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Uttarakhandi Films & Music Albums Lyrics - म्यूजिक एल्बम के गीतो के बोल
एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720:
उत्तराखंड मनोरंजन तुम थै कंण लग जी?
November 13, 2016 ·
पैली यानू त कबी नि ह्ववे कबी नि ह्ववे
पैली यानू त कबी नि ह्ववे कबी नि ह्ववे
अब ह्ववे त क्यान ह्ववे क्यान ह्ववे..
मन अपडा बस मा नि राई,
क्वि ऊपरी मन बसी ग्याई.. हो….ओ..
मन मा क्यफ़णि सी
क्यफ़णि झणि क्यँन हूंद
तन मा कुतगली सी कुतगाली से
झणि कु लगांद कुछ ह्ववे गे मी थे,
कुछ ह्ववे गे मी थे
ह्वाई क्याच…ह्वाई क्याच
समझ मा नि आई….
मन आपदा बस मा नि राई.. ….हो. हो हो..
तेरी आंखि रक रक रक रक्रियट के कु कनि च
तेरी जीकुड़ी धक धक धक धक़दीयाट के न कनि चा
बैध बुला ज़रा, दारू दवे करा..
सदनीयूँ कु….सदनी कु रोग लगी ग्याई.
क्वि ऊपरी मन बसी ग्याई.. हो….ओ..
क्वि ऊपरी मन बसी ग्याई.
मन आपदा बस मा नि राई……..हो. हो हो..
.मन आपडा बस मा नि राई….हो. हो हो..
मन आपदा बस मा नि राई.
दिल मा बनबनी का बनबनी का फूल खिलिया न…
सुपीन्या रंग रंगीला रंग रंगीला रंगों मा रंगीया न..
मायादार संग मा.. माया का रंग मा
धरती-आ.. धरती आकाश रंगी ग्याई …
क्वि ऊपरी मन बसी ग्याई.. हो….ओ..
क्वि ऊपरी मन बसी ग्याई.
उत्तराखंडी भाषा को बढ़वा देने के लिये
पैली यानू त कबी नि ह्ववे कबी नि ह्ववे
चल चित्र के निचे गीत लिखा है बस
उत्तराखंड मनोरंजन तुम थै कंण लग जी?
बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720:
Published on Oct 3, 2016
हे मै नि जन्या नेपाल राम्रो ल्गयो ऐ गढ़वाल मा
ऐ कांची आईला हजूर
हे कांचा हँ कांची
हे मै नि जन्या नेपाल राम्रो ल्गयो ऐ गढ़वाल मा
मै नि जन्या नेपाल राम्रो ल्गयो ऐ गढ़वाल मा
मै नि जन्या नेपाल राम्रो ल्गयो ऐ गढ़वाल मा
मै नि जन्या नेपाल राम्रो ल्गयो ऐ गढ़वाल मा
नेपाल बाटा अन्या हो पैंसा खूब कमन्या हो
नेपाल बाटा अन्या हो पैंसा खूब कमन्या हो
कबि कबि छुटि करके
कबि कबि छुटि करके
पत्नी को हजूर पत्नी को घुमन्या हो
राम्रो ल्गयो ऐ गढ़वाल मा
मै नि जन्या नेपाल राम्रो ल्गयो ऐ गढ़वाल मा
मै नि जन्या नेपाल राम्रो ल्गयो ऐ गढ़वाल मा
मेहनत मजूरी कन्या हो भारी बोझा सकन्या हो
मेहनत मजूरी कन्या हो भारी बोझा सकन्या हो
रात दिन हसन्या खेलन्या रात दिन हसन्या खेलन्या
जिंदगी हजूर जिंदगी कटन्या हो
राम्रो ल्गयो ऐ गढ़वाल मा
मै नि जन्या नेपाल राम्रो ल्गयो ऐ गढ़वाल मा
मै नि जन्या नेपाल राम्रो ल्गयो ऐ गढ़वाल मा
फौजी छुटि अन्या हो ऊँनका बक्सा फालन्या हो
फौजी छुटि अन्या हो ऊँनका बक्सा फालन्या हो
घर पुंछीकि सुदार साब घर पुंछीकि सुदार साब
दारू खूब हजूर दारू खूब पिलान्या हो
राम्रो ल्गयो ऐ गढ़वाल मा
मै नि जन्या नेपाल राम्रो ल्गयो ऐ गढ़वाल मा
मै नि जन्या नेपाल राम्रो ल्गयो ऐ गढ़वाल मा
हमरा नेपाल बी ऐसा ही है तुमरा मुल्क जैसा ही है
हमरा नेपाल बी ऐसा ही है तुमरा मुल्क जैसा ही है
अन्न पानी खूब पर अन्न पानी खूब पर
कमती बस हजूर कमती बस पैंसा है
राम्रो ल्गयो ऐ गढ़वाल मा
मै नि जन्या नेपाल राम्रो ल्गयो ऐ गढ़वाल मा
मै नि जन्या नेपाल राम्रो ल्गयो ऐ गढ़वाल मा
मै नि जन्या नेपाल राम्रो ल्गयो ऐ गढ़वाल मा
मै नि जन्या नेपाल राम्रो ल्गयो ऐ गढ़वाल मा
मै नि जन्या नेपाल राम्रो ल्गयो ऐ गढ़वाल मा
मै नि जन्या नेपाल राम्रो ल्गयो ऐ गढ़वाल मा
मै नि जन्या नेपाल राम्रो ल्गयो ऐ गढ़वाल मा
मै नि जन्या नेपाल राम्रो ल्गयो ऐ गढ़वाल मा
उत्तराखंडी भाषा को बढ़वा देने के लिये
मै नि जन्या नेपाल
चल चित्र के निचे गीत लिखा है बस
उत्तराखंड मनोरंजन तुम थै कंण लग जी?
बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720:
मिल कौथिक जाणा बाबा.. झमा कौ
मैमा नि छी पैंसा
अपर मां मा जा अपर मां मा मांग
ना मि अ अ अं
मिन कक ळाणी पैंसा भाग
मिल कौथिक जाणा बाबा.. झमा कौ
मिल कौथिक जाणा बाबा..झमा कौ
चूड़ी हुयी जाणी बाबा..झमा कौ
चूड़ी हुयी जाणी बाबा..झमा कौ
मिल कौथिक जाणा बाबा..झमा कौ
चूड़ी हुयी जाणी बाबा..झमा कौ
कौथिगा नि जाणु बेटी ..झमा कौ
ऐ कौथिगा नि जाणु बेटी ..झमा कौ
यारो बल माना बेटी..झमा कौ
तिळ कौथिक नि जाणु बेटी ..झमा कौ
कौथिग नि जाणु बेटी ..झमा कौ
बल कनि बनी का बैख बेटी..झमा कौ
मिल कौथिक जाणा बाबा..झमा कौ
मिल कौथिक जाणा बाबा..झमा कौ
चूड़ी हुयी जाणी बाबा..झमा कौ
चूड़ी हुयी जाणी बाबा..झमा कौ
मिल कौथिक जाणा बाबा..झमा कौ
चूड़ी हुयी जाणी बाबा..झमा कौ
हे तू कौथिग लागि बेटी ..झमा कौ
खाणा को तू जैले बेटी ..झमा कौ
अणि अपड़ी माँ थे पूछ बेटी ..झमा कौ
यख मेरी नि चलिदी बेटी ..झमा कौ
तिळ कौथिग नि जाणु बेटी ..झमा कौ
जरा बौलियों मान म्यारू बेटी ..झमा कौ
मिल कौथिक जाणा बाबा..झमा कौ
मिल कौथिक जाणा बाबा..झमा कौ
चूड़ी हुयी जाणी बाबा..झमा कौ
चूड़ी हुयी जाणी बाबा..झमा कौ
मिल कौथिक जाणा बाबा..झमा कौ
चूड़ी हुयी जाणी बाबा..झमा कौ
जादा जिद नि कादा बेटी ..झमा कौ
ऐ जादा जिद नि कादा बेटी ..झमा कौ
छै केकी ओँथि च बेटी ..झमा कौ
ऐ कौथिग जाणा कि बेटी ..झमा कौ
जाणा को तू जैले बेटी ..झमा कौ
अणि अपड़ो बौडा पुछा बेटी ..झमा कौ
मिल कौथिक जाणा बाबा..झमा कौ
मिल कौथिक जाणा बाबा..झमा कौ
चूड़ी हुयी जाणी बाबा..झमा कौ
चूड़ी हुयी जाणी बाबा..झमा कौ
मिल कौथिक जाणा बाबा..झमा कौ
चूड़ी हुयी जाणी बाबा..झमा कौ
जाणा को तू जैले बेटी ..झमा कौ
अणि अपड़ी बौडी पूछ बेटी ..झमा कौ
हे मेरी नि चलेदी बेटी ..झमा कौ
जादा जिद ना कर बेटी ..झमा कौ
जाणा को तू जैले लाटी ..झमा कौ
अणि अपड़ी बौडी पूछी बेटी ..झमा कौ
जगदीश बकरोल जी की आवाज में
उत्तराखंडी भाषा को बढ़वा देने के लिये
मिल कौथिक जाणा बाबा.. झमा कौ
चल चित्र के निचे गीत लिखा है बस
उत्तराखंड मनोरंजन तुम थै कंण लग जी?
बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720:
सरग तारा
सरग तारा ....सरग तारा
जुन्याली रता
को सुनलो हाय हाय यो मेरी बात ?
पाणी को मसिक सुवा पाणी को मसिक ।
तू भूलालि भूल चलि मैं भूलू कसीक ?
सरग तारा ....सरग तारा
जुन्याली रता
को सुनलो हाय हाय यो मेरी बात ?
तिम्ली कु पाता सुवा तिम्ली कु पाता ?
ताड़ को मामूल ह्वैगे ना बुझोंन हाथ
तिम्ली कु पाता सुवा तिम्ली कु पाता ?
सरग तारा ....सरग तारा
जुन्याली रता
को सुनलो हाय हाय यो मेरी बात ?
दो तारिका तारा सुवा दो तारिका तारा ?
मेरी सेवा लागि जावे देबी का दरबारा
मेरी सेवा लागि जावे देबी के दरबारा
सरग तारा ....सरग तारा
जुन्याली रता
को सुनलो हाय हाय यो मेरी बात ?
उत्तराखंडी भाषा को बढ़वा देने के लिये
हो सरग तारा , जुन्याली रात|
चल चित्र के निचे गीत लिखा है बस
उत्तराखंड मनोरंजन तुम थै कंण लग जी?
बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720:
धार मा की तोणी डाळी छैलू कतै ना
धार मा की तोणी डाळी छैलू कतै ना
जिंका बाण बौल्या बणियों विंथें पते ना
धार मा की तोणी डाळी छैलू कतै ना
जिंका बाण बौल्या बणियों विंथें पते ना
जिंका बाण बौल्या बणियों
जिंका बाण बौल्या बणियों विंथें पते ना
धार मा की तोणी डाळी छैलू कथे ना
जिंका बाण बौल्या बणियों विंथें पते ना
विंथें पते ना विंथें पते ना विंथें पते ना
घुंघरायाळी लटुळी विंकी मुखड़ी कि शान
विंछे मेरि माया मधुळी वि जियूं जान
घुंघरायाळी लटुळी विंकी मुखड़ी कि शान
विंछे मेरि माया मधुळी वि जियूं जान
मन खित खिळ जांदू सच्ची विंथे देख्यान
अब नि रैई क्वी कसर व्हैगे वा ज्वान
मन बसिगे सुध बुध कतै ना
जिंका बाण बौल्या बणियों विंथें पते ना
मन बसिगे सुध बुध कतै ना
जिंका बाण बौल्या बणियों विंथें पते ना
विंथें पते ना विंथें पते ना विंथें पते ना
फ़ुर्सत मा विधातान कया रूप बणई
फ़ुर्सत मा विधातान कया रूप बणई
खुटूभतिन मुंड तलक खुभ सजाई
कया आँखि कया नाक सच्ची दतुडी छपाक
गजब हिटणु आह ...लंबी टपाक
जिकोडी माया तेरी विंथे मठेण
जिं का बाण बौल्या बणियों विं थें पते ना
जिकोडी माया तेरी विंथे मठेण
जिंका बाण बौल्या बणियों विंथें पते ना
जिंका बाण बौल्या बणियों
जिंका बाण बौल्या बणियों विंथें पते ना
धार मा की तोणी डाळी छैलू कतै ना
जिंका बाण बौल्या बणियों विंथें पते ना
विंथें पते ना विंथें पते ना विंथें पते ना विंथें पते ना
उत्तराखंडी भाषा को बढ़वा देने के लिये
धार मा की तोणी डाळी छैलू कतै ना
चल चित्र के निचे गीत लिखा है बस
उत्तराखंड मनोरंजन तुम थै कंण लग जी?
बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
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