शुभ संकेत: राज्य गठन के बाद पर्यटकों की तादात में दो गुना से अधिक वृद्धि दर्जJan 11, 02:23 am
नैनीताल। राज्य गठन के बाद प्रदेश में सरकारी आंकड़ों में भले ही दो गुनी से अधिक देशी व विदेशी पर्यटकाें की आमद दर्ज हुई हो, लेकिन इससे इतर भी खासी तादात में आए है। पर्यटन विभाग की वर्ष 2007 की ताजा वार्षिक रिपोर्ट शुभ संकेत है। इसमें केवल सरोवर नगरी में ही सात वर्ष पहले के देशी व विदेशी 3,25,078 के बजाय वर्ष 07 में 5,62,060 पर्यटकों ने नैनी सरोवर का लुत्फ उठाया। इससे अब पर्यटन प्रदेश की परिकल्पना को बल मिलने लगा है।
विदित हो कि राज्य गठन के बाद की सरकारों ने प्रदेश को पर्यटन प्रदेश की परिकल्पना देकर विकास का नारा दिया था। इसके लिए प्रदेश के प्रमुख पर्यटन क्षेत्रों के विकास की कवायद शुरु की गयी। इसके लिए पर्यटन विकास परिषद ने अनेक योजनाओं के साथ पर्यटन को रोजगार के रुप में अपनाने को चंद्र सिंह गढ़वाली स्वरोजगार योजना को भी संचालित किया। इसके अलावा प्रदेश सरकार की पहल पर विश्व पर्यटन संगठन की टीम की देहरादून में मास्टर प्लान बनाने की तैयारी जारी है। इससे प्लान के अनुरुप कार्य से भविष्य में पर्यटन को बढ़ावा मिलने की संभावना है।
इधर, पर्यटन विभाग के आंकड़ों के अनुसार वर्ष 1994 में अकेले नैनीताल में 2,66,139 भारतीय, 1778 विदेशी व वर्ष 2000 में राज्य गठन के समय 3,20,322 व विदेशी 4756 व अब राज्य गठन के सात वर्ष बाद बढ़कर 5,80,078 भारतीय, विदेशी 9437 समेत 5,89,516 पर्यटकों की आमद हुई। इसमें इन सात वर्षो में जहां भारतीय पर्यटकों की संख्या में 2,59,757 व विदेशी 4681 बढ़े है। पर्यटन विभाग के स्वागत अधिकारी बीसी त्रिवेदी ने बताया कि यह आंकड़े नगर के होटलों व विदेशियों का एलआईयू आदि से एकत्रित किए गए है। उक्त रिपोर्ट निदेशालय को भेजी जा रही है।
इधर, सूत्रों ने बताया कि इसमें विभिन्न गेस्ट हाउस समेत अन्य स्थानों से रिपोर्ट नहीं आ पाती है। इसमें वास्तविक पर्यटकों की संख्या तीन गुना से अधिक होगी। उक्त विभागीय आंकड़ों से ही स्पष्ट होता है कि पर्यटकों की आमद में निरंतर वृद्धि जारी है। इसमें प्रमुख जिम कार्बेट में वर्ष 2005 में जहां भारतीय 1,39,139 व विदेशी 7,643 आए थे। इसमें भी इस पर तेजी से वृद्धि की बात सामने आ रही है। इसमें खासतौर पर विदेशी पर्यटकों के ट्रैकिंग, ग्लेशियरों के बारे में जानकारी लेने की बात कही गयी है।
बहरहाल, राज्य गठन के बाद वास्तविक रुप से तीन से अधिक गुना पर्यटकों की आमद बढ़ने व निकट भविष्य में टूरिज्म मास्टर प्लान के अनुरुप कार्य से पर्यटन प्रदेश की परिकल्पना के साकार होने की संभावना बढ़ गयी है।