब से रणनीति बणाण चएंद. 

 

                              Books by Geert Hofstede

 

1- Cultural consequences : International Differences in Work Related Values , 1980

2- Cultures and Organizations: Software of the Mind, 1991

 

हैंको Management Guru का बारा मा फड़कि -27 मा बाँचो
 Management Guru, management Thinkers Series to be continued.......



Copyright @ Bhishm Kukreti

Bhishma Kukreti

  • Hero Member
  • *****
  • Posts: 18,808
  • Karma: +22/-1

Mangament Guru -27

प्रबंध शास्त्री - 27   

                                                      जोसेफ जुरान : गुणवत्ता प्रबंधन को विशेषज्ञ   

                                  Joseph Juran : Famous for Quality Management

 

 Notes on General management Guru, , Notes on Managemnt Thinkers and Bright Management Practices,
 
Management Gurus, Marketing management Guru, Qaulity Mangement Guru, Operation Managemnt Guru,

Human Resourse Development Management Guru, )
 


                                      Bhishm Kukreti

       

               यहूदी मूल को जोसेफ जुरान (१९०४-२००६ ) को जनम रोमानिया मा एक गाँव मा ह्व़े. १९१२ इ. मा जोसेफ जुरान

अपण परिवार क दगड अमेरिका मा बस . जोसेफ न  भौत सा संस्थानों मा गुणवता विभागुं मा  काम कार अए दगड मा गुणवत्ता

प्रबंधन आन्दोलन कु काम बि करणा रैन.

                         

 ८०: २० को सास्वत नियम की पछ्याणक :  जोसेफ जुरान न विलफ्रेडो पारेटो   क नियम गुणवत्ता प्रयोग कार अर ब्वाल बल अस्सी प्रतिशत समस्या सिरफ़

बीस प्रतिशत कारणो से उपजदन. 

 मैनेजमेंट ब्रेकथ्रू : जोसेफ की किताब मैनेजमेंट  ब्रेकथ्रू मा  प्रब्धाकुं क मानव आदत-व्यवहार, अर काम करणों  तरीका   तैं समजण पर जोर दे

गुणवत्ता योजना :  इखम जोसेफ को बुलण च   बल

१- अपण ग्राहक तैं पछ्याणो

२- ग्राहकुं आवश्यकता तैं पछ्याणो

३- ग्राहकुं आवश्यकता तैं प्रबंधकों तैं अपण भाषा मा प्रयोग करण चएंद

गुणवत्ता नियंत्रण:

१-उत्पाद क गुण उत्पादन शैली अर ग्राहकुं आवश्यकतानुसार हूण चएंद .

२- उत्पाद मा इन विधि अपनाण चएंद जाण से उत्पाद उनि उत्पादित ह्वाऊ जन वै तैं बणाण चाणा छन

गुणवत्ता मा सुधार ;

१- विधि तैं उच्चतम स्तिथि मा लाओ या विधि पर ध्यान द्याओ

२- उत्पाद तैं विधि अनुसार बणण सरल हूण चयेंद

संस्थान मा गुणवत्ता जाग्रति :

१- विशेष उद्देश्य बणये जावन जु पुरा बि ह्व़े सौकन

२- उद्देश्य पूर्ति बान योजना बणण जरोरी च

३- हरेक सदस्य तैं उद्देस्यपुर्ती खातिर स्पस्ट  जुम्मेवारी दिए जाव

४- फल प्राप्ति क बाद इनाम या पुरूस्कार की व्यवस्था करण जरुरी च


जोसेफ जुरान गुणवत्ता प्रबंधन मा क्रांति लाई 



                    Books by Joseph Juran

1- Quality Control Handbook, 1951

2- Managerial Breakthrough , 1964

3-Management of Quality Control, 1967

4-Quality Planning and Analysis , 1970

5- Upper Management and Quality, 1980

6- Juran on Planning for Quality , 1988

 

हैंको Management Guru का बारा मा फड़कि -28 मा बाँचो

Management Guru, management Thinkers Series to be continued.......

Copyright @ Bhishm Kukreti
 

Bhishma Kukreti

  • Hero Member
  • *****
  • Posts: 18,808
  • Karma: +22/-1

      Kunti  Baja Nrity-Geet: A Garhwali Folk Song for Pandau Dance    

 (Garhwali folk Dance Songs, Uttarakhandi Folk Dance- Songs, Himalayan Folk dance-Songs)

                          Bhishm Kukreti

         There are many stories sung in Pandau Nrity geet by Aujees the Dhol-Damau (music instruments) players. One of the stories is very popular about the mother of Pandavas –Kunti in Pandau dance sequences.
       The story here about  Kunti  Baja song is very  sad as in the song,  the story is either about remembering King Pandu, lakshagrih or death of Abhimnayu  .
  The following folk song is about awakening the ‘Pashva’ of Kunti (on whose body the spirit of Kunti enters). The music is very slow ‘Gija-Gijadi’….. Usually, the dancer in the form of Kunti spirit, dances very slow and is mostly in pathetic rapture

                कुंती बाजा नृत्य गीत

            प्रगट ह्व़े जान, प्रगट ह्व़े जान
             प्रगट ह्व़े जान , पांच भाई पंडों
              ००० ००० ०००
           प्रगट ह्व़े जान , कुंती माता
            कुंती माता होली पंडो की माता
             ००० ००० ०००
           कोंती माता सूपीनो ह्व़े गए ताछुम ताछुम
           पांडू क सराधु कु चैन्द गैंडो ताछुम ताछुम
            ००० ००० ००००
            ओड़ू आवा नेड़ू मेरा पांच पंडऊँ ताछुम ताछुम
              तुम जावा पंडऊँ गैंडा की खोज ताछुम ताछुम

Source:
1-Puskar Singh Kandari
2-Dr Shiva Nand Nautiyal
Garhwali folk Dance Songs, Uttarakhandi Folk Dance- Songs, Himalayan Folk dance-Songs series to be continued….
Copyright@ Bhishm Kukreti

Bhishma Kukreti

  • Hero Member
  • *****
  • Posts: 18,808
  • Karma: +22/-1
चमकताळ -भड़कताळ             

 

                        बड़ आदिमौ   पछ्याणक       
 
 

    (Garhwali Humour, Garhwali Satire, Humour and Satire from Uttarakhandi Languages,
Satire and Humour in Himalayan Languages.)

                                    भीष्म कुकरेती
 
 

          कबि कबि मनिख अपणो  सुपिनों तैं पूरा करणों बान इथगा इना-उना, वार-प्वार डबकणो रौंद,

इं दुनिया- वीं दुन्या मा भटकणो रौंद  बल अपण न्याड़ ध्वार क्या हूणु च , य़ी इ पता इ नि चल्दो .
 
            अब द्याखो ना !  मी बडू आदिम बणण चाणो छौ अर यांक बान  रोज कुछ ना कुछ करण इ लग्युं रौंद,

बॉस का समणी तनखा बढाणो रुणी धाणी, प्रमोसनौ बान बॉस का बस्ता उठाण से लेकी बौसौ  कुत्ता क

  टट्टी क लिंड़र पिंदक साफ़ करण तक सबी कुछ करदो . अब मुंबई मा म्यारो एक फ़्लैट ह्व़े इ ग्याई, कार ह्व़े ग्याई  अब

मुंबई से भैर एक फ़ार्म हॉउस ल्हें ल्योलू त मी बि  बड़ो आदिम बौणी जौल. पण इन नी च दुन्या कखन से कख चलि गे, बदली गे 
 
             सी ब्याळी स्याम की इ त  छ्वीं छन .मी ओफ्फिस बिटेन ड़्यार अपण दस बै दस को ड्रवाइंग रूम

 मा (जै तैं मेरा दिल्ली अर ड्याराडूण का रिश्तेदार पीठ पैथराँ पिजनहोल या दुज्यळ बुल्दन)

घुसु कि घरवाळी कुणाट करण बिसे ग्याई .

         " तुम तैं कुछ खबर बि च ? " मेरी समज मा नी आई बल घर्वाळी  कुछ पुछणि च या दनकाणि च ,

डांटणि च .

      मीन बि तड़तड़ो ह्वेक बोली दे ," अब सरा दिन त्वी टी.वी. क समणि रौंदी त खबर ..त .. त्वे मा इ .."
 
         घर्वाळी न घुर्याण, धमकाण अर रुणफती मिलीं भौण ब्वाल," सी अनिल अम्बानी , सी टाटा,बाटा,

प्रेम जी, रुईया सब्युं क फोन टेप हुणा छन . पण हमारा इ  फोन टेप  नी हूणा छन . लोक बाग़ क्या

ब्वालल कि  हमम राजकीय सीक्रेट  लुकाणो कुछ बि नी च. सरा बिल्डिंग अर रिश्तेदारों बीच हमारी

नाक कट्याणी च ."

         " अरे ! इख्मा नाक कट्याणे बात क्या च . य़ी सौब लोक उद्योगपति छन . सरकार यूंक फोन टेप

कौरिक पता लगान्दी बल य़ी उद्योगपति क्या-क्या धान्दाली करणा छन ?" मीन बिंगाई या समजाणो
 
पुट्ठ्याजोर(कोशिस)  लगाई .

    इथगा मा म्यार बड़ो न ब्वाल," पापा ! यही त रोणे वाळी बात है  ! आज हमर कोलेज मा हमारि  बडी

बेज्जती ह्व़े  कि हम बड़ आदिम नि छंवां. सरकार जौं जौं क फोन टेप करणि च वो सब अब बड़ा आदिम छन

अर कौलेज मा सौब तैं पता चौली गे बल सरकार  हमारा फोन टेप नि करणि च  ".

     मी कुछ जबाब दीन्दो कि मेरी छ्वटि  न ब्वाल, "पता है पापा !  हमर  कोलेज मा  रिंकी, पिंकी, जौनी,

रशीदा सब्युं न  मिळवाक कौरिक हम सौब तैं कोका कोला अर फ्रेंच फास्ट फ़ूड की पार्टी द्याई किलैकी सरकार यूँ  सब्युंक

फोन टेप करणी च अर यांकी न्यूज अखब़ारूं  मा बि छपी गे "

        मीन घंघतोळ मा पूछ , " या पिंकी वै च ना जैक   बुबा न  बन विभागै जमीन प्राइवेट बिल्डरूं नाम कौरी दे छौ अर

अबि जेल बिटेन छुटिक आई. रिंकी क चचा अर मामा  टू जी घोटाला मा फंस्यां  छ्न अर रशीदा क ददा अर बुबा पर बि आठ दस 

आरोप छन  अर द्वीई बार बार जेल जाणा रौंदन अर छूटणा रौंदन...अर जौनी क ..?"

           छ्वटि न बिची  मा ब्वाल, " एंड पापा ! वी  आल आर  प्राउड दैट दे आर  ऑवर क्लासमेट्स."

   मि कुछ बोल्दु कि घर्वाळी न बोली, " आज पता च मोहल्ला मा तीन जनान्यूँ क  सामाजिक सम्मान ह्व़े ?"
 
        मीन कुछ नि ब्वाल बस आंख्युं न सैन  कार बल बोल मेरी भेमाता !

           घरवाळी न मुहल्ला पुराण चालु कार," आज पैल त मिसेज घोटालावती तैं मुहल्ला हौल मा सम्मान ह्व़े, फिर दुफरा मा मोहल्ला

    वेलफेयर बिल्डिंग मा मा मिस ब्लैक मार्केटिया क सामाजिक सम्मान ह्व़े अर चाय काल मा मिसेज स्कैम स्कैन्डलिया क

मोहल्ला सोसल रिफोर्म होंउस मा सम्मान ह्व़े"

     मीन गंगडेक ब्वाल, " पण यूंक हजबैंड या बुबा सौब शातिर लोक छन त ..."

 मेरी घर्वाळीन खुलासा कार , " हाँ सरकार यूँ सब्युंक फोन टेप करण पर लगीँ च अर ये बाबत अखबारूं मा बि खबर छपी गेन. अर

अब त भोळ बिटेन  म्यार मोहल्ला मा मुख दिखाण बि मुस्किल ह्व़े जालो."

    मीन पूछ , ' क्या स्या छ्वटि कैक दगड भगण वाळ च ?"

      मेरी पत्नी न दनकैक ब्वाल  , " तुम बि ना ! अबि तलक अपण दादा क जमानो मा ही छंवां. आजकाल कैकी बेटी ब्वारी

दस दें बि कैक दगड भाजी जावन त   बुरु नि माने जांद उलटा अच्काल त कैकी बेटी कखी नि भाजदी त  जादा बदनामी होंद."

   मीन तड़कैकी पूछ  , " ह्यां ! त हम मुख दिखाण लैक बि नि छंवां वाळ बात क्या ह्व़े ?"

      बड़ न ब्वाल," पापा ! मोहल्ले में बात फैल गयी है कि सरकार  हमारा फोन टेप नहीं  कर रही है ."

           छ्वटि न बिंगाई , " एस ! पापा टुडे  फोन टेपिंग बाई  गवर्मेंट इज सर्टेनली अ   बिग स्टेट्स सिम्बल ."

       मेरी घरवाळी न ब्वाल," अब कुछ बि कारो पण इन जतन कारो कि सरकार हमर फोन टेप करण

लगी जाउ अर यांकी खबर अखब़ारूं मा बि आण चएंद ."

        बड़ न ब्वाल, " पापा ! हमने अपने दोस्त के पापा जो टेलीफोन डिपार्टमेंट में हैं उनसे बात कर ल़ी है. ही विल हेल्प अस.:

   मीन पूछ , "क्वा च उ ? "

       छ्वटि न जबाब दे, " ओ छन ना मिस्टर टेलीफोनवाला. आप मिस्टर  टेलीफोनवाला  तैं पैलि बि मिल्यां छंवां."

          बड़न  , " पापा ! मैं मिस्टर टेलीफोनवाला  को फोन लगा के दे रहा हूँ और स्पीकर ऑन किया हुआ  है 

आप बात कर लीजिये. हमन मिस्टर टेलीफोनवाला  तैं सौब समजयुं च . बस फीस की बात बाकी च ."

     बड़न फोन लगे, स्पीकर ऑन कार अर फोन मीम दे द्याई

   मीन ब्वाल , " मिस्टर टेलीफोनवाला, " मै कुकरेती बोल रहा हूँ अभी ..."

         मिस्टर टेलीफोनवाला  , " हाँ हाँ मिस्टर कुकरेती ! आप चान्दन बल सरकार आपक फोन टेप कारो .हैं ?"

   मीन क्या बुलण छौ पण बुलण इ पोड़ , ' हाँ जी !"

           मिस्टर टेलीफोनवाला  न बथाई , " इन च खाली सरकार  फोन टेप कारली त आप तैं तीन लाख दीण पोड़ल."

      मीन खौल़े क ब्वाल , " तीन ल़ा आ आ आ आ  .."

           मिस्टर टेलीफोनवाला  , जी ! अर जु आप चाँदवां कि फोन टेप की खबर अखब़ारूं   मा बि छपी जाव त सात लाख फीस च .."

मीन  बुलणे कोशिश कार , "क्या ....."

             मिस्टर टेलीफोनवाला  न अग्वाड़ी खुलासा कार , अर जु आपकी इच्छा च की फोन टेप की बहस विधान सभा या लोक सभा मा

मा ह्वाऊ त भौत खर्चा लगी जालो. अर मैं नि लगद बल आपकी हैसियत इथगा च  ."

         मी कुछ पूछ्दो कि मिस्टर टेलीफोनवाला  न ब्वाल, " इन च अच्काल सरकार से फोन टेप हूण एक स्टेट्स सिम्बल ह्व़े गे

त ज़रा फीस जादा लगणि होली पण म्यार रेट सबसे कम छन . अर हाँ ! सौब पैसा म्यार एजेंट को ही दीण हाँ .

जनि आप सात लाख तैयार कौरी देल्या , म्यार एजेंट आप मांगन पैसा ल़ी जालो . अर  तिसर दिन बिटेन आपका फोन टेप

हूण बिसे जाल अर पंचौ दिन अखब़ारूं मा खबर छपी जाली कि  सरकार तैं मिस्टर कुकरेती पर देश द्रोही होणो शक च

अर यांका वास्ता सरकार मिस्टर कुकरेती का फोन टेप करणि च. " इथगा बुलणो बाद  मिस्टर टेलीफोनवाला  न फोन बन्द 

कौरी दे .

          बड़न ब्वाल ," पापा ! अच्काल भौत सा बैंक यांक बान सौंगु/ सरलता से लोन बि दीणा छन. आप सात लाख का इंतजाम कारो..."

           म्यार समज मा नि आणो कि इ होणु क्या च  पैल समाजप्रेमी, देशप्रेमी दिखाणो बान लोक खर्चा करदा छया.  अच्काल

देशद्रोही होण  स्टेट्स सिम्बल ह्व़े गे अर देशद्रोही होणो बान इथगा  टुटब्याग करण पड़दन ?               

 

 Garhwali Humour, Garhwali Satire, Humour and Satire from Uttarakhandi Languages,


Satire and Humour in Himalayan Languages to be continues in next issue ...
 
 Copyright@ Bhishm Kukreti

Bhishma Kukreti

  • Hero Member
  • *****
  • Posts: 18,808
  • Karma: +22/-1

Mangament Guru -28
 
प्रबंध शास्त्री - 28   

                                    रोजाबेथ  मोस कैंटर : बदलौ प्रबंधन  अर  स्वगर्व की धड्वेयाण   

                      Rosabeth Moss Kanter:  Poineer of Empowerment and Change Management
                           



Notes on General management Guru, , Notes on Managemnt Thinkers and Bright Management Practices,

Management Gurus, Marketing management Guru, Qaulity Mangement Guru, Operation Managemnt Guru,
 
Human Resourse Development Management Guru, )

 

                                   Bhishm Kukreti

 

                      रोजाबेथ (१९४३-)  क नाम कथगा इ विधाओं मा याद करे जांद. पण जादातर प्रबंध विज्ञानी वीं तैं

बदलौ प्रबंधन (Change Management ) अर स्वगर्व क धड्वे बुल्दन.


                    रोजबेथ कु जनम ओहिओ , अमेरिका मा ह्व़े अर वींक पढे नामी गिरामी अकादमी मा ह्व़े . रोजबेथ कैंटर न

मिसिगन वि.वि से पीएच .डी. की डिग्री पाई . रोजबेथ न हार्वर्ड वि.वि मा  पढ़ाई. 

       

                       रोजबेथ कैंटर की कटघ इ किताब अर डेढ़ सौ से जादा लेख छपी गेन   

  रोजबेथ मोस तैं २३ संस्थानुं से मानद डॉक्टरेट उपाधि अर कथगा इ पुरुष्कार मिलेन .


                        Key  Books by Rosabeth Moss Kanter


1- Men and Women of the Corporation, 1977

2- The Change Masters: Corporate Enterprenuers at Work, 1983 ,

3- When Giants Learn to Dance: Master the Challenge of Strategy, Management, and Careers in 1990s 1989

4- The Challenges of Organizational Change: How Companies,Experience it and Leaders Guide It, 1992

5- World Class, 1995

6- Rosabeth Moss Kanter on the Frontiers of Change, 1997

7- Confidence: How winning Streak and Loosing Streaks Begin and End


रोजबेथ तैं टाइम्स लन्दन न ' दुनया क ५० महान प्रभावी औरत ' घोषित कर ट एक हैंक संस्थान न रोजबेथ मोस कैंटर तैं

'दुनया का ५० महान विचारक' मान

 

 


हैंको Management Guru का बारा मा फड़कि -29 मा बाँचो
 
Management Guru, management Thinkers Series to be continued.......

Copyright @ Bhishm Kukreti

Bhishma Kukreti

  • Hero Member
  • *****
  • Posts: 18,808
  • Karma: +22/-1

Mangament Guru -29

प्रबंध शास्त्री - 29   



                             रोबर्ट  कपलान अर डेविड नोर्टन : स्कोरकार्ड का जन्म दाता 

                         

                  Robert Kaplan and David Norton: Famous for The Balanced Scorecard


                                                 



Notes on General management Guru, , Notes on Managemnt Thinkers and Bright Management Practices,

Management Gurus, Marketing management Guru, Qaulity Mangement Guru, Operation Managemnt Guru,
 
Human Resourse Development Management Guru, )

 

                                                    Bhishm Kukreti

     रोबर्ट कपलान (१९४०) अर डेविड नोर्टन न प्रबंधन दुनिया तैं एक नायाब विचार दे जैक नाम च ' द बैलेंस्ड स्कोरकार्ड'.

  कपलान अर नोर्टन को बुलण च बल   कम्पनी क तागत खाली फैनेंसियल बैलेंस शीट से नि दिखे जान चएंद बल्कण मा

कुछ हौरी बातुन तैं बि ध्यान मा रखण पोडल . फैनेंसियल बैलेंस शीट से रंनेती तैं कार्यवानित कनो करण को पता नि चल्दो.

                                     कपलान अर नोर्टन उपजयुं  द बैलेंस्ड  स्कोरकार्ड का कुछ ख़ास पहलु

                                            १- फाइनेंसियल यथार्थ 

फिनैन्सियल बैलेंस शीट उनि होण चएंद जन सरकार अर संबिधान तैं चएंद पण इख मा

उद्देश्य : ज़िंदा रौ ण की कीमत, सफलता, बढ़ोतरी आदि आन्द अर ओ सब चीज होण चएंद  जो अकौंटिंग मा जरुरी च

                                   २- ग्राहकुं यथार्थ : 



अ- उद्देश्य : उद्देश्य मा ग्राहक कनकैक बौणल, ग्राहक कनकैक कम्पनी क दगड जुड़याँ राला, गराहक संतुश्थी कनकैक होली अर

नफा कनकैक होलू की बात हूण चएंद

ब- मापदंड : इख्मा भौत सा मापदंड की बात हूण चएंद  जन की मार्केट शेयर , वितरण लगत, ग्राहक भक्ति अर वांको आकलन,

स्प्लायारूं  दगड  अर वितरण जंजीरों दगड सम्बन्ध को मापदंड

                                     ३- आतंरिक ब्यापार विधि क यथार्थ

अ- गोल

ब- मापदंड

                                       ४- सिखण अर नवनिर्माण

अ- गोल

ब-मापदंड 

                                        ५- स्कोरकार्ड या रणनीति को कारयावनित करण

 कपलान अर डेविड न याँ पर साथ सीढ़ी  बतैन  कि रणनीती तैं कार्यवानित करण तक कन कन काम अर विधि अपनाण चएंद 

 

                Books by Robert Kaplan and  David Norton

 

 1- The Balanced Scorcards :Translating Strategy into Action, 1996

2- The Stretegy-Focused Organization: how Balanced Scorecards Companies Thrive in the New Business

Environment , 2000   
 
 

कपलान अर नोर्टन का विचारूं बडी काट बि होंदी पण या बात सै च कि 'ड़ बैलेंस्ड स्कोरकार्ड ' न प्रबंध विज्ञानं मा धमाका कार

अर जादातर कम्पनी ये मापदंड तैं ये तरीका या वै तरीका से अपनाणा  ही छन . 

 


हैंको Management Guru का बारा मा फड़कि -30 मा बाँचो

 

Management Guru, management Thinkers Series to be continued.......

 

Copyright @ Bhishm Kukreti

 

Sitemap 1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22