देहरादून, जागरण प्रतिनिधि: राजधानी के मुद्दे पर उत्तराखंड क्रांति दल ने अब कड़ा रुख अख्तियार कर लिया है। उक्रांद ने दीक्षित आयोग को तत्काल भंग कर गैरसैंण को सूबे की स्थायी राजधानी घोषित करने की मांग को लेकर शनिवार को रैली निकालकर जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया। दल ने कहा कि यदि आयोग का कार्यकाल बढ़ाए जाने को कतई सहन नहीं किया जाएगा। उक्रांद के केंद्रीय अध्यक्ष डा.नारायण सिंह जंतवाल की अगुवाई में दल के कार्यकर्ताओं ने कचहरी रोड स्थित केंद्रीय कार्यालय से जिला मुख्यालय तक रैली निकाली। प्रदर्शनकारियों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। इस मौके पर डा.जंतवाल ने कहा कि राज्य निर्माण के बाद राजधानी चयन के लिए दीक्षित आयोग का गठन किया गया था, लेकिन आठ वर्ष बीतने के बाद भी आयोग ने अपनी रिपोर्ट सरकार को नहीं सौंपी है। उन्होंने कहा कि गैरसैंण दोनों मंडलों के बीच का क्षेत्र है व एक नया शहर बनाने के लिए दुधातोली से लेकर गैरसैंण चौखुटिया तक पर्याप्त भूमि उपलब्ध है। पूर्व में भी राजधानी गैरसैंण को बनाने की सिफारिश की गई थी। उन्होंने कहा कि इसके बावजूद प्रदेश सरकारें दीक्षित आयोग का कार्यकाल बार-बार बढ़ा कर जनभावनाओं से खिलवाड़ कर रही हैं। उन्होंने सरकार से इस आयोग को भंग कर गैरसैंण को राजधानी घोषित करने की मांग की। और ऐसा न होने पर आंदोलन की चेतावनी भी दी। प्रदर्शन में विवेकानंद खंडूड़ी, बीडी रतूड़ी, शैलेश गुलेरी, नारायण सिंह, शीशपाल सिंह, फुरकान अहमद, जगदीश चौहान आदि मौजूद थे।