घनसाली (टिहरी गढ़वाल)। तहसील मुख्यालय व ब्लाक मुख्यालय के जंगल धू-धूकर जल रहे हैं, आग से अब तक लाखों की वन संपदा जलकर राख हो गई है। इसके बावजूद वन विभाग व शासन-प्रशासन के अधिकारी-कर्मचारी मूक दर्शक बने हुए है।
तहसील मुख्यालय, ब्लाक मुख्यालय व वन विभाग रेंज के आस पास के जंगल भयंकर आग की चपेट में है। सप्ताह भर से अधिक समय से भिलंगना प्रखंड के जंगलों में लगी आग में ब्लाक मुख्यालय व तहसील मुख्यालय के समीप के जंगल तो जल ही गए हैं, साथ ही बालगंगा रेंज के आरगढ़, गोनगढ़, केमर पट्टियों के जंगलों में व भिलंगना रेंज के भिलंग, नैलचामी व हिंदाव पट्टी तथा पौखल रेंज के ढुंगमंदार, कोटी फैगुल आदि पट्टियों के गांवों के जंगलों में भयंकर आग लगी हुई है। इससे कई हेक्टेयर वन संपदा नष्ट हो गई है। डा. नरेंद्र डंगवाल ने बताया कि आग के धुएं से आंखों पर असर पड़ता है, सांस लेने में परेशानियां होती है तथा गर्मी भी अधिक होने लगी है। पर्यावरणविद् ओम प्रकाश डंगवाल व सामाजिक कार्यकर्ता राजेंद्र पाल परमार ने बताया कि काफी समय से प्रखंड के जंगल आग की चपेट में हैं लेकिन अभी तक वन विभाग ने आग बुझाने की कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। उन्होंने बताया कि प्रशासनिक अधिकारी कर्मचारी ब्लाक व तहसील मुख्यालय के समीप के जंगलों को जलने का तमाशा देखते रहे। उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा शीघ्र ठोस रणनीति तैयार नहीं करने पर यह आग कभी भी गांव तक पहुंच सकती है। आगराखाल: नरेंद्रनगर के लसेर, सौंदाड़ी, नौगा, लवा, मनसारी, बजरिया, केनसूर, कछड़ीखाल, गुमाल गांव, अमसारी गांव, पोखरी व गजा के ऊपरी क्षेत्रों के आरक्षित वनों में विगत दस दिन से भीषण आग लगी है, जिससे वन संपदा को काफी नुकसान पहुंचा है।