राजेन्द्र जी में एक अच्छे कलाकार के गुण मौजूद हैं. हम आशा करते है कि आप "हिट मेरा दगाड़ा" या "याद ऊंछी तेरि" टाइप गानों से हटकर कुछ मौलिक गाने रचेंगे जिसमें पहाड़ की संस्कृति और सभ्यता के दर्शन होंगे. साथ ही आपसे निवेदन है कि आप पहाड़ में रह रहे सच्चे लोककलाकारों से मिलकर पारम्परिक गीत-संगीत और वाद्ययन्त्र भी सीखते रहिये.आशा है आप मेरे सुझावों पर गौर करेंगे.
Quote from: हेम पन्त on March 25, 2010, 12:02:21 PMराजेन्द्र जी में एक अच्छे कलाकार के गुण मौजूद हैं. हम आशा करते है कि आप "हिट मेरा दगाड़ा" या "याद ऊंछी तेरि" टाइप गानों से हटकर कुछ मौलिक गाने रचेंगे जिसमें पहाड़ की संस्कृति और सभ्यता के दर्शन होंगे. साथ ही आपसे निवेदन है कि आप पहाड़ में रह रहे सच्चे लोककलाकारों से मिलकर पारम्परिक गीत-संगीत और वाद्ययन्त्र भी सीखते रहिये.आशा है आप मेरे सुझावों पर गौर करेंगे. हेम पन्त जी नमस्कार आप ने मुझे एक बहुत अच्छी बात बताई की ऐसा गाना लिखो जिसमे हमारी संस्कृति और सभ्यता के दर्शन हो! तो पन्त जी में जरुर लिखूंगा मुझे एक ऐसा टोपिक बता दीजिये की मुझे आसानी हो लिखने में धन्यवाद
राजेन्द्र भाई,वैसे तो मुझे संगीत का कोई अधिक ज्ञान नहीं है, लेकिन एक श्रोता के तौर पर मैं चाहूंगा कि आप पहाड़ों में रहने वाले लोगों के दुखदर्द (पानी की समस्या, महिलाओं की स्थिति), पर्यावरण संरक्षण, राजनीतिक हलचलों और पौराणिक कथाओं और व्यक्तियों पर आधारित सुन्दर गाने बनायें.Quote from: राजेंद्र बिष्ट on March 26, 2010, 11:44:31 AMQuote from: हेम पन्त on March 25, 2010, 12:02:21 PMराजेन्द्र जी में एक अच्छे कलाकार के गुण मौजूद हैं. हम आशा करते है कि आप "हिट मेरा दगाड़ा" या "याद ऊंछी तेरि" टाइप गानों से हटकर कुछ मौलिक गाने रचेंगे जिसमें पहाड़ की संस्कृति और सभ्यता के दर्शन होंगे. साथ ही आपसे निवेदन है कि आप पहाड़ में रह रहे सच्चे लोककलाकारों से मिलकर पारम्परिक गीत-संगीत और वाद्ययन्त्र भी सीखते रहिये.आशा है आप मेरे सुझावों पर गौर करेंगे. हेम पन्त जी नमस्कार आप ने मुझे एक बहुत अच्छी बात बताई की ऐसा गाना लिखो जिसमे हमारी संस्कृति और सभ्यता के दर्शन हो! तो पन्त जी में जरुर लिखूंगा मुझे एक ऐसा टोपिक बता दीजिये की मुझे आसानी हो लिखने में धन्यवाद