उत्तराखंड में योग गुरु स्वामी रामदेव के पतंजलि योगपीठ हरिद्वार में गोमूत्र के अर्क तथा जड़ी-बूटियों से कई रोगों की दवाइयां बनाई जा रही हैं। उनके केंद्र ने गोमूत्र के अर्क तथा जड़ी-बूटियों से हृदयरोग के लिए गोतीर्थ हृदयरक्षक, उच्च तथा निम्न रक्तचाप के लिए गोतीर्थ रक्तचाम नियंत्रक, मधुमेह के लिए गोतीर्थ मधुमेहहारि, शरीर के भीतरी तथा बाहरी अंगों की सूजन दूर करने के लिए गोतीर्थ शोधहर, मोटापा घटाने के लिए गोतीर्थ मेदोहर अर्क, जोड़ों के दर्द, गठिया, आर्थराइटिस के लिए गोतीर्थ पीडाहर, पेट के विकारों के लिए गोतीर्थ उदर रोग हर, खुजली और फोड़े, फुंसियों, दाद, रिंगवर्म तथा रक्त दोष जन्य विकारों के लिए गोतीर्थ अर्क, गुर्दो की कार्यप्रणाली तथा गुर्दे के रोगों के लिए गोतीर्थ लीवर टानिक, एड्स और यौन रोगों के लिए गोतीर्थ यौवन रक्षक अर्क एवं बवासीर के लिए गोतीर्थ बवासीर नाशक सहित लगभग 24 औषधियों का निर्माण किया जा रहा है।
इन बातों से स्पष्ट हो रहा है कि "गौ माता" हमारे लिए कितनी उपयोगी है | मैं मानता हूँ कि उत्तराखंड में गौ माता अर्थात गाय को सम्मान से देखा जाता है, उसकी सेवा की जाती है | इसी भावना को हम उत्तराखंडियों को बनाये रखना आवश्यक है ताकि हमारा राज्य एक आदर्श राज्य बन सके |