बीबीसी हिंदी की ख़बर पर फ़िल्म
इन दिनों फ़िल्म 'मिस टनकपुर हाज़िर हो' ने खासी चर्चा बटोर रखी है. भारत में एक भैंस के साथ हुए यौनाचार के मामले पर इसकी पटकथा लिखी गई है.
इस फ़िल्म के निर्देशक विनोद कापड़ी ने बताया कि इस विषय पर फ़िल्म बनाने का विचार उन्हें बीबीसी हिंदी से मिला.
वो कहते हैं, "मैं बीबीसी हिंदी को शुक्रिया कहूँगा, क्योंकि बीबीसी पर प्रकाशित एक ख़बर को पढ़कर, मैं उसकी खोजबीन में लग गया और पूरा मामला जानने के बाद सोचा कि इस विषय पर फ़िल्म बनाई जा सकती है."
टीवी पत्रकार रह चुके विनोद कापड़ी ने बताया कि इस फ़िल्म को पर्दे पर उतारने में ख़ासी दिक्कतें आई.
वे कहते हैं, "कहानी लिखना आसान है लेकिन फ़िल्म बनाने के लिए पैसे जुटाने में काफ़ी मुश्किलें आती हैं और फ़िल्म जैसे-तैसे बन भी जाए तो उसे थिएटर तक ले जाना और प्रमोशन करना और भी मुश्किल है."
वैसे विनोद के लिए ये पहली फ़िल्म नहीं है और वो अपनी शॉर्ट फ़िल्म 'कान्ट टेक दिस शिट एनिमोर' के लिए इस साल राष्ट्रीय पुरस्कार जीत चुके हैं.
'हिरानी की नसीहत
विनोद कहते हैं कि उनके फ़िल्मकार बनने के पीछे निर्देशक राजकुमार हिरानी की नसीहत का बड़ा हाथ है.
विनोद की अन्ना हज़ारे पर बनाई एक डॉक्यूमेट्री को राजकुमार हिरानी ने देखा था. उन्होंने विनोद को फ़ोन कर के बधाई दी और कहा, "तुम्हें तो बॉलीवुड में होना चाहिए, न्यूज़ चैनल में क्या कर रहे हो."
हिरानी की इस नसीहत के बाद विनोद ने इस ओर गंभीरता से सोचना शुरू किया और नतीजा सामने है.
कास्ट
इस फ़िल्म के पोस्टर में एक भैंस दिखती है जो फ़िल्म की केंद्रीय भूमिका में है.
भैंस के साथ शूटिंग में काफ़ी दिक्कते पेश आईं, "भैंस को काबू करने के लिए कोई इंस्ट्रक्टर नहीं होता, वो अपने मालिक की ही सुनती है. काफ़ी मशक्कत और रिसर्च के बाद हमें एक भैंस मिली. उसके साथ हमने उसके मालिक को भी फ़िल्म में काम दिया. पुलिस की वर्दी पहना कर भैंस के साथ उसे रखा."
बाकी किरदारों में अनु कपूर भैंस के मालिक, अोम पुरी थाना प्रभारी और रवि किशन और राहुल बग्गा जैसे अभिनेता मौजूद हैं.
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