This is the situation of power in uttarakhand.
दस मिलियन यूनिट बिजली खरीद रहा है उत्तराखंड
बाजपुर: मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा ने कहा कि भाजपा सरकार में 6-7 विद्युत परियोजनाओं को बंद कर दिए जाने का ही नतीजा है कि आज बिजली की खपत पूरी करने के लिए विकास कार्यो का पैसा खर्च करके दस मिलियन यूनिट बिजली ऊर्जा प्रदेश को ही खरीदनी पड़ रही है।
शनिवार को प्रथम बार बाजपुर पहुंचे मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा ने करीब तीन सौ करोड़ से अधिक की विकास योजनाओं को जनता के लिए समर्पित किया। उसके बाद उन्होंने श्रीरामभवन धर्मशाला में जनसभा को संबोधित किया। बहुगुणा ने कहा कि पृथक राज्य बनाने के पीछे उद्देश्य यही था कि यहां की जल विद्युत परियोजनाएं, पर्यटन व जड़ी बूटी इत्यादि के क्षेत्र में प्रदेश को आगे बढ़ाया जाएगा। लेकिन हम अपने प्रदेश में स्थापित प्राकृतिक संसाधनों का सही इस्तेमाल नहीं कर पाए। प्रदेश में 27 हजार मेगावाट बिजली पैदा की जा सकती है, लेकिन कानूनी अड़चने इस में रोड़ा बनकर खड़ी हो गई। उन्होंने कहा कि भाजपा ने अपनी सरकार के दौरान छोटी-छोटी विद्युत परियोजनाओं को रद्द कर दिया जिस कारण बिजली उत्पादन में प्रदेश काफी पीछे चला गया, आज हालात यह हो गए कि ऊर्जा प्रदेश को ही 10 मिलियन यूनिट बिजली की खरीदारी करनी पड़ रही है। बहुगुणा ने कहा कि प्रदेश सरकार नंद प्रयाग व थलीसैढ़ में गंगा नदी पर विद्युत परियोजनाएं शुरू करने की योजना बना रही है, यदि सबकुछ ठीकठाक रहा तो तीन-चार साल के भीतर प्रदेश को बाहर से बिजली नहीं खरीदनी पड़ेगी। इसके अलावा जल्द ही छोटी परियोजनाएं संचालित कर 6-7 सौ मेगावाट का विद्युत उत्पादन शुरू किया जाएगा। जनसभा से पूर्व मुख्यमंत्री ने लगभग 300 करोड़ रुपए के विकास कार्यो का शिलान्यास किया। राजस्व मंत्री व क्षेत्रीय विधायक यशपाल आर्य ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा के नेतृत्व में चल रही कांग्रेस की सरकार ने हर गरीब, बेसहारा, मजलूम व्यक्ति के आंसू पोंछने का काम किया है। करीब 40 हजार नौजवानों के हाथों को सरकार काम देने जा रही है। इसमें जनजाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़ी जाति को आरक्षण मिलेगा और बैकलॉग भरा जाएगा। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने अपने पिछले पांच साल में कुछ नहीं किया वो आज विकास की बातें कर रहे हैं, जब सत्ता में थे उस समय बाजपुर का विकास करने से किसने रोका था। कृषि मंत्री हरक सिंह रावत ने कहा कि तराई को हरा-भरा करने में यहां आकर बसे जिन लोगों का हाथ था उन्हें जमीन का मालिकाना हक नहीं मिल पा रहा था। तराई वासियों के इस पीड़ा व दर्द को कांग्रेस सरकार ने समझा तथा वर्ग-4 की जमीन पर मालिकाना हक देकर एतिहासिक काम किया है। जिले के प्रभारी मंत्री मंत्री प्रसाद नैथानी ने कहा कि सरकार पूरी पारदर्शिता से विकास कार्य कर रही है बाजपुर की जनता को ऐसा व्यक्ति मिला है जो इस क्षेत्र को चमन बना देगा। कार्यक्रम को सांसद केसी सिंह बाबा, पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तिलकराज बेहड़, कांग्रेस जिलाध्यक्ष नारायण सिंह बिष्ट, नैनीताल की विधायक सरिता आर्य, पूर्व सांसद महेंद्र पाल सिंह आदि ने भी संबोधित किया। संचालन सुरजीत अग्निहोत्री ने किया।(dainik jagran)