ऐसे होगा रूपया मजबूत
सरकार के भरसक प्रयास करने पर भी रुपए का गिरना जारी है।
यह स्तिथि लगातार आयत के बढ़ने और निर्यात के घटने से उत्पन्न
हुई। आयात की सूची में सबसे अधिक आयात कच्चे तेल का होता है।
हम कुल खपत का 80 % तेल आयात करते हैं जिसकी कीमत डालर में
देनी होती है। देश में सडकों पर कारों की संख्या बहुत है जिसे घटाया नहीं
जा सकता बलिक यह संख्या दिनोदिन बढती रहेगी। वर्षों से यह अपील
जारी है कि लोग कार पूलिंग करें अर्थात एक ही गंतव्य स्थान तक जाने
के लिए दो-चार व्यक्ति बारी-बारी से एक ही कार का उपयोग करें जिससे
चार करों की जगह सड़क पर एक ही कार चलेगी। पेट्रोल भी बचेगा और
सड़क पर वाहन भीड़ भी कम होगी। इस अपील पर बिलकुल भी अमल
नहीं हुआ। कार मालिक सार्वजानिक वाहन (बस ) का उपयोग करना
पसंद नहीं करते। सरकार यदि यह क़ानून बना दे कि सम और विषम
संख्या की कारें बारी-बारी से सप्ताह में तीन-तीन दिन के लिए ही सड़क
पर चलें अर्थात जिन कारों के अंत में 1, 3, 5 , 7 ,9 हो वें सप्ताह के
प्रथम तीन दिन (सो ,मं ,बु ) चलें और जिनके अंत में 2, 4, 6, 8, 0 वे
सप्ताह के दूसरे तीन दिन (वीर,शु ,शनि )चलें। इससे सडकों पर वाहन
संख्या घट कर आधी रह जायेगी, तेल का आयात घटेगा और डालर भी
कमजोर पड़ेगा।
पूरन चन्द्र कांडपाल, रोहिणी दिल्ली
17.08.2013