देहरादून-हरिद्वार-नैनीताल ‘मिशन टाउन’
जेएनएनयूआरएम के अंतर्गत तीनों शहरों में ही होंगे प्रमुख रूप से कार्य
देहरादून। जवाहर लाल नेहरू शहरी नवीनीकरण मिशन योजना (जेएनएनयूआरएम) नगर विकास मंत्री मदन कौशिक के जिले में सबसे तेज दौड़ रही है। आश्चर्य दून जिले की स्थिति पर है। चार वर्षोँ में यहां करीब 50 फीसदी ही खर्च हो पाया है। हरिद्वार की बात करें तो यहां खर्च की स्थिति करीब 80 फीसदी है।
सदन में कांग्रेस विधायक दिनेश अग्रवाल के अतारांकित सवाल के जवाब में मिशन योजना की यह हकीकत सामने आई। अग्रवाल ने पिछले चार वर्षों में मिशन योजना की ए-टू-जेड स्थिति के बारे में पूछा है। मिशन योजना में तीन शहर देहरादून, नैनीताल, हरिद्वार को मिशन टाउन माना गया है।
यानी इन शहरों में ही प्रमुख रूप से कार्य होंगे। मगर सब मिशन टाउन बतौर तीस से ज्यादा शहरों को लिया गया है। इन जगहों पर मिशन योजना के अंतर्गत स्वीकृत परियोजनाओं की लागत 69678.64 लाख है। चार सालों में अभी तक 30630 लाख ही रिलीज किया गया है। खर्च की स्थिति देखें, तो यह सिर्फ 18338.75 लाख है।
जेएनएनयूआरएम: जिले में कहां क्या स्थिति
जनपदस्वीकृत लागत अवमुक्तखर्च (लाख क्व में)
नैनीताल 9644.52 3605.08 1425.75
ऊधमसिंहनगर 5839.00 2917.87 2216.00
पिथौरागढ़ 1096.02 548.01 428.00
चंपावत 381.15 190.58 3.00
अल्मोड़ा 833.32 416.66 154.00
देहरादून 38574.98 15093.28 7798.00
हरिद्वार 12724.21 7565.81 6102.00
पौड़ी 585.44 292.71 212.00
30 से ज्यादा शहरों को माना गया सब मिशन टाउन
खर्च में हरिद्वार सबसे आगे, देहरादून की स्थिति आश्चर्यजनक
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