गंगा माई के हवाले की पिता की देह
उत्तरकाशी
कुदरत इस कदर क्रूर होगी। यह तो सोचा भी न था। बाढ़ से तबाह उत्तरकाशी में दो भाइयों को ऐसा निर्णय लेना पड़ा, जिसकी कल्पना से भी रूह सिहर उठे। पिता की चिता के लिए लकड़ियों का इंतजामनहीं हो सका तो शव को बोरे में बांधकर गंगा माई को समर्पित कर दिया।
यह नजारा था उत्तरकाशीके जड़ भरत घाट का। बीस वर्षीय राजेश और उसका छोटा भाई सत्रह वर्षीयराजेंद्र हाथ में एक बोरा पकड़े