पांच माह से नहीं हुए शिक्षकों के दर्शन
घनसाली (टिहरी गढ़वाल)। सरकार भले ही शिक्षा में गुणात्मक सुधार के बड़े-बड़े दावे कर रही हो, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है, इसका जीता-जागता उदाहरण घनसाली तहसील का जूनियर हाईस्कूल कोपड़धार है, जहां पांच माह से शिक्षक नदारद है, बावजूद इसके अनुपस्थित शिक्षकों को वेतन बराबर मिल रहा है। विद्यालय में जूनियर स्तर का मात्र एक शिक्षक ही तैनात है।
वर्ष 2006 में उच्चीकृत हुए विद्यालय में दो शिक्षिकाएं अक्टूबर 2007 में नियुक्त की गईं थी, लेकिन नियुक्ति के मात्र आधा माह बाद से अब तक शिक्षिकाओं ने अपनी उपस्थिति दर्ज नहीं कराई है। खास बात यह है कि शिक्षिकाओं के अनुपस्थित रहने के बाद भी विभाग इन पर मेहरबान है और विद्यालय से इनको तनख्वाह बराबर मिल रही है। इस संबंध में अभिभावकों ने कई बार शिक्षा मंत्री व विभाग को अवगत कराया लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हो पाई है। जिला पंचायत सदस्य रतन सिंह रावत, प्रधान कमललाल, तारादत्त पैन्यूली, पूर्व प्रधान रामेश्वर प्रसाद लसियाल का कहना है कि पिछले पांच माह से शिक्षिकाओं के अनुपस्थित रहने से छात्रों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। इस संबंध में उन्होंने शिक्षामंत्री, अपर शिक्षा सचिव को ज्ञापन दिया। उन्होंने लापरवाह शिक्षकों का शीघ्र तबादला करने की मांग की है। तहसीलदार घनसाली एमएल भैंतवाल का कहना है कि उन्होंने दो बार विद्यालय का निरीक्षण किया और उक्त शिक्षिकाएं अनुपस्थित पाईं, जिस पर उन्होंने शिक्षा विभाग को रिपोर्ट भेज दी है।