उत्तराखण्ड की लोककथाओं में प्रेम कथाओं का िवशेष महत्व हें यह लोक गाथाओं के रूप में गाई जाती हैा हालांिक अलग अलग िहस्सों में इन कहािनयों को अपनी तरह से लोक गायकों ने प्रस्तुत िकया है लेिकन जब समग्रता से इसे देखते हैं तो कुछ कहािनयां ऐसी हैं िजन्होंने उन पात्रों को आज भी गांवों में जीवंत रखा हैा यहां प्रचिलत कहािनयों की पष्ठभूिम में िवषम भौगोिलक पिरिस्थितयों से उपजी िदक्कतें साफ झलकती हैंा सामािजक, सांस्कितक और आिर्थक िभन्नताओं के बावजूद प्रेम का एक व्यापक फलक तैयार हुआा राजुला मालूशाही हो या हरूहीत या िफर प्रेम वेदना में तड्फती रामी बौराणी यह यहां की प्रेम कथाओं के अमर पात्र हैंा आज जब भी प्रेम की बात होती है तो उसे पाने के िलए आदर्श राजुला ही हैा राजुला मालूशाही की गाथा िकतनी अमर है इसका अनुमान इसी बात से लगाया जा सकता है साइबर युग में जहां प्रेम की बात संचार माध्मों से हो रही हो वहां भोट की राजुला का वैराट, चौखुिटया आने और मालूशाही का भोट की किठन यात्रा प्रेिमयों का आदर्श हेा
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