दिल्ली बै चिठ्ठी ऐ रै
दिल्ली क चुनावों में वाल्ट -पल्ट देखि चनरदा बतूं रईं ,"१० फ़रवरी २०१५
हुणि दिल्ली विधान सभा क ७० सीटों में बै ६७ सीटों पर कब्ज करि बेर केजरीवाल
कि आप पार्टी ल भाजपा-कांग्रेस क सफाया करि दे. आप पार्टी ल द्विये दलों कि
उम्मीदों पर मौय लगै दे. कांग्रेस जीरो और भाजपा कैं तीन सीट मिलीं. भाजपा
कि किरण बेदी कि हार पर कयेकों कि खुटां मुणी कि जमीन खिसकिगे. यां सबै
कूँ रईं 'यस ह्वल कै नि जांणी'. सयांण लोग कूँ रईं 'आप' कि सुनामी में भौत ठुल-ठुल
बोल्डर बगी गई. एक दल देखि लोग खुशि नि छी. दुसर दल पर आरोप छ कि भौत
अल्ल-बल्ल बलै बेर उनूल आपण खुटां में कुल्याडि मारी. पन्नर लाख क काव धन
कैं जुम्ल बता, चार बच्चों कि बात, नौलखी कोट, अराजक, नक्सली, चोर, बानर,
खांस, मफलर जास शब्दों क प्रयोग करि बेर व्यक्तिगत और नकारात्मक प्रचार करौ.
पैराशूट नेता और दलबदलुआं कैं टिकट मिलण पर लै लोग खुशि नि छी. यूँ सब बातों
ल लोग भतेर-भतेरे ताती रौछी और उ पेट कि गर्मी कि तासीर ल वोट खटबटी गईं."
तीन दलों क चुनाव वैदों पर चनरदा ल बता," बिजुली-पाणी मुफ्त, महिला
सुरक्षा, रोजगार, शिक्षा, मकान, दलित-मुस्लिम, झुग्गी-झोपड़ी, अनधिकृत कालोनी,
रेहड़ी-पटरी , दुकान, ऑटोरिक्शा, ई- रिक्शा आदि समाज कि भलाई बात सबै दलों
ल करी पर वोटरों ल यकीन केजरीवाल पर करौ और आप पार्टी कैं छप्पर फाड़ि-
पाख उधारि बेर बोरियां लै क्वथवांल वोट टटकै दीं. एक्जिट पॉल क अनुमान लगूणी
लै भरमता है बेर चाइये रै गाय. रिजल्ट देखि कैकै आँख फरकि गाय और कैकै आँख
ताणिये रै गाय. इतिहास में आज तक यस सिर्फ एक ता देखण में आछ जब २००९ में
सिक्किम संग्राम परिषद ल सबै ३२ सीटों पर जीत हासिल करी. आप पार्टी ल ७० में
बै ६७ सीट (९५.७%) झटकै बेर सबै विरोधियों कि हाव साफ़ करि दी. ५४.३% वोट
प्राप्त करण क लै उनूल रिकार्ड बना. 'कमल' कैं ३२.२% और 'हाथ' कैं ९.७% वोट मिलीं.
पार्क में एक बुड़ज्यू बतूं रौछी,"अंहो,आज तीन दलों ल मिठै बांटी.एक ल आपणी जीत
कि खुशि पर, दुसर ल किरण बेदी कि हारण पर और तिसर ल भाजपा क हारण पर."
,उम्मीद छ कि केजरी क्ये न क्ये जरूर करि बेर देखाल."
पूरन चन्द्र काण्डपाल, रोहिणी दिल्ली
12.02.2015