फिर पानी की टंकी पर चढ़े बेरोजगार - Uttarakhand
स्कूलों में नियुक्ति की मांग पर अमल न होने से नाराज बीपीएड प्रशिक्षित बेरोजगार शनिवार को मिट्टी तेल लेकर एक बार फिर बन्नू स्कूल रेसकोर्स के पास पानी की टंकी पर चढ़ गए।
बेरोजगारों ने पहले सीएम आवास के बाहर आत्मदाह की चेतावनी दी थी, लेकिन ऐन वक्त पर उन्होंने कार्यक्रम बदल दिया। सूचना मिलते ही टंकी के नीचे पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई। पुलिस ने टंकी के नीचे गेट बंद कर दिया है, ताकि और कोई टंकी पर न चढ़ पाए।
बीपीएड, एमपीएड प्रशिक्षित बेरोजगार एसोसिएशन के सदस्य नियुक्ति की मांग को लेकर 17 सितंबर वर्ष 2013 से आंदोलनरत हैं। पानी की टंकी पर चढ़े संगठन के प्रदेश अध्यक्ष सुंदर धोनी ने कहा कि दो सितंबर को मुख्यमंत्री ने नियुक्ति का आश्वासन दिया था।
सीएम के आश्वासन पर ही बेरोजगार पानी की टंकी से उतरे थे, लेकिन अभी तक शासनादेश जारी नहीं हो पाया है। धोनी ने कहा कि� सरकार ने रविवार तक कोई कदम नहीं उठाया तो बेरोजगार किसी भी हद तक जा सकते हैं।
टंकी पर चढ़ने वालों में नमृता बोरा, दिग्दर्शन रावत, सीमा वल्दिया, अंजू, अनिल राज, विजय सेमवाल, विरेंद्र शाह, मनोज शामिल हैं। बाकी बेरोजगारों ने टंकी की नीचे धरना शुरू कर दिया है। धरना देने वालों में देवेंद्र कोरंगा, सूरज सिंह बुटोला, मुकेश सुंद्रियाल, पुष्पा टाकुली, सोहन सिंह, रेखा नेगी, सुरेंद्र मेहरा आदि शामिल हैं।
शिक्षामंत्री से नाराज हैं बेरोजगार
बेरोजगारों ने कहा कि शनिवार को वे शिक्षा मंत्री से मिले थे, लेकिन मंत्री ने आश्वासन देने के बजाय उन्हें सचिवालय जाने को कहा। इससे नाराज होकर बेरोजगारों ने अब आर-पार की लड़ाई का ऐलान किया है।
ताला तोड़कर टंकी पर चढ़े बेरोजगार
जल संस्थान के कर्मचारी साहब सिंह ने बताया कि टंकी की सीढ़ी पर ताला लगा था, जिसे तोड़कर बेरोजगार टंकी पर चढ़ गए। बेरोजगारों ने भीतर से अपना ताला लगा दिया है।
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