खेल सामग्री के निर्माण की विधियां
कुमाऊँ में बाल मनोरंजन के लिए विविध प्रकार की खेल सामग्री भी परम्परागत रुप से निर्मित की जाती थी। आधुनिक खिलौनों के प्रचलन तथा खेलों के बदलते रुपों ने परंपरागत खेलों और खेल सामग्री को मैदान से बाहर कर दिया है। ये परम्परागत खेल कई प्रकार के है जैसे- झिटालू की बन्दूक, बाँस की पिचकारी, बाजा, पिपरी, गिल्ली-डंडा, घुर्रा या लट्टू, बाघ-बकरी की गोटें, गाड़ी, अडु, गट्टा या दानी, अंठी, दमुवे, बाल्ली, घुच्ची, राजा-रानी खेल आदि। इन परंपरागत खेलों में कई प्रकार की स्थानीय वनस्पतियाँ प्रयोग में लायी जाती है, जो इस प्रकार है- Princepia Utilis का तना, Leaves of Anaphalis Contorta, Culm of Dendrocalamus Strictus Strictus and Chimnobambusa Spp. and Phragmites karka, Seeds of Magifera indica nad Prunus persica Stem and bark of Pinus longifolia, Acorn of Quercus spp. seeds of Sapindis mukorossi, Musa paradisics, Stem of Quercus spp. etc.