Uttarakhand > Culture of Uttarakhand - उत्तराखण्ड की संस्कृति
House Wood carving Art /Ornamentation Uttarakhand ; उत्तराखंड में भवन काष्ठ कल
Bhishma Kukreti:
डांगी (कफोळस्यूं , पौड़ी गढ़वाल ) में सुनार परिवार में काष्ठ कला अलंकरण, उत्कीर्णन , अंकन
Tibari, Traditional House Wood Art in House of Dangi , Kapholsyun , Pauri Garhwal
गढ़वाल, के भवनों (तिबारी,निमदारी,जंगलेदार मकान,,,खोली ,मोरी,कोटिबनाल ) में गढवाली शैली की काष्ठ कला अलंकरण, उत्कीर्णन , अंकन -588
संकलन - भीष्म कुकरेती
-
प्रस्तुत डांगी (कफोळस्यूं , पौड़ी गढ़वाल ) में सुनार परिवार का भवन दुपुर व दुखंड है। प्रस्तुत डांगी (कफोळस्यूं , पौड़ी गढ़वाल ) में सुनार परिवार के भवन में पहली मंजिल छोड़ बाकी स्थलों में काष्ठ कला आम ज्यामितीय है। प्रथम मंजिल में तिबारी है। डांगी (कफोळस्यूं , पौड़ी गढ़वाल ) में सुनार परिवार की तिबारी में चार स्तम्भ हैं। चरों स्तम्भ सपाट हैं और किसी भी प्रकार की कोई विशेष कटान की कला दृष्टिगोचर नहीं हो रही है।
निष्कर्ष निकलता है कि डांगी (कफोळस्यूं , पौड़ी गढ़वाल ) में सुनार परिवार के भवन में ज्यामितीय कटान की कला दृष्टिगोचर हो रही है।
सूचना व फोटो आभार: जगमोहन डांगी
यह लेख भवन कला संबंधित है . भौगोलिक स्थिति व मालिकाना जानकारी श्रुति से मिलती है अत: यथास्थिति में अंतर हो सकता है जिसके लिए सूचना दाता व संकलन कर्ता उत्तरदायी नही हैं .
Copyright @ Bhishma Kukreti, 2021
गढ़वाल, कुमाऊँ , उत्तराखंड , हिमालय की भवन (तिबारी, निमदारी , जंगलादार मकान ,बाखली , बाखई, कोटि बनाल ) काष्ठ कला अंकन नक्काशी श्रृंखला जारी रहेगी
Bhishma Kukreti:
:पैठाणी (थलीसैण पौड़ी ) के बहुगुणा भवन में काष्ठ कला अलंकरण, उत्कीर्णन , अंकन
Tibari, Traditional House Wood Art in House of Paithani , Thalisain Pauri Garhwal
गढ़वाल, के भवनों (तिबारी,निमदारी,जंगलेदार मकान,,,खोली ,मोरी,कोटिबनाल ) में गढवाली शैली की काष्ठ कला अलंकरण, उत्कीर्णन , अंकन -589
संकलन - भीष्म कुकरेती
-
पैठाणी (थलीसैण ) का प्रस्तुत बहुगुणा भवन ढैपुर व दुखंड है। भवन के तल व तिपुर मंजिल में ज्यामितीय कटान की सपाट काष्ठ कला के दर्शन होते हैं।
भवन के पहले मंजिल में चारों ओर जंगला बंधा है। जंगले में कई स्तम्भ हैं जो सपाट कटान के हैं। जंगले के आधार में उप जंगला बंधा है जिस पर XX आकार में उप स्तम्भ हैं।
पैठणी में बहुगुणा भवन उच्च कोटि का जंगलादार है व सभी काष्ठ कला ज्यामितीय कटान की विद्यमान है।
सूचना व फोटो आभार: जगदीश बहुगुणा
यह लेख भवन कला संबंधित है . भौगोलिक स्थिति व मालिकाना जानकारी श्रुति से मिलती है अत: यथास्थिति में अंतर हो सकता है जिसके लिए सूचना दाता व संकलन कर्ता उत्तरदायी नही हैं .
Copyright @ Bhishma Kukreti, 2021
गढ़वाल, कुमाऊँ , उत्तराखंड , हिमालय की भवन (तिबारी, निमदारी , जंगलादार मकान ,बाखली , बाखई, कोटि बनाल ) काष्ठ कला अंकन नक्काशी श्रृंखला जारी रहेगी
Bhishma Kukreti:
थापला (पौड़ी गढ़वाल ) में नेगी परिवार के भवन में गढवाली शैली की काष्ठ कला अलंकरण, उत्कीर्णन , अंकन
Tibari, Traditional House Wood Art in House of Thapla , Pauri Garhwal
गढ़वाल, के भवनों (तिबारी,निमदारी,जंगलेदार मकान,,,खोली ,मोरी,कोटिबनाल ) में गढवाली शैली की काष्ठ कला अलंकरण, उत्कीर्णन , अंकन -590
संकलन - भीष्म कुकरेती
-
संभवतया यह भवन नेगी परिवार का है।
थापला (पौड़ी गढ़वाल ) में प्रस्तुत भवन दुखंड व दुपुर है व कला दृष्टि से उतकृष्ट है। थापला (पौड़ी गढ़वाल ) में प्रस्तुत भवन में प्रथम मंजिल व खोली छोड़ कर अन्य स्थलों में सपाट ज्यामितीय कटान मिलते हैं। पथम मंजिल में संभवतया तिबारी भी थी जिसमें सपाट स्तम्भ थे व अब दरवाजों से ढक दिए गए हैं। थापला (पौड़ी गढ़वाल ) में प्रस्तुत भवन में खोली व उसके दीवालगीर (bracket ) में कष्ट कला उभर कर दृष्टिगोचर होती है। खोली तल मंजिल से छज्जों तक है। खोली के मुख्य स्तम्भ उप स्तम्भों के युग्म से निर्मित हुए हैं। उप स्तम्भ में जंजीर नुमा लड़ियों लताओं की तरह काष्ठ चित्रांकन की गयी है जो आकर्षक हैं। खोली मुरिन्ड /मथिण्ड शीर्ष / /header के परतों में में वही चित्रकला है जो उप स्तम्भों में है। खोली के मुरिन्ड /मथिण्ड में चार भुजाधारी गणपति विराजमान हैं।
खोली के शीर्ष में दोनों और बाहर दो दो दीवालगीर हैं जिनमे घोड़े व हठी मुंह जैसे कुछ चित्रांकन दृष्टिगोचर हो रहा है। दीवालगीर आकर्षक हैं।
निष्कर्ष निकलता है कि थापला (पौड़ी गढ़वाल ) में नेगी परिवार के भवन में ज्यामितीय , प्राकृतिक व मानवीय अलंकृत काष्ठ कला विद्यमान है।
सूचना व फोटो आभार: सुदेश नेगी
यह लेख भवन कला संबंधित है . भौगोलिक स्थिति व मालिकाना जानकारी श्रुति से मिलती है अत: यथास्थिति में अंतर हो सकता है जिसके लिए सूचना दाता व संकलन कर्ता उत्तरदायी नही हैं .
Copyright @ Bhishma Kukreti, 2021
गढ़वाल, कुमाऊँ , उत्तराखंड , हिमालय की भवन (तिबारी, निमदारी , जंगलादार मकान ,बाखली , बाखई, कोटि बनाल ) काष्ठ कला अंकन नक्काशी श्रृंखला जारी रहेगी
Bhishma Kukreti:
रेवा गांव (रिखणीखाळ , पौड़ी गढ़वाल ) के भवन में काष्ठ कला अलंकरण, उत्कीर्णन , अंकन
Tibari, Traditional House Wood Art in House of Reva Ganv , Rikhanikhal Pauri Garhwal
गढ़वाल, के भवनों (तिबारी,निमदारी,जंगलेदार मकान,,,खोली ,मोरी,कोटिबनाल ) में गढवाली शैली की काष्ठ कला अलंकरण, उत्कीर्णन , अंकन -591
संकलन - भीष्म कुकरेती
-
रेवा गांव (रिखणीखाळ , पौड़ी गढ़वाल ) का प्रस्तुत भवन दुपुर व दुखंड है। रेवा गांव (रिखणीखाळ , पौड़ी गढ़वाल ) में प्रस्तुत भवन में कई स्तम्भों की तिबारी /जंगल है। सभी स्तम्भ सपाट ज्यामितीय कटान के हैं। यह आश्चर्य है। भवन के अन्य भागों में भी लकड़ी में सपाट कटान ही है।
सूचना व फोटो आभार: रघुबीर सिंह बिष्ट
यह लेख भवन कला संबंधित है . भौगोलिक स्थिति व मालिकाना जानकारी श्रुति से मिलती है अत: यथास्थिति में अंतर हो सकता है जिसके लिए सूचना दाता व संकलन कर्ता उत्तरदायी नही हैं .
Copyright @ Bhishma Kukreti, 2021
गढ़वाल, कुमाऊँ , उत्तराखंड , हिमालय की भवन (तिबारी, निमदारी , जंगलादार मकान ,बाखली , बाखई, कोटि बनाल ) काष्ठ कला अंकन नक्काशी श्रृंखला जारी रहेगी
Bhishma Kukreti:
कल्पेश्वर (उर्गम , चमोली ) के एक भवन में गढ़वाली शैली की काष्ठ कला
कल्पेश्वर (उर्गम , चमोली ) के एक भवन में गढ़वाली शैली की काष्ठ कला अलंकरण, उत्कीर्णन अंकन
Traditional House Wood Carving Art from Kalpeshwar Urgam , Chamoli
गढ़वाल,कुमाऊंकी भवन (तिबारी, निमदारी,जंगलादार मकान, बाखली,खोली) में पारम्परिक गढ़वाली शैली की काष्ठ कला अलंकरण, उत्कीर्णन अंकन, - 592
(अलंकरण व कला पर केंद्रित)
संकलन - भीष्म कुकरेती
-
प्रस्तुत चित्र में तीन भवनों के जंगले दृष्टिगोचर हो रहे हैं। भवन तिपुर/ढैपुर व दुखंड हैं। तल मंजिल की खोली की काष्ठ कला व तल मंजिल में हिअ न्य स्थलों की काष्ठ कला स्पष्ट न होने से अधिक नहीं लिखा जा सकता। काष्ठ कला दृष्टि से पहली मंजिल में तीन भवनों के जंगले महत्वपूर्ण हैं। तीनों जंगलों में स्तम्भ सपाट कटान के ही हैं जैसे गढ़वाल के जंगलों में पाया जाता है किन्तु प्रस्तुत कल्पेश्वर , उर्गम घाटी के दो भवनों में स्तम्भ युग्म में हैं जो अलग शैली के ही कहे जायेंगे।
जंगले में उप जंगला भी हैं जिनमे XX व अन्य ज्यामितीय कटान की कला वाला उप जंगला है।
सब स्थलों में ज्यामितीय कटान का अलंकृत कला ही विद्यमान हैं।
सूचना व फोटो आभार: सुभाष सती
यह लेख भवन कला संबंधित है न कि मिल्कियत संबंधी . मालिकाना जानकारी श्रुति से मिलती है अत: वस्तु स्थिति में अंतर हो सकता है जिसके लिए सूचना दाता व संकलन कर्ता उत्तरदायी नही हैं .
Copyright @ Bhishma Kukreti, 2021
गढ़वाल, कुमाऊँ , उत्तराखंड , हिमालय की भवन (तिबारी, निमदारी , जंगलादार मकान , बाखली , मोरी , खोली, कोटि बनाल ) काष्ठ कला अंकन , श्रंखला जारी
कर्णप्रयाग में भवन काष्ठ कला, ; गपेश्वर में भवन काष्ठ कला, ; नीति, घाटी में भवन काष्ठ कला, ; जोशीमठ में भवन काष्ठ कला, , पोखरी -गैरसैण में भवन काष्ठ कला, श्रृंखला जारी रहेगी
Navigation
[0] Message Index
[#] Next page
[*] Previous page
Go to full version