पौराणिक सोमनाथ का मुख्य मेला - Maasi, Almora (Uttarakhand)
ओड़ा भेंटने की रस्म निभाने उमड़े सैकड़ों
चौखुटिया: मासी का ऐतिहासिक व पौराणिक सोमनाथ का मुख्य मेला सोमवार को उमंग भरे वातावरण के बीच हर्षोल्लास के साथ संपन्न हो गया। सोमनाथ का यह मेला सात दिनों तक
चलता है, समापन 18 मई को होगा। आज का खास आकर्षण रामगंगा नंदी में पत्थर
फेंककर ओड़ा भेंटने की रस्म रहा। अपनी तय बारी के अनुसार मासीवाल आल के
ग्रामीणों ने पहले ओड़ा भेंटा।
मेले में कौतिक्यारों की भारी भीड़ रही तथा सामान की जमकर खरीददारी की। दोपहर बाद रामगंगा नदी के आरपार बसे दो आल क्रमश: कनौणी व मासीवाल के ग्रामीण
गाजे-बाजे व नागाड़-निशानों के साथ गाते नाचते व जोश-खरोश से मेला स्थल की ओर पहुंचे। इस दौरान पारंपरिक ढ़ाल- तलवार नृत्य व झोड़ा गायन की खूब धूम रही। इस वर्ष मेले में उत्साह व उमंग का खासा संगम देखने को मिला।
मेले की परंपरा के अनुसार सायं 3 बजे दोनों आलों के ग्रामीणों ने निर्धारित समय पर ओड़ा भेंटने की रस्म पूर्ण की। अपनी तय बारी पर मासीवाल आल के लोगों ने 4 जोडे़ नगाड़े-निशानों के साथ पहले दौड़ लगाकर नदी में पत्थर फेंककर ओड़ा भेंटने की परंपरा निभाई। इसके बाद कनौणी आल के ग्रामीणों ने ओड़ा भेंटा।
आज के मुख्य मेले में मासी, कनरै,
ऊंचावाहन, कनौणी, डांग, कोटयूड़ा-मासी, आदिग्राम फुलोरिया व झुडंगा समेत आसपास के गांवों के लोग नागाड़े-निशानों के साथ समूह में पहुंचे। मेला शाम सात बजे त चलता रहा। पूर्व से ही सोमनाथ व्यवसायिक मेला रहा है, जो पूरे सात दिनों तक चलता है।(source dainik jagran)