Poll

आपके अनुसार विकास की दृष्टि से उत्तराखंड ने १०० % मैं से कितना विकास किया है ?

below 25 %
46 (69.7%)
50 %
11 (16.7%)
75 %
5 (7.6%)
100 %
2 (3%)
Can't say
2 (3%)

Total Members Voted: 62

Voting closes: February 07, 2106, 11:58:15 AM

Author Topic: 9 November - उत्तराखंड स्थापना दिवस: आएये उत्तराखंड के विकास का भी आकलन करे  (Read 108882 times)

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720

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मेरे हिसाब से उत्तराखंड के हुक्मुरान ने कभी राज्य के विकास को अपना पहला कर्तव्य नही बनाया ! जब जब उत्तराखंड दिवस आया एक दो घडियाली आसू बहा दिए !

एक और बड़ा प्रशन क्या हुवा उन लोगो का जिहोंने उत्तराखंड राज्य बनने के लिए अपना बलिदान दिया ?

क्या हुवा उन शहीदों के परिवारों का जिहोने ने उत्तराखंड राज्य के निर्माण के लिए अपना जिन्दगी निछावर कर दी ?

नेता लाल बती मई घुमुते रहे !

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720

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Status of my village after 8 hrs.

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नाम                   : एम् एस मेहता

पहले गाव का नाम       :  जारती

विकास खंड का नाम.         कपकोट

जिले का नाम   :  बागेश्वर

प्रशन ) उत्तराखंड बनने के बाद आपके क्षेत्र मे क्या मुख्य विकास हुवा ?

  उत्तर ..  मे कहूँगा १०० मे से ५ प्रतिशत ...

  प्रशन )  उत्तराखंड बनने के बाद आपके गाव से और क्षेत्र के कितने लोगो को रोजगार मिला ?

  उत्तर ..  मेरे गाव को तो छोडिये .. बगल के गावो के किसी भी लोगो कोई नौकरी नही मिली.
 
  प्रशन ) उत्तराखंड बनने के बाद क्या आप के क्षेत्र मे सड़क की सुविधा आयी?

  उत्तर ..  सड़क अभी वही है, जहाँ पहले थी..

प्रशन ) उत्तराखंड बनने के बाद क्या आप के गाव मे स्वास्थ्य सुविधा सुधरी  ?

  उत्तर ..  कोई परिवर्तन नही. .

प्रशन  )  क्या आपके क्षेत्र में बिजली-पानी की सुविधा पहले से बेहतर हुई?


 उत्तर :  आजकल तो आज भी ख़राब है.
तो आप उत्तराखंड के विकास तो १०० मे से कितने अंक देगे :_5 %

अन्य : कहने को बहुत है.. लेकिन क्या होगा ?

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720

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tHIS IS THE STATUS.



Status of my village after 8 hrs.

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नाम                   : एम् एस मेहता

पहले गाव का नाम       :  जारती

विकास खंड का नाम.         कपकोट

जिले का नाम   :  बागेश्वर

प्रशन ) उत्तराखंड बनने के बाद आपके क्षेत्र मे क्या मुख्य विकास हुवा ?

  उत्तर ..  मे कहूँगा १०० मे से ५ प्रतिशत ...

  प्रशन )  उत्तराखंड बनने के बाद आपके गाव से और क्षेत्र के कितने लोगो को रोजगार मिला ?

  उत्तर ..  मेरे गाव को तो छोडिये .. बगल के गावो के किसी भी लोगो कोई नौकरी नही मिली.
 
  प्रशन ) उत्तराखंड बनने के बाद क्या आप के क्षेत्र मे सड़क की सुविधा आयी?

  उत्तर ..  सड़क अभी वही है, जहाँ पहले थी..

प्रशन ) उत्तराखंड बनने के बाद क्या आप के गाव मे स्वास्थ्य सुविधा सुधरी  ?

  उत्तर ..  कोई परिवर्तन नही. .

प्रशन  )  क्या आपके क्षेत्र में बिजली-पानी की सुविधा पहले से बेहतर हुई?


 उत्तर :  आजकल तो आज भी ख़राब है.
तो आप उत्तराखंड के विकास तो १०० मे से कितने अंक देगे :_5 %

अन्य : कहने को बहुत है.. लेकिन क्या होगा ?


एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720

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आठ साल आठ मुख्य प्रशन उत्तराखंड राज्य के विकास के ?

  1)    क्या उत्तराखंड के स्थायी राजधानी बन पायी ?
  २)    क्या उत्तराखंड से विस्थापन की दर कम हुयी
 ३)   क्या उत्तराखंड में रोजगार के साधन जगे !
  ४)   क्या उत्तराखंड के गावो तक सड़क मार्ग का विस्तार हुवा ?
  ५)   क्या उत्तराखंड के पर्यटन का विकास हुवा ?
  ६)   क्या उत्तराखंड के स्वाथ्य सुविधा मे सुधार हुवा ?
  ७)  क्या उत्तराखंड के शिक्षा के स्थर मे सुधर हुवा ?
  ८)  आखिर प्रशन, आखिर क्या बदला उत्तराखंड में

पहला प्रशन :
  1)    क्या उत्तराखंड के स्थायी राजधानी बन पायी ?

राजधानी का प्रशन उत्तराखंड के इन आठ सालो में प्रमुख रहा लेकिन अभी तक भी इस विषय पर कोई प्रगति नही हुयी !  दीक्षित आयोग की रिपोर्ट ही आयी जो की अभी तक जनता के सामने नही रखी गयी !

क्या उत्तराखंड के शहीदों और जनता के साथ यह एक धोखा है ?

क्या उत्तराखंड को एक और आन्दोलन राजधानी के लिए लड़ना होगा ?

प्रशन बहुत से ?

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720

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Question 2 :

२)    क्या उत्तराखंड से विस्थापन की दर कम हुयी

We have received asthonishing fact on mirgation from Uttarakhand. Presently 35 lacs uttarakhandi are in Delhi. The figure may be slightly lessor in other metro cities.

There several villages in Uk have emptied. It is obvsious that Govt has been failed to generate employmente opportunities and and basic infrastructure.

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720

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Here is a sample of our state developmet. Go through this news from Daink jAGRAN


डिप्लोमा इंजीनियर भी आंदोलन की राह परNov 05, 11:22 pm

नैनीताल। उत्तराखण्ड डिप्लोमा इंजीनियर्स महासंघ ने लंबित समस्याओं का निराकरण नहीं होने पर रोष जाहिर किया है। सरकार के रवैये से खफा महासंघ ने समस्याओं के हल को लेकर 24 नवंबर से आंदोलन का बिगुल फुंकने का ऐलान किया है।

महासंघ के मंडलीय अध्यक्ष सीएस पांडेय ने बताया कि लंबे समय से राज्य के अभियंत्रण विभागों में कर्मचारी समस्याओं को लेकर सरकार से गुहार लगा चुके है, लेकिन समस्याएं ज्यों की त्यों बनी हुयी है। उन्होंने प्रांतीय नेतृत्व के निर्देशों का हवाला देते हुए कहा कि सभी डिप्लोमा इंजीनियर्स अब सरकार के उदासीन रवैये के खिलाफ राज्यव्यापी आंदोलन शुरू कर देंगे। आंदोलन के पहले चरण में सभी डिप्लोमा इंजीनियर 24 नवम्बर को जिला मुख्यालय पर एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित करेगे। उन्होंने कहा कि छठे वेतन आयोग की सिफारिशों को लेकर कर्मचारी आशंकित है, इसलिए आंदोलन में शत प्रतिशत भागीदारी जरूरी है। उन्होंने महासंघ के सभी जिलाध्यक्षों से आंदोलन को सफल बनाने की अपील की है।

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NOW SEE THIS NEWS.
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राज्य स्थापना दिवस पर जगमगाएंगे सरकारी भवनNov 05, 11:22 pm

नैनीताल। राज्य स्थापना की आठवीं वर्षगांठ पर जिले में कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इस दिन सरकारी भवनों को रोशनी से जगमगाया जाएगा। साथ ही विभागों द्वारा शिविरों के माध्यम से विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का प्रचार किया जाएगा। डीएम हरिताश गुलशन ने कार्यक्रमों के सफल आयोजन के लिए समितियों का गठन करने के निर्देश दिए हैं।

उन्होंने बताया कि राज्य स्थापना दिवस की वर्षगांठ पर 8 व 9 नवंबर को पूर्वाह्न 11 बजे स्कूली बच्चों, एनएसएस व एनसीसी कैडेटों द्वारा तल्लीताल धर्मशाला से मल्लीताल फ्लैट मैदान तक रैली निकाली जाएगी। दोपहर 12 बजे फ्लैट मैदान पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। राज्य स्थापना दिवस पर सरकारी विभागों द्वारा योजनाओं की जानकारी देने के साथ ही उपलब्धियों का प्रचार-प्रसार व जनप्रतिनिधियों से योजनाओं का शिलान्यास अथवा उद्घाटन कराया जाएगा।

8 से 9 नवंबर तक एसजीआरवाई व स्वरोजगार मिशन, सार्वभौम योजना, ऋण सह योजना व अन्य योजनाओं से संबंधित शिविर लगाए जाएंगे। शहर में विशेष सफाई अभियान चलाया जाएगा। नगरपालिका हाल में अपराह्न 2 बजे से 5 बजे तक फोटो प्रदर्शनी व वृत्त चित्र दिखाया जाएगा। जिले में स्थापित महापुरुषों के स्मारकों व मूर्तियों पर जनप्रतिनिधियों द्वारा माल्यार्पण किया जाएगा। डीएम ने कार्यक्रमों के सफल संचालन के लिए समितियों का गठन किया है।


एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720

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Here is a sample of our state developmet. Go through this news from Daink jAGRAN


डिप्लोमा इंजीनियर भी आंदोलन की राह परNov 05, 11:22 pm

नैनीताल। उत्तराखण्ड डिप्लोमा इंजीनियर्स महासंघ ने लंबित समस्याओं का निराकरण नहीं होने पर रोष जाहिर किया है। सरकार के रवैये से खफा महासंघ ने समस्याओं के हल को लेकर 24 नवंबर से आंदोलन का बिगुल फुंकने का ऐलान किया है।

महासंघ के मंडलीय अध्यक्ष सीएस पांडेय ने बताया कि लंबे समय से राज्य के अभियंत्रण विभागों में कर्मचारी समस्याओं को लेकर सरकार से गुहार लगा चुके है, लेकिन समस्याएं ज्यों की त्यों बनी हुयी है। उन्होंने प्रांतीय नेतृत्व के निर्देशों का हवाला देते हुए कहा कि सभी डिप्लोमा इंजीनियर्स अब सरकार के उदासीन रवैये के खिलाफ राज्यव्यापी आंदोलन शुरू कर देंगे। आंदोलन के पहले चरण में सभी डिप्लोमा इंजीनियर 24 नवम्बर को जिला मुख्यालय पर एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित करेगे। उन्होंने कहा कि छठे वेतन आयोग की सिफारिशों को लेकर कर्मचारी आशंकित है, इसलिए आंदोलन में शत प्रतिशत भागीदारी जरूरी है। उन्होंने महासंघ के सभी जिलाध्यक्षों से आंदोलन को सफल बनाने की अपील की है।

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राज्य स्थापना दिवस पर जगमगाएंगे सरकारी भवनNov 05, 11:22 pm

नैनीताल। राज्य स्थापना की आठवीं वर्षगांठ पर जिले में कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इस दिन सरकारी भवनों को रोशनी से जगमगाया जाएगा। साथ ही विभागों द्वारा शिविरों के माध्यम से विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का प्रचार किया जाएगा। डीएम हरिताश गुलशन ने कार्यक्रमों के सफल आयोजन के लिए समितियों का गठन करने के निर्देश दिए हैं।

उन्होंने बताया कि राज्य स्थापना दिवस की वर्षगांठ पर 8 व 9 नवंबर को पूर्वाह्न 11 बजे स्कूली बच्चों, एनएसएस व एनसीसी कैडेटों द्वारा तल्लीताल धर्मशाला से मल्लीताल फ्लैट मैदान तक रैली निकाली जाएगी। दोपहर 12 बजे फ्लैट मैदान पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। राज्य स्थापना दिवस पर सरकारी विभागों द्वारा योजनाओं की जानकारी देने के साथ ही उपलब्धियों का प्रचार-प्रसार व जनप्रतिनिधियों से योजनाओं का शिलान्यास अथवा उद्घाटन कराया जाएगा।

8 से 9 नवंबर तक एसजीआरवाई व स्वरोजगार मिशन, सार्वभौम योजना, ऋण सह योजना व अन्य योजनाओं से संबंधित शिविर लगाए जाएंगे। शहर में विशेष सफाई अभियान चलाया जाएगा। नगरपालिका हाल में अपराह्न 2 बजे से 5 बजे तक फोटो प्रदर्शनी व वृत्त चित्र दिखाया जाएगा। जिले में स्थापित महापुरुषों के स्मारकों व मूर्तियों पर जनप्रतिनिधियों द्वारा माल्यार्पण किया जाएगा। डीएम ने कार्यक्रमों के सफल संचालन के लिए समितियों का गठन किया है।

See these two reports. How Uk is making progress.

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720

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राज्य स्थापना दिवस को काले दिवस के रूप में मनाने का ऐलानNov 06, 11:50 pm

गंगोलीहाट(पिथौरागढ़): वास्तविक राज्य आंदोलनकारियों का चिन्हीकरण नहीं होने से राज्य आंदोलनकारी संयुक्त संघर्ष समिति में खासा रोष व्याप्त है। इसके खिलाफ समिति ने आगामी 9 नवंबर को राज्य स्थापना दिवस का बहिष्कार करने की चेतावनी दी है। समिति ने कहा है कि वह आंदोलनकारियों की उपेक्षा के विरोध में राज्य स्थापना दिवस को काले दिवस के रूप में मनायेंगे।

उपजिलाधिकारी के माध्यम से प्रदेश के राज्यपाल, मुख्यमंत्री और जिलाधिकारी को प्रेषित ज्ञापन में राज्य आंदोलनकारी संयुक्त संघर्ष समिति गंगोलीहाट के अध्यक्ष कल्याण सिंह धानिक, श्यामाचरण उप्रेती, किशन चन्द्र उप्रेती, जगदीश भंडारी, राजेन्द्र लाल वर्मा, देवी रावल और बृजेश जोशी सहित अन्य प्रमुख आंदोलनकारियों ने कहा है कि पृथक राज्य के लिये सक्रिय भूमिका निभाने वाले वास्तविक राज्य आंदोलनकारियों का चिन्हीकरण नहीं करके प्रदेश सरकार द्वारा घोर उपेक्षा की गयी है। उन्होंने कहा है कि राज्य गठन के आठ वर्ष पूरे होने वाले है परंतु अभी तक गंगोलीहाट तहसील में आंदोलनकारियों का चिन्हीकरण नहीं हुआ है। सरकार की इस उपेक्षा से वर्षो तक आंदोलनरत रहे आंदोलनकारियों में भारी मायूसी व्याप्त है। समिति ने इसे घोर उपेक्षा करार देते हुये 9 नवंबर को राज्य स्थापना दिवस का बहिष्कार कर इस दिवस को काले दिवस के रूप में मनाने की चेतावनी दी है। संयुक्त संघर्ष समिति ने कहा है कि स्थापना दिवस पर सभी राज्य आंदोलनकारी इस उपेक्षा के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन भी करेगे।


पंकज सिंह महर

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This news shows how much progress we have made. Yesterday, i was wawtching Uttarakhand news on ETV, there were protest in several parts of UK. Somewhere, it was student and in other places other people.

राज्य स्थापना दिवस को काले दिवस के रूप में मनाने का ऐलानNov 06, 11:50 pm

गंगोलीहाट(पिथौरागढ़): वास्तविक राज्य आंदोलनकारियों का चिन्हीकरण नहीं होने से राज्य आंदोलनकारी संयुक्त संघर्ष समिति में खासा रोष व्याप्त है। इसके खिलाफ समिति ने आगामी 9 नवंबर को राज्य स्थापना दिवस का बहिष्कार करने की चेतावनी दी है। समिति ने कहा है कि वह आंदोलनकारियों की उपेक्षा के विरोध में राज्य स्थापना दिवस को काले दिवस के रूप में मनायेंगे।

उपजिलाधिकारी के माध्यम से प्रदेश के राज्यपाल, मुख्यमंत्री और जिलाधिकारी को प्रेषित ज्ञापन में राज्य आंदोलनकारी संयुक्त संघर्ष समिति गंगोलीहाट के अध्यक्ष कल्याण सिंह धानिक, श्यामाचरण उप्रेती, किशन चन्द्र उप्रेती, जगदीश भंडारी, राजेन्द्र लाल वर्मा, देवी रावल और बृजेश जोशी सहित अन्य प्रमुख आंदोलनकारियों ने कहा है कि पृथक राज्य के लिये सक्रिय भूमिका निभाने वाले वास्तविक राज्य आंदोलनकारियों का चिन्हीकरण नहीं करके प्रदेश सरकार द्वारा घोर उपेक्षा की गयी है। उन्होंने कहा है कि राज्य गठन के आठ वर्ष पूरे होने वाले है परंतु अभी तक गंगोलीहाट तहसील में आंदोलनकारियों का चिन्हीकरण नहीं हुआ है। सरकार की इस उपेक्षा से वर्षो तक आंदोलनरत रहे आंदोलनकारियों में भारी मायूसी व्याप्त है। समिति ने इसे घोर उपेक्षा करार देते हुये 9 नवंबर को राज्य स्थापना दिवस का बहिष्कार कर इस दिवस को काले दिवस के रूप में मनाने की चेतावनी दी है। संयुक्त संघर्ष समिति ने कहा है कि स्थापना दिवस पर सभी राज्य आंदोलनकारी इस उपेक्षा के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन भी करेगे।



 

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