कुमाऊं में साल भर में अनेक छोटे-बड़े त्योहार होते हैं। फूलदेई एक मात्र ऐसा त्योहार है जिसे खासतौर पर बच्चे मनाते है। इस त्योहार के लिए मिझोव, बुरांस और पियूली के फूल वे एक दो दिन पहले ही एकत्र कर लेते हैं।
फूलदेई चैत मास की पहली तिथि को मनाया जाता है। इस पर्व के दिन बच्चे सुबह उठकर स्नान करने के बाद एक डलिया में मिझोव, बुरांस आदि फूल लेकर दूसरों की देली में जाकर फूल देई छम्मा देई, दैणी द्वार भर भकार, तेरी देई उनौ बारंबार गीत गाकर लोगों के सुखमय जीवन की कामना करते हैं। दीगर है कि चैत मास की पहली तिथि से भिटोली भी शुरू हो जाती है। पहाड़ में आज भी भिटौली की प्रथा है। चैत मास के दिन अधिकांश भाई अपनी बहन की कुशल क्षेम लेने उसके ससुराल जाते हैं।