[जागरण न्यूज नेटवर्क]। शनिवार का दिन कई प्रदेशों के लिए बर्बादी का संदेश लेकर आया। पौ फटने पर उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में बादल फटने से हुई भारी तबाही का मंजर सामने था, दर्जनों लोग लापता। उत्तराखंड का हाल सबसे बुरा है। भारी बारिश के कहर से पूरे पर्वतीय क्षेत्र में जनजीवन पटरी से उतर गया, कई क्षेत्रों का मुख्यालयों से संपर्क कट गया। उत्तर प्रदेश का सहारनपुर का इलाका भी बर्बादी से अछूता नहीं रहा। भारी बारिश से बढ़ी नदी के पानी में दस लोग बह गए।
उत्तरकाशी में छह सौ करोड़ का नुकसान :
देहरादून। बारह घंटे से हो रही मूसलाधार बारिश ने समूचे पहाड़ में तबाही मचा दी। उत्तरकाशी की गंगाघाटी इलाके में सर्वाधिक नुकसान हुआ। यहां फायर सर्विस के तीन जवानों समेत 26 लोग असीगंगा और बरसाती नालों के उफान में बह गए। अभी तक दो शव बरामद हुए हैं। बाकी की तलाश की जा रही है। वहां एक फायर स्टेशन मलवे के ढेर में तब्दील हो गया है। इसके अलावा 70 मकान और 10 होटल जमींदोज हो गए, जबकि उत्तरकाशी शहर की पूरी जोशियाड़ा बस्ती समेत करीब 200 मकान खतरे की जद में आ गए।
इन सभी को खाली कराकर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है। गंगोरी में गंगोत्री राजमार्ग पर बने मोटर पुल के साथ ही कई पुल, सड़कें व घरों के बाहर खड़ी गाड़ियां बह गई। जिला प्रशासन ने लगभग 600 करोड़ रुपये की सरकारी और निजी संपत्ति का नुकसान होने का आकलन किया है। चमोली जिले में धौलीगंगा नदी पर बनी एनटीपीसी की तपोपन विष्णुगाड़ बिजली परियोजना का कॉफर बांध टूट गया। बाध क्षेत्र को जोड़ने वाला पुल व सड़क भी बह गई।
बदरीनाथ हाइवे पर कंचनगंगा के पास दो यात्री वाहन बह गए। चारधाम यात्रा मार्ग भी बाधित होने से करीब ढाई हजार यात्री जहां-तहां फंसे हैं। पुलिस, प्रशासन के साथ ही सेना और आइटीबीपी राहत में एवं बचाव कार्यो में जुटी है।
हिमाचल में सौ करोड़ का नुकसान :
मनाली। मनाली के पर्यटन स्थल सोलंगनाला के समीप सेरीनाला में बादल फटने से आई बाढ़ के कारण करीब सौ करोड़ रुपये की संपत्ति का नुकसान हुआ है। बाढ़ के कारण पलचान के निकट सड़क बहने से मनाली-लेह मार्ग पूरी तरह बंद हो गया है। हजारों लोग उस पर जहां-तहां फंस गए हैं। बाढ़ के कारण बाहंग में 48 से अधिक खोखे बह गए हैं। बाढ़ से सीमा सड़क संगठन [बीआरओ] के दो बेली ब्रिज सहित पांच स्थानों में सड़क को नुकसान हुआ है। मनाली-कुल्लू राष्ट्रीय राजमार्ग पर 15 मील के समीप पुलिस ने नदी से एक शव बरामद किया है। मृतक की पहचान मनाली निवासी तेंग्जिन अंगदुई के रूप में हुई है।
कश्मीर में बाढ़, भूस्खलन :
श्रीनगर। कश्मीर के कठुआ और जम्मू में शनिवार को बाढ़ में 22 लोग फंस गए, जिन्हें बाद में पुलिस और ग्रामीणों ने सुरक्षित बाहर निकाल लिया। कश्मीर के रामबन सेक्टर में हुए भूस्खलन के कारण शनिवार को श्रीनगर-जम्मू राजमार्ग पर वाहनों की आवाजाही रोक दी गई। एक पुलिस अधिकारी के मुताबिक भारी बारिश के चलते श्रीनगर-जम्मू राजमार्ग पर कई जगह भूस्खलन हुआ है। यातायात रोक दिया गया है। भू स्खलन के चलते वैष्णो देवी यात्रा भी रोके जाने की सूचना है। यात्रियों को सलाह दी गई है कि वे यात्रा से पहले यातायात नियंत्रण कक्षों से संपर्क करे। बाढ़ के चलते चिनाब, तवी आदि ज्यादातर नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है।
उप्र में दस बहे, दो की मौत :
सहारनपुर। शिवालिक की पहाड़ियों पर मूसलाधार बारिश से सहस्त्रा नदी उफान पर आ गई है। शुक्रवार रात पठानपुरा-बाकरपुर के बीच रपटे को पार करती टाटा सूमो नदी के तेज बहाव में बह गई। इसमें सवार दस लोगों में से आठ को कड़ी मशक्कत के बाद निकाला गया, जबकि दो की मौत हो गई। जोरदार बारिश के बाद डाट मंदिर से पहले पहाड़ खिसकने से दिल्ली-देहरादून राजमार्ग करीब 10 घटे बंद रहा। पुलिस ने मलबा हटवाया तब कहीं शनिवार सुबह वाहनों का आवागमन शुरू हो सका।