Parashar Gaur
8 hrs ·
बसंती बिष्ट ऍम पद्मश्री
एक बात मैं साफ़ करदु जो ये कह रहे है की उन्हें क्यों मिली , क्यों मिला , तो मेरा उत्तर है क्योंकि वो इसके हकदार थी ! भारत सरकार ने उनका ही सन्मान नहीं किया इस पुरष्कार को दे कर बल्कि हम सब उत्तराखँडीयू को भी समानित किया है .. ! आज हम सब कलाकार चाहिय वो किसे भे धारा से जुड़ा हुआ हो अपने को गौरवित मह्सुश कर रहा है ! हम (कलाकार ) जिनको इससे कुछ जलन होनी चाहिए थी वो सब तो गर्व महसूस कर रहा है तो फिर आप क्यों इस तरह के बेहूदे प्रश्न खड़े कर रहे हो !
उनकी गायकी जो पद्धति है वो हम मे से किससे भी कलाकार के पास नहीं है ! वे स्वयम में स्वयं है ! उनकी कला की जितनी भी प्रशंशा के जाये उतनी ही कम है ! किसी की भी अगर आलोचना करनी हो तो स्वस्थ आलोचना होनी चाहिए .. दुराग्रह से नहीं ! आप किसे एक के प्रसंशक हो सकते है इसमें कोई बुरी बात नहीं , लेकिन पुरुष्कार आप के चहितो को मिले ऐसा संभव भी नहीं , अगर मिलता है तो सबसे पहिले मुझे खुशी होगी. इसलिए की जिसे पुरष्कार मिलेगा वो भी तो मेरे ही उत्तराखंड से ही होगा ! बसंती बिष्ट जी को मेरी ,मेरे परिवार व तमाम उत्तराखण्डियों के और से बहुत बहुत बधाई !