पहाड़ की सांस्कृतिक धरोहर है ऐपण (Jagran News) Jun 10, 02:01 am
रानीखेत (अल्मोड़ा)। नंदा देवी कमेटी द्वारा ऐपण, चित्रकला, काष्ठ शिल्प आदि की प्रदर्शनी का आयोजन जारी है। पहाड़ की सांस्कृतिक धरोहर ऐपण की प्रदर्शनी कला प्रेमियों द्वारा खूब सराही जा रही है। प्रदर्शनी में वीरांगना साह व मीनाक्षी साह द्वारा बनाई गई पारम्परिक ऐपण लोगों को खूब लुभा रही है। कलाकारों ने बताया कि लम्बे समय से पर्वतीय संस्कृति की पहचान ऐपण को बचाने के लिए कार्य कर रहे है। आज यह विधा लगातार खत्म होते जा रही है। इसी को बचाने के लिए यह एक प्रयास मात्र है। जिससे कि लोग इसको और आगे बढ़ा सकें। उन्होंने कहा कि विवाह, नामकरण, पूजा-पाठ आदि कार्यक्रमों में ऐपण बनाने की परम्परा बहुत पुरानी है। पहले चावल को पीस कर ऐपण बनाए जाते थे। आधुनिक समय में यह तरह-तरह के रंगों से बनाए जा रहे है। वीरांगना ने बताया कि पश्चिमी सभ्यता के प्रभाव के कारण विलुप्त होती जा रही है। युवाओं में ऐपण के प्रति रुझान कम होता जा रहा है। इसे बचाने के लिए सभी को एकजुट होकर प्रयास करने की आवश्यकता है। प्रदर्शनी देखने पहुंचे कला प्रेमियों ने कहा कि ऐपण हमारी सांस्कृतिक धरोहर है। उन्होंने वीरांगना व मीनाक्षी साह द्वारा इसे बचाने के प्रयास को प्रशंसनीय बताया। उन्होंने कलाकारों द्वारा बनाई गई कलाकृतियों को जमकर सराहा।