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 क्या उत्तराखंड के पहाडी क्षेत्रो मे हवाई सेवा शुरू की जा सकती है ?

हौं / Yes
29 (100%)
नही / No
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कह नही सकता ? / Cant'say
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Total Members Voted: 29

Voting closed: March 04, 2012, 12:51:01 PM

Author Topic: Aviation Service - क्या उत्तराखंड के पहाडी क्षेत्रो मे हवाई सेवा शुरू होनी चाहिए  (Read 76678 times)

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720

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Thsi is good news. Let hope for early start of this project.

देहरादून (एसएनबी)। पंतनगर से भी अब हवाई यात्रा का सपना जल्द ही पूरा होने वाला है। हवाई यातायात की प्रमुख कंपनी किंगफिशर आगामी माह की 15 तारीख से दिल्ली के लिए उड़ान शुरू करने जा रही है। हालांकि, कंपनी की योजना 29 मार्च को ही यह सेवा शुरू करने की थी लेकिन, कुछ कारणों से उसे योजना में बदलाव करना पड़ा।
किंगफिशर कंपनी के उत्तराखंड सहयोगी पंकज शाह ने बताया कि पंतनगर से दिल्ली की हवाई सेवा का आस-पास के लोगों को बड़ी ही बेसब्री से इंतजार है। यात्रियों की मांग को देखते हुए कंपनी ने हवाई सेवा शुरू करने का निर्णय लिया है। हवाई अड्डे पर काम चलने की वजह से उड़ान की तिथि को बदल दिया गया है। पंतनगर से दिल्ली के लिए हर रोज एटीआर एयर बस की एक उड़ान जाएगी। दिल्ली से पंतनगर के लिए जहाज 3 बजे उड़ेगा और 4 बजे पहुंचेगा। जबकि, दिल्ली के लिए वापसी में यह शाम करीब 4 बजकर 25 मिनट पर पंतनगर से उड़ेगा। शुरू-शुरू में एटीआर विमान शुरू की जा रही है बाद में, यात्रियों की मांग को देखते हुए और भी सेवाएं शुरू की जाएगी।
उन्होंने बताया कि पंतनगर से शुरू हो रही हवाई सेवा का लाभ प्रदेश के कुमाऊं मंडल समेत पड़ोसी राज्य के भी यात्री उठा सकेंगे।
उनका कहना था कि पंतनगर में ही सिडकुल की करीब तीन सौ कंपनियां काम कर रही हैं। आए दिन उघमियों को जरूरत के चलते दिल्ली की यात्रा करनी पड़ती है। हवाई सेवा की सुविधा न होने के चलते उन्हें कार से यात्रा करनी पड़ती है। जबकि, हवाई सेवा शुरू होने से वह समय व धन दोनों की बचत कर सकेंगे। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश के बरेली जनपद के उघमियों को भी इस सेवा का भरपूर लाभ मिलेगा, क्योंकि उन्हें दिल्ली तक की यात्रा करने में कम से कम 7 घंटे का समय जाया करना पड़ रहा है। पंतनगर से हवाई यात्रा करके वह आधा समय बचा सकेंगे।
उनका कहना था कि सीजन होने की वजह से भारी संख्या में यहां आने वाले पर्यटक भी इसका लाभ उठा सकेंगे। इससे प्रदेश में पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने बताया कि हवाई यात्रा के लिए लोगों ने अपनी सीटें बुक कराना शुरू कर दिया है। वैसे भी सीजन के चलते उन्हें शुरूआत में ही लाभ की काफी संभावना नजर आ रही है। श्री शाह ने बताया कि पंतनगर को कार्गों हब बनाए जाने की भी योजना पर विचार चल रहा है। ऊधमसिंह नगर के कई किसान अपने माल को बाहर के बाजार में बेचने के लिए हवाई सेवा की मांग कर रहे हैं। उनका कहना था कि भविष्य में यहां प्रदेश का सबसे बड़ा कार्गो हब बनने की संभावना है।


एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720

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See this good news...


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The Uttarakhand government on Tuesday said the Pantnagar airport in the Kumoan region would be expanded further for the operation of Boeing and Airbus aircraft in view of heavy industrialisation and tourism potential in the area.

This follows completion of work on the new runway, which is now 4,500-feet long. The Airports Authority of India carried out the modernisation work at a cost of Rs 75 crore.

The town came into prominence last week with the launch of Tata Motors’ Nano, the world’s cheapest car. Companies like Nestle and Bajaj Auoto already have operations here.

“The first phase of the work has been completed and now under the second phase, the Pantnagar airstrip would be expanded to 7,000 feet,” said a top official. The government has already acquired the land for the purpose.

Meanwhile, Kingfisher Airlines has postponed its move to start a regular flight to Pantnaagar in view of some pending repair work at the airport. The Kingfisher flight, which was scheduled to operate last Saturday, would now fly in another 15 to 30 days, the official said.

 

हेम पन्त

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Source : Dainik Jagran, May 07, 2009

पिथौरागढ़। भाजपा के स्टार प्रचारक एवं गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी की जनसभा को लेकर प्रशासनिक स्तर पर सुरक्षा के काफी इंतजाम किये गये थे। परन्तु पिथौरागढ़ की लावारिस पड़ी नैनी-सैनी हवाई पट्टी को देखने वाला कोई नहीं था। जिस वक्त श्री मोदी का हवाई जहाज पट्टी पर उतरने की तैयारी रहा था ठीक उसी वक्त दो जानवर रनवे के पास आ गये।

बुधवार को पौने बारह बजे नरेन्द्र मोदी का जहाज नैनी सैनी हवाई पट्टी पर पहुंचा। जहाज तेजी के साथ लैंडिग करने लगा ठीक इसी वक्त नैनी सैनी हवाई पट्टी के आसपास चर रहे जानवरों में से दो जानवर रनवे तक पहुंच गये थे। एक तरफ जहाज रनवे को छूने की तैयारी कर रहा था वहीं दूसरी तरफ जानवरों के रनवे पर पहुंचने से वहां तैनात सुरक्षा कर्मियों के हाथ पांव फूल गये। सुरक्षा एजेंसियों के कर्मचारियों द्वारा रनवे तक पहुंचे जानवरों को हटाना शुरू किया गया। परन्तु जानवर रनवे पर ही दौड़ने लगे। बामुश्किल सुरक्षा कर्मियों द्वारा जानवरों को रवने से खदेड़ा गया। जानवरों के रनवे से छोड़ते ही जहाज ने भी रनवे छू लिया था। थोड़ा विलम्ब होने पर कुछ भी हादसा हो सकता था।

मालूम हो कि विगत सोलह वर्षो से तैयार नैनी सैनी हवाई पट्टी चालू नहीं होने से लावारिस पड़ी हुई है। हवाई पट्टी का उपयोग कार सीखने या फिर जानवरों के विश्राम के लिये हो रहा है। चुनाव काल या कभी कभार कुछ विशिष्ट लोगों के विमान ही यहां पर उतरते है।

Devbhoomi,Uttarakhand

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उत्तराखंड के पहाडों मैं जहाँ आज भी लोग सड़कों कि आने राह देख रहे हैं क्या कभी उन्हीं पहाडों मैं हवाई सेवा हो सकती है?

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720

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गौचर से हवाई सफर आज से
« Reply #84 on: August 10, 2009, 10:16:08 AM »
गौचर से हवाई सफर आज सेAug 09, 10:16 pmबताएं

At least good news for people visiting Kedarnath and other areas.

गौचर (चमोली)। मौसम ने साथ दिया तो सोमवार से गौचर हवाई पट्टी से बदरीनाथ, घांघरिया व केदारनाथ के लिए हवाई सेवाएं शुरू कर दी जाएंगी। इसके लिए ग्लोबलवेक्ट्रा व श्री हरिकृष्ण एवेएशन मिशन लिमिटेड प्रदेश सरकार से अनुमति ले चुके है और कंपनी ने यात्री किराया भी तय कर दिया है। ग्लोबल वेक्ट्रा के आपरेशन आफिसर कै. अमित मछेजा व हरिकृष्ण ऐविएशन लिमिटेड के डाइरेक्टर हरविन्द्र सैनी के अनुसार प्रति यात्री गौचर से सिखों के पवित्र तीर्थस्थल हेमकुंट साहिब के स्टापेज घांघरिया तक का किराया 17 हजार रुपये, केदारनाथ तक 34 हजार रुपये और बदरीनाथ के लिए 17 हजार रुपये निर्धारित किया गया है। गौचर से घांघरिया व बदरीनाथ के लिए लगभग सवा घंटा व केदारनाथ के लिए ढाई घंटे का समय लगेगा। उन्होंने बताया कि मौसम की स्थिति व यात्रियों की संख्या पर ही हेलीकाप्टर की उड़ान निर्भर करेगी।

http://in.jagran.yahoo.com/news/local/uttranchal/4_5_5693012.html

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720

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Please go through the news on the subject,
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Uttarakhand to launch re-bidding for airport

Shishir Prashant / New Delhi/ Dehra Dun September 12, 2009, 0:21 IST

The Uttarakhand State Infrastructure Development Corporation Ltd (USIDCL) would shortly initiate the re-bidding process for hiring a consultant for the modernisation and expansion of the Naini-Saini airport at the hilly Pithoragarh district.

The move came after USIDCL, a state government enterprise, received a lacklustre response to the bidding process for hiring a consultancy firm early this year.

Only one bid was received in the process that forced the civil aviation department to initiate the process all over again.

When contacted, Civil Aviation Principal Secretary P C Sharma confirmed the move and said re-bidding process would be initiated shortly.

Besides, the expression of interests (EoIs) were also invited for expansion and strengthening of runway and upgrade of associated operational infrastructure and terminal facilities at the airport, which is gathering dust for the past several decades.

A couple of EoIs in this regard have been received and the officials are pursuing them.

The government intends to invest Rs 45 crore for the upgrade and modernisation of the Naini-Saini airport in Pithoragarh for promoting tourism and wants the airport to be developed under public-private partnership (PPP) mode.Significantly, last year also, the Naini Saini airport hit a roadblock as the government cancelled the tender process for hiring a consultancy firm on technical grounds.

The civil aviation department had invited tenders from various companies to suggest designing of the Naini-Saini airport. After evaluation process, the government was zeroing on engineer consultant and project manager RITES.

But Airport Planner and Design, a private company, raised objections over the tender procedure saying it quoted lower rates than RITES and threatened to move the court.

Sensing trouble, the government cancelled the entire tender process. Later, the government decided to hand over the airport development process to USIDCL, which was set up last year. The government has so far spent Rs 22-24 crore for the acquiring 17.8 hectare for the Pithoragarh airport where a total of 85 people were given compensation at the rate of Rs 1,200-1,300 per nali.

Under the modernisation plan, the airport is being upgraded to facilitate the landing of 70-72 ATR aircraft.

The airstrip of the airport would be made 1650 m long and 60 m wide. A separate terminal building will also be constructed.

http://www.business-standard.com/india/news/uttarakhand-to-launch-re-bidding-for-airport/369812/

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720

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 In keeping with its move to connect major Indian metros with smaller cities across the country, Jet Airways Konnect, Jet Airways’ all-economy, no-frills service, will introduce daily, direct services to Dehradun from New Delhi, effective March 28, 2010.

(live-PR.com) - In keeping with its move to connect major Indian metros with smaller cities across the country, Jet Airways Konnect, Jet Airways’ all-economy, no-frills service, will introduce daily, direct services to Dehradun from New Delhi, effective March 28, 2010.

The new Konnect service, which marks the addition of Dehradun to Jet Airways’ extensive pan-India network, will operate aboard a state-of-the-art ATR 72-500

 

 
aircraft.

Flight 9W 2635 will depart New Delhi at 1015 hrs, arriving in Dehradun at 1115 hrs. Flight 9W 2636 will then depart Dehradun at 1145 hrs, arriving back in New Delhi at 1245 hrs.

According to Mr. Nikos Kardassis, CEO, Jet Airways, “We are delighted to add Dehradun to our network with the introduction of the new daily flights to the city from New Delhi. Besides being the capital of Uttarakhand and a very popular tourist destination, Dehradun is also one of the country’s leading educational centres and as such, there has been growing demand for enhanced air connectivity on this sector. We are confident that our new Jet Airways Konnect service will prove very popular with our guests.”

*Conditions Apply.

About Jet Airways

Jet Airways currently operates a fleet of 89 aircraft, which includes 10 Boeing 777-300 ER aircraft, 12 Airbus A330-200 aircraft, 53 next generation Boeing 737-700/800/900 aircraft and 14 modern ATR 72-500 turboprop aircraft. With an average fleet age of 4.66 years, the airline has one of the youngest aircraft fleet in the world.

Flights to 61 destinations span the length and breadth of India and beyond, including New York (both JFK and Newark), Toronto, Brussels, London (Heathrow), Hong Kong, Singapore, Kuala Lumpur, Colombo, Bangkok, Kathmandu, Dhaka, Kuwait, Bahrain, Muscat, Doha, Abu Dhabi, Dubai, Jeddah, Sharjah and Riyadh.


About Jet Airways Konnect

Jet Airways Konnect is Jet Airways’ all-economy service on key domestic routes, designed to meet the needs of the low-fare segment with value-for-money fares.

Jet Airways Konnect links five major metros- Mumbai, Delhi, Chennai, Bengaluru and Kolkata - with several destinations across India, operating over 195 flights daily.

Jet Airways and its all-economy, no-frills Jet Airways Konnect service together operates over 300 flights daily.


About JetLite

JetLite is a wholly owned subsidiary of Jet Airways India Ltd. and was acquired by Jet Airways in April 2007. Positioned as an all-economy, no-frills airline, JetLite operates a fleet of 23 aircraft, which includes 16 Boeing 737 series and 7 Canadian Regional Jets 200 Series. The airline flies to 28 domestic destinations and 2 international destinations (Kathmandu and Colombo), operating over 110 flights a day, on average.

Jet Airways, Jet Airways Konnect, its all-economy, no-frills service, and JetLite have a combined fleet strength of 112 aircraft and operate over 410 flights daily.


Press Information:
Jet Airways (India) Ltd.

Litolier Chambers, 'A' Wing, 5th Floor,
Andheri-Kurla Road, Andheri (East),
Mumbai 400059, Maharashtra, India

Contact Person:
Parinaz Driver
Assistant Manager
Phone: +91 22 4019 1000
eMail: eMail

Web: http://www.jetairways.com



 
http://www.live-pr.com/en/jet-airways-konnect-to-fly-daily-r1048419121.htm

हेम पन्त

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Uttarakhand looks into expansion of airports
« Reply #87 on: April 10, 2010, 10:23:23 AM »
Source : www.financialexpress.com

Dehradun: The Uttarakhand government has embarked upon an ambitious plan to boost air connectivity in the state, which will involve the expansion of existing airports, as well as establishment of additional facilities.

The Jollygrant airport here was upgraded by the Airports Authority of India (AAI) last year for operation of large Boeing 737 and Airbus-320 class aircraft at a cost of Rs 100 crore, considering the traffic potential and requirement projected by the airlines.

Night landing facilities have now been provided at the airport and its newly constructed airstrip is 7,000 metres long and 150 metres wide.

This exercise is now being replayed at the Pantnagar airport in Kumaon region, which is also being upgraded to handle Boeing and Airbus operations at a cost of Rs 75 crore.

In addition, the government is in the process of modernising the Pithoragarh airport in Kumaon region of the state. The state government hopes to facilitate additional flights to and from the Jollygrant airport in future through further expansion of infrastructure.

The state civil aviation department is working out a plan to set up a hangar for housing a workshop to carry out routine maintenance of aircraft landing at this airport.

Currently, there is no maintenance workshop for aircraft in Uttarakhand and its nearby areas.

With the establishment of this facility, aircraft flying on this route will be able to avail of maintenance services, which will enhance the prospects of regular flights to and from Uttarakhand, according to officials.

The hangar may be leased out to a private company for setting up the workshop and the government has already earmarked a sizeable piece of land for this purpose at Jollygrant, from where flig hts to New Delhi are being operated on a regular basis. The state government is also interested in upgrading airstrips in the Uttarkashi and Chamoli districts.

Previously, these airstrips were not suitable for operation of 20 and 50-seater class aircraft due to their location and surrounding terrain, which will be rectified under the upgrade plan.

Himalayan Warrior /पहाड़ी योद्धा

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There is no progress on Naini Saini and other proposed Airports of Uttarakhand even after formation of uttarakhand state.

There is no hope even in future. Except of Jolly grant and Pant Nagar, there is no air connectivity in hill areas of Uttarakhand.





What is UK's Govt stand on this . See some related information first.

नैनी-सैनी हवाई पट्टी, पिथौरागढ़

लोकेशन पिथौरागढ़-धारचूला मोटर मार्ग पर
पिथौरागढ़ मुख्य शहर से
4 कि0मी0 पूरब की ओर
लैटीट्यूड 29‘40‘‘N
लौंगीट्यूड 80‘13‘‘ E
रनवे ओरिएन्टेशन 14/32
रनवे डाइमैन्शन 1330 मीटर लम्बाई , 20 मीटर चौड़ाई
बेसिंक स्ट्रिप डाइमैन्शन 1430 मीटर लम्बाई,  43 मीटर चौड़ाई
टर्निंग पैड साइज 45 मीटर x 11.5 मीटर (दोनों छोर पर)
एप्रन डाइमैन्शन 50 मीटर लम्बाई 30 मीटर चौड़ाई
टैक्सीवे डाइमैन्शन 50 मीटर लम्बाई 15 मीटर चौड़ाई
एलसीएन/पीसीएन (रनवे/टैक्सीवे/एप्रन) 18
समुद्र तल से ऊँचाई  1463 मीटर (4800 फीट) 
एयरपोर्ट केटेगरी 2 A एफआर

Some more details.

 
इस हवाई पट्टी का निर्माण वर्ष 1996 में किया गया है
 वापस..
 
 
प्रस्तावित कार्य 
 
 
 इस हवाई पट्टी को अभी क्रियाशील नहीं किया जा सका है। राज्य गठन के बाद उत्तराखण्ड की हवाई पट्टियों को क्रियाशील करने के ध्येय से तथा नियमित वायु सेवाऐं प्रारम्भ करने के लिये एयर आपरेटर्स के साथ बैठकें की गई  अभी कम यातायात को दृष्टिगत् करते हुए हवाई कम्पनियॉ अपनी सेवाऐं प्रारम्भ करने हेतु उत्सुक प्रतीत नहीं होती हैं। उन्हें इस क्षेत्र के लिये प्रेरित करने हेतु पूर्वोत्तर राज्यों की ही भॉति सब्सिडी का प्रस्ताव भारत सरकार को किया गया था, परन्तु कतिपय कारणों से ऐसा नहीं हो सका 
 चूँकि हवाई पट्टियों का निर्माण राज्य के पर्यटन स्थलों के भ्रमण हेतु पर्यटकों की सुगमता को देखते हुए किया गया है अतः समन्वित प्रयास यह किया जा रहा है कि राज्य के स्वामित्व वाली हवाई पट्टियों में समस्त आधारभूत सुविधाओं का विकास कर उन्हें पर्यटन व्यवसाय के लिये पर्यटन विभाग को हस्तान्तरित किया जायेगा। इस दिशा में प्रयास किये जा रहे हैं 
 दिनॉक 29-9-2004 को हवाई पट्टी का स्थल निरीक्षण भारतीय विमान पत्तन प्राधिकरण के अधिकारियों से करवाया गया।  निरीक्षण आख्या प्राप्त हो चुकी है   
 एटीआर-72 टाइप एयरक्राफ़्ट के संचालन को देखते हुए हवाई पट्टी की वर्तमान लम्बाई चौड़ाई को कम पाया गया है। प्रस्ताव किया गया है कि यदि 50 सीटर एटीआर-72 टाइप विमानों का परिचालन वी0एफ0आर कण्डीशन में यहॉ से किया जाना है तो कुल 56 हैक्टेयर (140 एकड) अतिरिक्त भूमि की आवश्यकता होगी ,जिससे एयरस्ट्रिप का डाइमैन्शन 2000 मीटर लम्बाई में और 200 मीटर चौड़ाई में किया जाना होगा
 वर्तमान तारबाड़ को चारों ओर से शिफट किया जाना है 
 प्रवेश द्वार सुरक्षा के प्रबन्ध किये जाने हैं 
 सुरक्षा हेतु बाउण्ड्रीवाल का निर्माण किया जाना है 
 शहर से टर्मिनल काम्पलैक्स तक के लिये लिंक रोड बनाया जाना है 
 रनवे की पूरब की ओर समानान्तर जा रही बिजली की तारों को शिफट किया जाना है 
 वर्तमान टर्मिनल बिल्डिंग एवं कार पार्क एरिया का सुधार किया जाना है अथवा नये कन्ट्रोल टावर के साथ नये टर्मिनल
बिल्डिंग का निर्माण किया जाना है 
 ग्नि सुरक्षा एव सुरक्षा प्रबन्ध हेतु नये फायर स्टेशन का निर्माण किया जाना है 
 नई संचार सुविधाऐं एवं तकनीकी सुविधाऐं विकसित की जानी हैं 
 मौसम की जानकारी हेतु मौसम केन्द्र की स्थापना की जानी है
 रनवे/टैक्सीवे और एप्रन की किसी विशेषज्ञ की राय से सही सतह लेपन करते हुए सफ़ेद रंग से मार्किंग की जानी है 
 हवाई पट्टी के लिये विद्युत आपूर्ति हेतु 11 के0वी0ए0 विद्युत लाइन की व्यवस्था की जानी है 
 हवाई पट्टी के विस्तारीकरण हेतु जिलाधिकारी पिथौरागढ़ द्वारा ग्राम सैनी,ओड़माथा एवं सुजई की कुल 227 नाली भूमि प्रभावित होनी बताई गई है। इस भूमि को अध्याप्त करने पर अनुमानित 252.77 लाख का व्यय प्रतिकर के रुप में ऑकलित किया गया है। इस अतिरिक्त भूमि के अर्जन से उक्त हवाई पट्टी पूर्व दिशा में 190 मीटर तथा पश्चिम दिशा में 110 मीटर लम्बी हो जायेगी तथा 10-10 मीटर दोनों दिशाओं में चौड़ी भी हो जायेगी। इस पर निर्णय लिया जाना है कि अभी चूँकि वर्तमान पट्टी के लिये ही व्यवसायिक अथवा नियमित विमान सेवाऐं प्रारम्भ नहीं हो पाई है,ऎसे में विस्तारीकरण का कार्य प्रस्तावित किया जाये अथवा नहीं 
 
to view this information in details kindly vist :-

http://www.uttara.in/hindi/civil_aviation/runways/naini_saini.html#b1


Devbhoomi,Uttarakhand

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पहले सड़कों की सेवा तो सुचारू रूप से शुरू हो,हवाई सेवा तो ,अभी दिल्ली दूर है

 

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