शराबियों से खराब होती है पहाड़ की छवि
पिछले दिनों एक टूर पैकेज में यात्रा की | वहाँ विभिन्न क्षेत्रों से आये यात्री अपने अपने क्षेत्र की प्रशंसा कर रहे थे | मैंने भी कुमाऊँ की प्रशंसा करना शुरू कर दी | वहाँ की प्राकृतिक सुन्दरता, जलवायु , दर्शनीय स्थल, लोगों की सरलता, निश्छलता, ईमानदारी आदि की प्रशंसा की | तभी इलाहाबाद से आये ८२ वर्षीय एक सज्जन बोले - हमारे पड़ोस में भी अल्मोड़ा का एक आदमी रहता है | बहुत पीता है | ऐसे भी अपवाद होते हैं- कह कर मैंने बात टाल दी, लेकिन यह बुराई एक बड़े पहाडी वर्ग में है, इससे इनकार नहीं किया जा सकता और इस बात से पहाड़ और पहाड़ियों की छवि खराब होती है |