Author Topic: Idioms Of Uttarakhand - उत्तराखण्डी (कुमाऊँनी एवं गढ़वाली) मुहावरे  (Read 143973 times)

Pawan Pahari/पवन पहाडी

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घुरूवा पिशु घुरवा  तेल , सबहु द्वि द्वि घुरू हु डेड .

मतलब- जिसका सब कुछ है उसके लिए ही कुछ नहीं.

Pawan Pahari/पवन पहाडी

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घुरूवा पिशु घुरवा  तेल , सबहु द्वि द्वि घुरू हु डेड .

मतलब- जिसका सब कुछ है उसके लिए ही कुछ नहीं.

उपयोग- सामान्य भाषा मैं बोला जाता है. जब किसी की कोई चीज़ हो और उसे ही कम मिले या न मिले.

Dinesh Bijalwan

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Maite kandaali pudkhee  pyaree-  Mayake ke to kandaali (Sinsyun) ke subzi bhee  acchi lagti hai.

हेम पन्त

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खाप सुकै दिनु...
शब्दार्थ - मुंह सुखा देना
भावार्थ - वार्तालाप करते हुए तर्क देकर किसी को निरुत्तर कर देना..


छाला घाम हाली दिनु 
शब्दार्थ - खाल खींच कर धुप में सुखा देना..
भावार्थ - किसी को बुरी तरह से डांटना या गरियाना

पंकज सिंह महर

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भुटन कम-कम, चड़कन झिक-झिक।
शब्दार्थ- छौंक की सामग्री कम होते हुये भी छौंक की आवाज अधिक करना।
भावार्थ- अपनी हैसियत से ज्यादा दिखावा करना।

**यह मुहावरा ऐसे बना कि एक निर्धन पंडित जी के घर में घी और अनाज का अभाव था, लेकिन वे अपने पड़ोसियों को यह दिखाना चाहते थे कि वे गरीब नहीं हैं, इसे चरितार्थ करने के लिये वे सुबह शाम घी का छौंका लगाते थे। भुटन (छौंक की सामग्री) कम होने पर वह थोड़े से घी पर पानी के छींटें मारते रहते थे, ताकि लोगों को लगे कि पंडित जी के यहां खूब छौंक वाली भोज्य सामग्री बनाई जा रही है।

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720

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यह कहावत, उत्तराखंड के बागेश्वर जिले के अंतिम गाव झुनी जो की पिंडारी के नज्दीग है उस बना है ! इस गाव के आगे हिमालय है !

    " नाग माथी माश ना, झुनी माथी गों ना"

यानी नाखून के ऊपर मांस नहीं, झुनी से आगे गाव नहीं !

हेम पन्त

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गौं कि देखछा गौं को गौंनो1 देख

नानतिन कि देखछा नानतिनाको दगङो2 देख.

(1)गौंनो - गांव के अन्दर पहुंचने वाला रास्ता
(2)दगङो - संगत / दोस्ती


भावार्थ- गांव में रहने वाले लोगों की सभ्यता का अन्दाजा गांव के रास्ते से और लङके के आचरण का अनुमान उसकी संगत से लगता है.

पंकज सिंह महर

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खान खिनैकि च्योलो, लड़न खिनैकि भतीजो
शब्दार्थ- खाने के लिये लड़का और लड़ने के लिये भतीजा
भावार्थ- भाई-भतीजावाद करना, खतरे वाले काम के लिये दूसरे का इस्तेमाल करना।

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720

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लाद के ले और गाद के ले
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इस मुहावरे का मतलब है -  जरुरत से ज्यादे लालच करना !

लाद यानी पेट और गाद यानी झोला -  यानी पार्टी में भोजन करके कुछ भोजन tiffin में भी ले जाना !

Dinesh Bijalwan

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mai ku bhi aur mera madan ko bhi

ye kahawat bhi lagbhag  usi sandarbh me  prayog hoti hai jaise - laad ke le aur gad ke le- yaani mere liye bhi aur mere madan ( saathi/ bete)  ke liye bhi.

 

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