आठवीं बाद स्कूल छोड़ना मजबूरी
(Source : Jagran)
गोपेश्वर (चमोली)। विकासखंड घाट के कनोल गांव के नौनिहालों की जूनियर हाईस्कूल के बाद शिक्षा छोड़ना मजबूरी है। क्षेत्र में इससे आगे की शिक्षा के लिए बच्चों को बीस किमी दूर पहाड़ी और जंगलों से होकर जाना पड़ता है।
विकासखंड घाट स्थित सुदूरवर्ती ग्राम कनोल में वर्ष 1984-85 में जूनियर हाईस्कूल की स्थापना की गई थी। इसके बाद से ग्रामीण इस विद्यालय के उच्चीकरण की मांग करते आ रहे है, लेकिन इस दिशा में आज दिन तक कोई कदम नहीं उठाए गए है। ग्राम प्रधान महेशी देवी व क्षेत्र पंचायत सदस्य उमराव सिंह नेगी, ग्राम प्रधान बूरा हीरा सिंह ने बताया कि विकासखड मुख्यालय घाट से 32 किलामीटर दूर कनोल के समीप कोई भी हाईस्कूल नहीं है, जिसके चलते नौनिहालों को सितेल जाना पड़ता है। सितेल हाईस्कूल तक पहुंचने के लिए नौनिहालों को कच्ची पगड़ंडियों व घने जंगलों के बीच से गुजरना पड़ता है।
जिलाधिकारी के माध्यम से सीएम को भेजे ज्ञापन में ग्रामीणों ने एक सप्ताह में मांग पूरी न किए जाने की स्थिति में 15 अप्रैल से जिला मुख्यालय पर अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू करने की चेतावनी दी है। ज्ञापन में क्षेत्र पंचायत सदस्य घूणी कुंवर राम, महिला मंगल दल अध्यक्षा जानकी देवी, प्रधान पडेर गांव हिम्मत सिंह, क्षेत्र पंचायत सदस्य नौना बनाला रमेश नौटियाल, कमलेश गौड़, मोहन सिंह रावत, नरेन्द्र सिंह, रूप सिंह, कमला देवी, बलवंत राम आदि के हस्ताक्षर है।