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Dr Megha Bharati, Multi-talented Artiest -डॉ मेघा भारती बहुमुखी प्रतिभा कलाकार

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एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720:

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डॉ मेघा भारती 'मेघल'

डॉ मेघा भारती 'मेघल' के अंग्रेजी, कविता संकलन '21 Emotions' (Twenty one Emotion) का विमोचन खटीमा में उत्तराखण्ड बाल साहित्य संस्थान द्वारा, आयोजित अंतराष्ट्रीय सम्मेंलन में किया गया। देश विदेश के जाने-मानें साहित्यकारों द्वारा,  यह विमोचन किया गया जैसे किं- डॉ  सुरीखा शर्माए कवि विशमोहन तिवारीण् नेपाल के डॉ  सुबैदीण् डॉ  उषा भटा, डॉ वीरभद्र।
 

डॉ मेघा भारती 'मेघल' के अंग्रेजी, कविता संकलन '21 Emotions' (Twenty one Emotion) का विमोचन खटीमा में उत्तराखण्ड बाल साहित्य संस्थान द्वारा, आयोजित अंतराष्ट्रीय सम्मेंलन में किया गया। देश विदेश के जाने-मानें साहित्यकारों द्वारा,  यह विमोचन किया गया जैसे किं- डॉ  सुरीखा शर्माए कवि विशमोहन तिवारीण् नेपाल के डॉ  सुबैदीण् डॉ  उषा भटा, डॉ वीरभद्र।
         
यह डॉ  मेघा भारती की दूसरी किताब है, इससे पहले A Critical Study of Gloria Naylor – A Feminist Perspectives”  - नारीवाद पर उन्होनें पुस्तक भी लिखी है, जोकि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर काफी लोकप्रिय हो रही है।   

- अंग्रेजी, हिन्दी एंव कुमाँऊनी भाषा में इनकी अनेक कविताएं, एवम्  शोध पत्र भी विभिन्न राष्ट्रीय  एवम् अंतराष्ट्रीय  जर्नल्स एंव पत्रिकाओं में  प्रकाशित हो चुकी हैं।
- अंग्रेजी जर्नल्स में बतौर सम्पंादक भी मेघा कार्य कर रही है।  साहित्य, कला एवं सामाजिक उत्थान के लिए किए गए कार्यो के लिए भी मेघा को कई सम्मान प्राप्त हुए है। वर्तमान में वे कुमाॅऊ विश्व विद्यालय के सोबन सिंह जीना परिसर, अल्मोंड़ा में अंग्रेजी विभाग में अंग्रेजी साहित्य की अस्सिटेन्ट प्रोफेसर के पद पर कार्यरत है। साथ ही उत्तरांचल की प्रसिद्ध गायिका, नृत्यांगना, गीतकार, संगीतकार, कोरियोग्राफर, अभिनेत्री निदेर्शिका हैं एवम् पहाड़ की पहली एवं एकमात्र महिला गीतकार हैं।

-इन्होनें ‘‘मेघा भारती प्रोडक्शनस‘‘ नामक कम्पनी खोलकर उत्तरांचल के कलाकारों को अपनी प्रतिभा प्रदर्शन के लिये मंच प्रदान किया है। जिसके अन्र्तगत कलाकारों को निःशुल्क प्रशिक्षण भी दिया जाता है। और उन्हें म्यूजिक एलबम्स एवं फिल्मों में अपनी कला प्रदर्शन का अवसर भी दिया जाता है।
       मूल रूप से मेघा नैनीताल की निवासी है। बचपन से ही कला के साथ-साथ पढाई के क्षेत्र में भी अव्वल रही, अपनी प्रारम्भिक शिक्षा मेघा ने नैनीताल के सेंट मेरी काॅन्वेन्ट से प्रथम श्रेणी में उर्तीण की और इण्टरमीडियट काठगोदाम के सेट पाॅल सीनियर सेकेडरी स्कुल से प्रथम श्रेणी मेें उर्तीण करकें राजनीति शास़्त्र में टाॅप भी किया।

       ' 21 Emotions' के बारे में उन्होनें बताया की इस नाम से एक कविता संकलन लिखना उनके बचपन का सपना था। नई दिल्ली से प्रकाशित इस सकंलन में उन्होनें जीवन के विभिन्न पहलू एवम्  भावनाओं पे आधारित कविताएं, लिखी है ।

   Dr  पूरी ने उनकी पुस्तक पे लिखा है “reflective, philosophical with a spiritual touch”.
और  Dr D s सिंह ने उनकी  तुलना सरोजनी नायडू से करते हुए कहा है कि - ‘‘उनकी कविताएं आशावाद से भरी हुई है। और उनमें निश्चित हीें सरोजनी नायडू के समान प्रसिद्व करने वाली क्षमता है‘‘। ं[/img]     
यह डॉ  मेघा भारती की दूसरी किताब है, इससे पहले A Critical Study of Gloria Naylor – A Feminist Perspectives”  - नारीवाद पर उन्होनें पुस्तक भी लिखी है, जोकि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर काफी लोकप्रिय हो रही है।   

- अंग्रेजी, हिन्दी एंव कुमाँऊनी भाषा में इनकी अनेक कविताएं, एवम्  शोध पत्र भी विभिन्न राष्ट्रीय  एवम् अंतराष्ट्रीय  जर्नल्स एंव पत्रिकाओं में  प्रकाशित हो चुकी हैं।
- अंग्रेजी जर्नल्स में बतौर सम्पंादक भी मेघा कार्य कर रही है।  साहित्य, कला एवं सामाजिक उत्थान के लिए किए गए कार्यो के लिए भी मेघा को कई सम्मान प्राप्त हुए है। वर्तमान में वे कुमाॅऊ विश्व विद्यालय के सोबन सिंह जीना परिसर, अल्मोंड़ा में अंग्रेजी विभाग में अंग्रेजी साहित्य की अस्सिटेन्ट प्रोफेसर के पद पर कार्यरत है। साथ ही उत्तरांचल की प्रसिद्ध गायिका, नृत्यांगना, गीतकार, संगीतकार, कोरियोग्राफर, अभिनेत्री निदेर्शिका हैं एवम् पहाड़ की पहली एवं एकमात्र महिला गीतकार हैं।

-इन्होनें ‘‘मेघा भारती प्रोडक्शनस‘‘ नामक कम्पनी खोलकर उत्तरांचल के कलाकारों को अपनी प्रतिभा प्रदर्शन के लिये मंच प्रदान किया है। जिसके अन्र्तगत कलाकारों को निःशुल्क प्रशिक्षण भी दिया जाता है। और उन्हें म्यूजिक एलबम्स एवं फिल्मों में अपनी कला प्रदर्शन का अवसर भी दिया जाता है।
       मूल रूप से मेघा नैनीताल की निवासी है। बचपन से ही कला के साथ-साथ पढाई के क्षेत्र में भी अव्वल रही, अपनी प्रारम्भिक शिक्षा मेघा ने नैनीताल के सेंट मेरी काॅन्वेन्ट से प्रथम श्रेणी में उर्तीण की और इण्टरमीडियट काठगोदाम के सेट पाॅल सीनियर सेकेडरी स्कुल से प्रथम श्रेणी मेें उर्तीण करकें राजनीति शास़्त्र में टाॅप भी किया।

       ' 21 Emotions' के बारे में उन्होनें बताया की इस नाम से एक कविता संकलन लिखना उनके बचपन का सपना था। नई दिल्ली से प्रकाशित इस सकंलन में उन्होनें जीवन के विभिन्न पहलू एवम्  भावनाओं पे आधारित कविताएं, लिखी है ।

   Dr  पूरी ने उनकी पुस्तक पे लिखा है “reflective, philosophical with a spiritual touch”.
और  Dr D s सिंह ने उनकी  तुलना सरोजनी नायडू से करते हुए कहा है कि - ‘‘उनकी कविताएं आशावाद से भरी हुई है। और उनमें निश्चित हीें सरोजनी नायडू के समान प्रसिद्व करने वाली क्षमता है‘‘। ं
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एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720:
 डॅा मेघा भारती ‘‘मेघल‘‘ की ं नई पुस्तक  "मख्फी"  नजमो  गजल   रिलीज

          डॅा मेघा भारती ‘‘मेघल‘‘ की ं- नई पुस्तक  "मख्फी"  नजमो  गजल    हाल ही में रिलीज हुई । पुस्तक का विमोचन यू-ट्रिपल सी द्वारा अल्मोड़ा में आयोजित राष्ट्रीय सम्मेंलन में प्रोव वीव पीव एसव अरोड़ा कुलपति, श्री वेंकटेशवरा विश्वविद्यालय एंव डा सुंदरियाल, वैज्ञानिक यू-सर्क द्वारा किया गया।इस अवसर पर देश प्रदेश के विख्यात विद्वान उपस्थित थे।

          "मख्फी"   नज्मों एवम गज़लों का संकलन हेै।इससे पहले मेघल‘‘  दो अन्य पुस्तकें अग्रेंजी भाषा में लिख चुकीं हेैरू  अंग्रेजी में ष्21 म्उवजपवदेष् अंग्रेजी, कविता संकलन एवम् ष्। ब्तपजपबंस ैजनकल व िळसवतपं छंलसवत दृ । थ्मउपदपेज च्मतेचमबजपअमेष् जो नारीवाद पर आधारित है तथा अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर काफी लोकप्रिय हो रही हैं। साथ ही अंग्रेजी जर्नल्स एंव हिन्दी पत्रिकाओं में बतौर सम्पादक एंव पत्रकार भी मेघा सक्रिय हैं।
     
          ष्मख़्फीष् ;ज्ीम भ्पककमदद्ध के बार में उन्होनें बताया कि नज्मों एवम गज़लों का उनका यह प्रथम संकलन हेै। लेकिन इससे पहले विभिन्न पत्रिकाओं में प्रकाशित उनकी गज़लों को जो प्रशंसा प्राप्त हुई उसी से प्रेरित होकर उन्होंने ये संकलन निकाला। इंटरनेट पर अपने प्रथम सप्ताह में ही ‘‘मख्फी‘‘ को फाईफ स्टार रेटिंग प्राप्त हुई है। फिल्पकार्ट,  एमेजोन डाट कॉम इत्यादि वेब साईट पर यह पुस्तक उपलब्ध है। नई दिल्ली से प्रकाशित इस संकलन में उन्होंने जीवन के विभिन्न पहलूओं, मानवीय सम्बधों एंव भावनाओं पे आधारित गज़लें लिखीं हैं।

           डॉ. मनोज गौतम ‘मन‘ु ने लिखा हैरू      ‘‘मेघल‘‘  के लेखन मे जितनी प्रखरता है उतनी ही सादगी और विनम्रता भी । शब्दों कि सादगी एंव गहराई इनकी शक्ति है। मैं आशा करता हॅू कि इस सकंलन  श्मख़्फीश् की सभी गज़ले श्रोताओं को तरंगित करंेगीं और गज़ल लेखन को एक नया आयाम प्रदान करंेगी।‘‘
           
 

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