दोनों दिन के कार्यक्रम में अपने भाषणों के दौरान वक्ताओं ने वर्तमान राजनैतिक परिदृश्य में उत्तराखण्ड क्रान्ति दल के निराशाजनक प्रदर्शन पर स्पष्ट शब्दों में नाराजगी जाहिर की. जिस पर
यू.के.डी. के संस्थापक सदस्य व उत्तराखण्ड आन्दोलन के प्रमुख नेता श्री काशी सिंह ऐरी ने अपना स्पष्टीकरण रखने का प्रयास किया.
उन्होने पार्टी में संगठन की कमी को कबूल किया. दल सरकार में होते हुए भी अपनी मांगे नहीं मनवा पा रहा है इसका कारण उन्होने लोकतन्त्र में राजनीतिक मजबूरी और सदन में अपने दल के विधायकों की संख्या पर्याप्त न होने के कारण सरकार पर दवाब न बना पाना बताया.