भगदड़ से घायलों के इलाज में दिक्कत
देवीधुरा। मां बाराही धाम में शनिवार को हुए पत्थर युद्ध में सबसे अधिक लमगड़िया एवं वालिक खामों के लोग चोटिल हुए। मंदिर परिसर में बनी दर्शक दीर्घा में बैठे लोग भी जख्मी हुए। एक दर्जन से अधिक महिलाएं भी चोटिल हुईं हैं। यहां लोगों के नजदीक से बग्वाल का नजारा देखने की उत्सुकता उन्हें लगातार भारी पड़ती जा रही है। कुछ वर्षों से यहां दर्शक दीर्घा में चोटिल होने का सिलसिला शुरू हो गया है।
बग्वाल समाप्त होने के बाद अपने परिजनों की स्थिति जानने के लिए लोग प्राथमिक उपचार स्थल में दौड़ने लगे जिससे भगदड़ की स्थिति पैदा होने के साथ चिकित्सकों को उपचार करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। वालिक खाम से बग्वाल खेल रहे उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी संघ के प्रांतीय अध्यक्ष राम सिंह कैड़ा एवं वालिक खाम के प्रमुख बद्री सिंह बिष्ट घायलों में शामिल हैं।
घायलों के परिजनों द्वारा जल्द इलाज कराने के आग्रह के चलते सांस्कृतिक मंच में बने अस्थायी चिकित्सा शिविर में अफरा-तफरी मची। मेला कमेटी के संरक्षक लक्ष्मण सिंह लमगड़िया एवं सामाजिक कार्यकर्ता राजू बिष्ट, मेला संयोजक विनोद गड़कोटी, भाजयुमो के कार्यकर्ता एलडी जोशी, दिनेश चम्याल, त्रिभुवन चम्याल, गौरव सिंग्वाल आदि ने स्थिति को नियंत्रित करने के साथ व्यवस्था बनाने में सहयोग किया।
मुख्य चिकित्साधिकारी डा.एचएस पांगती के नेतृत्व में डिप्टी सीएमओ डा.आरके जोशी, डा.प्रदीप बिष्ट, डा.आरडी भट्ट, डा.निशिकांत, डा.केआर सौन, बहादुर फिरमाल, योगेश कनौज्जिया, अनिल वर्मा, एमसी जोशी आदि ने घायलों का उपचार किया।
सीएमओ के अनुसार घायलों का सांस्कृतिक मंच एवं चिकित्सालय में इलाज किया।
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