जख्या तखी
बुनू , बल हम बडा आदिम ह्वैग्या..... तमीज से , सोच से, अर ध्यली पैसो से भी ! , जब बीटी हम यख, नार्थ अमेरिका ( कनाडा ह्वा या अमेरिका ) अया ! ... सब उत का घसा .. डाल लगली युकी झ्लुडी....., .
बडा आदिम.. ! //////// जसी बल पडया लिखा छी अर सात समन्दर पार भी ऐगीनी पर टाग़ खिचैई ,चुगली जानी आदत अभी तक भी नि गे अर जैल भी कने ..! छा त हम पहाडी ना ?
बड़ी मुश्किल से , नेगी दाद्ल , कोशिश करी की याखा का तमाम पहाडियु थै कठा कराइ जों ! उन सब्यु थै
चिठ्ठी भ्यजिनी ! फोन करी ! एक मायन्म खुदी, ओर्गानैजर बणी ! कलर्क व चपडसी भी ! सिर्फ एका बाना की हम लोग एक जगह कठा हुला अर , .. ह्वैइ भी छन ! हे भै , ... बांज पोड्ली युकी जागा ... शुरुवात अच्छी भली ह्वै पर बीचम तबरी , कैल च्युली माने की कोशिश कई दे .. आदत जू ठैरी !
" मेरी य सम्झ्म यनि आणी च की, एकी जरूरत क्या च ? अर किलै चैद हम थै ? अछा .. , चला माना .. ..., एक आर्गानैजेशन बणीगे ! आप त जण्दे छन की, यख , भी, हम गडवाल अर कुमाऊ सा छा ! ई पंचैत से मयारू सवाल यु च की ... एकु अध्यक्ष कु होलू
?? अर कह बिटी होलू ?
द जा .... कख एकता की बात छै हूणी ! यखत यूँ धडा कराणी की कोशिश शुरू कैदे ! कुछ समझदार लुखुल समझाई बुझाई की बात आई गई कै दी , पर , दिमाग्म त एक पिच त डाली दे वेन गडवाल अर कुमाऊ कु ?
संस्था बणी ! पैली कार्य-क्रम माँ द्वी ऐनी ( गड्वाली/कुमायुनी - अमेरिका अर कनाडा वाल भी ) .. हे भै .. सुआर का बचों का पेट माँ इनु डो की पूछा ना ? हैका कार्य -कर्म माँ पैलत उन अमरीकी -कनडियनि कराइ ! द्वी युका बीचमा डालर थै लेकी खीच ताणी ह्वै .. की तुमारु रुपया की कीमत कम च ये वास्ता हम आप क दगड नि ई सकदा ! द ... करा बल बात ... स्यु साब हवाय अलग अलग ... मित बुनू छौ की केकु आई होला साल यख ?
" ठीक ही बोली कैल... पहाडी भी किसके .. डाल /भात खा के खिसके .." चला हमर दगडी याने कनाडा वालो
दगड त करी करी , पर तख क्या ह्वै ... द्वी धडा ! एक न्यू जर्सी अर हैन्कू वाशिंगटन .. पाह्ड्यु का फड़का !
युतक मै चैन नि आयु .. सिकागो म भी द्वी .. हे भै .. यख उत्का पहाडी नीन जतका संथा बणी गीनी !
जब हमल यु काम , अर, इना काम कनी ही छा त वाखी रैलिदा ! के फैदा ह्वै हमरु यथा पैड़ी लेखी..
रैगया ना कूप मंडुप का मंडूप्मा ! जख्या तखी ......
पराशर गौड़
कनाडा अक्तूबर १८ ०९ सुबह १०.०७ पर