लोकगीतों पर जमकर थिरके दर्शक
पौड़ी गढ़वाल। ऐतिहासिक रामलीला मैदान में आयोजित शरदोत्सव-07 की छठवीं संध्या लोक गायक नरेंद्र सिंह नेगी व साथियों के नाम रही। हास्य कलाकार घनानंद के चुटकुलों ने भी दर्शकों को खूब गुदगुदाया। इस सांस्कृतिक संध्या पर दर्शक देर रात तक थिरकते रहे।
शरदोत्सव-07 की छठवीं संध्या पर नरेंद्र सिंह नेगी ने कार्यक्रम की शुरूआत जौ जस देई, दैणू ह्वें जैई.. गीत से की। इसके बाद श्री नेगी ने काफी पुराने गीत कनु लड़िक बिगड़ि म्यारु ब्वारि कैरिकी.., उचा-निसा डांडों मा टेढ़ा-मेढ़ा बाटों मा.., नयु-नयु ब्योच मिठि-मिठि छ्वीं लगौला.., कु ढूंगी नी पूजी मीन.. आदि गाने प्रस्तुत कर पुरानी यादें ताजा कर दी। गायिका मीना राणा ने मुल-मुल हैंसि की सुपन्यों मा आई.., गीत प्रस्तुत करने के अलावा नेगी के साथ युगल गीत भलु लगदु भनुली तेरु मुल-मुल हैसुणू.., सुतरा कि दौंलि.., द्वी गती बैशाख सुरमा.. प्रस्तुत किए, जिन पर दर्शक खूब थिरके। इसके बाद गायक नेगी ने मेरी डांडी कांठयूं का मुलक जैल्यू बसंत ऋतु मा ऐई.. गीत गाकर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम में हास्य कलाकार घन्ना भाई ने भी दर्शकों का खूब मनोरंजन किया। इससे पूर्व शरदोत्सव की संध्या का विधिवत उद्घाटन भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री मोहन सिंह रावत 'गांववासी' ने किया। शरदोत्सव समिति के अध्यक्ष एवं पालिकाध्यक्ष गणेश नेगी ने मुख्य अतिथि सहित आमंत्रित अतिथिगणों को स्मृति चिह्न भेंट कर सम्मानित किया।