ये बहुत ही शर्म की बात है, श्रीमान नेगी जी अपने आप में उत्तराखंडी संगीत की जगत की एक अमूल्य धरोहर है, ये उत्तराखंडी संगीत जगत का कोहिनूर है... पर उन्हें बिना बताये उनके गीतों की चोरी करना उनके लिए और उनके संगीत प्रेमियों के लिए अपमान की बात है.. हाँ अगर उनकी अनुमति मिलने के बाद ये सब हुआ है तो ये उनके लिए गौरव की बात है लोग अपने अपने तरीके से आदर देते है क्या पता सुरेश काला ने ये रास्ता अख्तियार किया हो ..पर बिना उन्हे बताये उनके गीतों की चोरी कर सी डी बाजार में लाना अत्यंत निंदनीय कृत्य है ...वैसे इस लाइन में ऐसा बहुत पहले से होते हुए आया है जैसे सोनू निगम ने अपने गाने की शुरुवात में मुह्हमद रफ़ी जी के गीतों को गाया है और वही मेलोडी किंग किशोर कुमार के गीतों को अभिजीत ने गा कर वही वही बटोरी है लेकिन ये सब श्रधांजलि के रूप में,.वैसे में इस प्रकार के कृत्य की घोर निंदा करता हूँ और सुरेश काला से कहता हूँ कि ओ मीडिया के माध्यम से और खुद भी श्री नेगी जी से माफ़ी मांगे ..और भविष्य में कभी ऐसा न करने की कसम खाए....