Parashar Gaur " पेशी " ( यमदूत के सामने )
यमदूत - अपने दूत से
उस दिन का लेखा जोखा पूछ रहा था
और कह रहा था ....
बताये ,
आज कोई , नेता , सेठ, बड़े तोंद वाला लाये हो
या, यूँही खाली हाथ आये हो ?
दूत बोला ---
आज हम एक एसा शक्श लेकर लाये है
जिसे देखकर आप भी तरस खायेंगे
है तो इन्सान पर
इंसान के नाम पर हडियों का ढांचा ही पायेंगे !
दिखाते वो बोला,,,,,, ये,,,,,
ये रिक्सा चालक है
इंसानों को खींचते खींचते
खुद को खींच नही पाया
भूख क से ग्रस्त बेचारा
आख़री सांस भी, नही ले पाया
रिक्से के घंटी पर हाथ रखे रखे
खुद अपनी घंटी बजा गया !
देखकर उसे यमदूत बोला ---
नहीं ..., ये मरा नही
इसे मार दिया गया है
आदमी ने अमीरी गरीबी का परिचय दे कर
एक उदाहरण पेश किया है
इस से इसका निवाला छीन कर
खुद का गया है और ..
इसे भूख से मरने को छोड़ दिया है !
कापी राईट @ पराशर गौर
दिनाक 19 जनबरी 2013 समय दिन के 3.36 पर