तेज हुई जिले की आवाज
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रानीखेत को जिले का दर्जा देने की मांग को लेकर एसडीएम दफ्तर के समक्ष चल रहा आंदोलन सोमवार को 81वें दिन भी जारी रहा। सरकार की अनसुनी से खिन्न होकर सोमवार को आंदोलनकारियों ने बैनरों व जोरदार नारेबाजी के साथ प्रदर्शन किया।
रोज की भांति पूर्वाह्न संयुक्त संघर्ष समिति एवं अधिवक्ता संघ के लोग आंदोलन स्थल एसडीएम कार्यालय प्रांगण में एकत्रित हुए। उन्होंने सभा कर कहा कि ढाई माह से आंदोलन चल रहा है, लेकिन सरकार के कान में जूं नहीं रेंग रही।
उन्होंने सरकार को चेताया कि वह आंदोलनकारियों के धैर्य की परीक्षा न ले अन्यथा उग्र रूप में लड़ाई लड़ी जायेगी। प्रदर्शन में प्रमोद पांडे, ललित पपनै, विजय पांडे, दीपा धपोला, सीपी पांडे, आरएन वैला, बीपी गोयल, डीएस मेहरा, यूडी जोशी, नवीन पंत, जगत मोहन, ललित आर्या, केएस डंगवाल, विजय वर्मा, राजेन्द्र अग्रवाल, सीकेएस बिष्ट, रवीन्द्र जोशी, लक्ष्मी दत्त पांडे, नवीन उपाध्याय, एमएम तिवारी, जीतेन्द्र बिष्ट, शाकिर हुसैन आदि दर्जनों लोग मौजूद थे।
द्वाराहाट: जिले की मांग को लेकर संयुक्त संघर्ष समिति का धरना यहां नगर पंचायत परिसर में जारी है। सोमवार को 71वें दिन पूर्व सैनिक संगठन के नेतृत्व में नंदाबल्लभ मठपाल, दीवान सिंह, शेर सिंह, सुधीर साह धरने में बैठे। सभा में वक्ताओं ने कहा कि द्वाराहाट जिला बनने तक संघर्ष जारी रखने का ऐलान किया और चेतावनी दी कि अब आंदोलन को उग्र रूप दिया जायेगा।
समिति ने इस संबंध में हस्ताक्षर युक्त ज्ञापन मुख्यमंत्री को भेजा। सभा मे विनोद जोशी, किशोरी लाल साह, उमेश भट्ट, अनिल चौधरी, सुरेश साह, मुन्ना साह, चंद्रशेखर भट्ट, जीवन लाल साह, देवेंद्र लाल साह, मोहन सिंह बिष्ट, भुवन चंद्र त्रिपाठी, वीरेंद्र सिंह रौतेला, गिरीश भट्ट, ईश्वर मठपाल केडी जोशी, हरीश चंद्र, भवागन चौधरी, संजय साह आदि उपस्थित थे।
Source dainik jagran