गांव, सड़क, पुल सब कुछ बह गया पहाड़ों की बारिश में
उत्तर भारत में अनियमित बारिश का दौर जारी है। शनिवार को भारी बारिश के कारण उत्तराखंड में जहां छह लोगों की मौत हो गई वहीं जम्मू एवं कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में भूस्खलन के कारण राजमार्ग क्षतिग्रस्त हो गया। नेपाल द्वारा छोड़े गए पानी के कारण उत्तर प्रदेश के छह जिलों में भयंकर बाढ़ आ गई। उधर, दिल्ली, बिहार एवं उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में सूखे का दौर जारी है।
उत्तराखंड में कुदरत की मार किसी तबाही से कम नहीं है। यहां एक साथ तीन तीन जगहों पर बादलों ने तबाही मचाई है। बादल फटने से उत्तराखंड के साथ हिमाचल प्रदेश के भी कई इलाकों में जमकर बारिश हुई है जिसके चलते कई इलाकों में बाढ़ आ गई है।
कुदरत का सबसे ज्यादा कहर दिखा उत्तराखंड में ही दिखा है। यहां उत्तरकाशी, चमोली और पिथौरागढ़ में पानी मौत बनकर बरसा है।शुक्रवार देर रात जब उत्तरकाशी के लोग गहरी नींद में थे तभी तेज आवाज के साथ बादल फटा और इसके बाद तो मानो सैलाब आ गया।
उत्तरकाशी के स्वर्णघाट और संगम चट्टी में आई तबाही ने दर्जनों लोगों की जान ले ली। सड़कें, मकान, गाड़ियां और यहां तक कि टनों वजनी लोहे के पुल तक बह गए। सबसे ज्यादा नुकसान गंगाघाटी इलाके में हुआ।