Dinesh Dhyani
April 7 at 10:49am
दिल्ली एनसीआर में पहली बार गढ़वाली-कुमांउनी भाषा सिखाने हेतु एक पहल।
मित्रों उत्तराखण्ड लोकभाषा साहित्य मंच, दिल्ली के तत्वाधान में दिल्ली पैरामेडीकल एण्ड मैनेजमेंट इन्स्टीट्यूट एवं हिमालयन न्यूज की संयुक्त पहल से दिल्ली में पहली बार उत्तराखण्ड के नौनिहालों को गढ़वाली-कुमांउनी भाषा सिखाने के लिए दिल्ली पैरामेडीकल एण्ड मैनेजमेंट इन्स्टीट्यूट कैम्पस, न्यू अशोक नगर में ग्रीष्मकालीन कक्षाओं की शुरूआत किये जाने का विचार है।
इन कक्षाओं में गढ़वाली-कुमांउनी भाषाओं का लिखित ज्ञान एवं हमारी भाषओं का इतिहास, मुख्य साहित्यकारों के बारे में जानकारी एवं भाषा एवं बोली को मूल ज्ञान दिये जाने का प्रयास किया जायेगा। ताकि हमारी पीढी अपनी बोली-भाषाओं के जुड सके और दैनिक बोल चाल सहित लेखन में अपनी भाषाओं को अपना सके। देहरादून में इस प्रकार की पहल गढगौरव एवं सुप्रसिद्ध लोक गायक श्री नरेन्द्र सिंह नेगी एवं गढवाली के सुप्रसिद्ध साहित्यकार, चिट्ठी के संपादक एवं सुप्रसिद्ध सिने कलाकार श्री मदन मोहन डुकलांण जी के सफल नेतृत्व में शुरू हो चुकी है।
इस हेतु हमें हमारे भाषा विद् एवं साहित्यकारों एवं समाज का सक्रिय सहयोग अपेक्षित है। आपके सुझावों का हमें इन्तजार रहेगा। गढ़वाली-कुमांउनी बोली-भाषा सीखने के इच्छुक युवाओं से भी हमारा अनुरोध है कि अधिक से अधिक संख्या में गढ़वाली-कुमांउनी भाषा सीखने हेतु पहल करें।
सादर,
निवेदक
दिनेश ध्यानी, जयपाल सिंह रावत, अनिल पंत,
उत्तराखण्ड लोकभाषा साहित्य मंच दिल्ली।
9968502496, 9818342205, 9868372933,