लोक कलाकारों के नाम रही सोमवार की रात
कनालीछीना (पिथौरागढ़)। पांच दिवसीय कनालीछीना महोत्सव के चौथे दिन विभिन्न खेल कूद प्रतियोगिताएं आयोजित की गयी । वहीं विभिन्न विद्यालयों के छात्र-छात्राओं ने आकर्षक रंगारंग कार्यक्रम पेश किये।
सोमवार की रात को कुमाऊं स्टार नाइट के तहत स्थानीय लोक कलाकारों ने अपने हुनर का प्रदर्शन किया। लोक कलाकारों के गीतों पर दर्शक भी झूम उठे। कनालीछीना क्षेत्र के ही प्रसिद्ध गायक गोविन्द दिगारी, वड्डा के सुरेश प्रसाद सुरीला, पिथौरागढ़ के प्रकाश रावत, दिनेश बेरी, खुशी जोशी, कैलाश कुमार, जीतेन्द्र तुमक्याल , बबिता और लता जैसे कलाकारों ने दर्शकों को झूमने को मजबूर कर दिया। लोक कला पर आधारित कार्यक्रमों को देखने कड़ाके की ठण्ड के बीच दर्शक मध्य रात्रि तक जमे रहे।
मंगलवार को दिन में सम्पन्न जलेबी दौड़ जूनियर वर्ग में प्रेमा भण्डारी प्रथम, ईशा जोशी द्वितीय और रिंकू तृतीय, सीनियर वर्ग में अंजना पाण्डेय, प्रथम, ज्योति भण्डारी द्वितीय और निर्मला पाण्डेय तृतीय स्थान पर रही। जलेबी दौड़ ओपन प्रतियोगिता में सुश्री ईश्वरी , पल्लवी और श्रीमती पुष्पा बिष्ट क्रमश पहले, दूसरे और तीसरे स्थान पर रही। रस्साकस्सी में सिरौली प्रथम और जीआईसी कनालीछीना दूसरे स्थान पर रहे।
कुर्सी दौड़ जूनियर वर्ग में नीतू प्रथम, रिंकू द्वितीय और रेखा तृतीय , सीनियर वर्ग में पल्लवी प्रथम, ईश्वरी द्वितीय, रेनू कुंवर तृतीय स्थान पर रही। कुर्सी दौड़ जूनियर में सुरेन्द्र खड़ायत प्रथम, दीपक जोशी द्वितीय और रश्मि भण्डारी तृतीय रही जबकि पुरुष वर्ग में कैलाश कापड़ी प्रथम, सुनील कन्याल द्वितीय ओर पूरन सिंह तृतीय स्थान पर रहे। प्रतियोगिताओं के निर्णायक हेमलाल वर्मा, मदन साही, एनडी पंत, दीप पंत, सुनील कन्याल, कैलाश जोशी, उमेद दिगारी, प्रीति वर्मा, विद्या सागर, पदमा पंत, पुष्पा बिष्ट, गीता कापड़ी, रेनू कुंवर , शशि भण्डारी और डम्बर सिंह थे।
महोत्सव के सांस्कृतिक मंच पर मंगलवार को एलएसडब्ल्यु इण्टर कालेज भाटकोट पिथौरागढ़, सरस्वती बालिका विद्या मंदिर पिथौरागढ़, शिशु मंदिर पिथौरागढ़ , राइका डोर के बच्चों के सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित हुए। सांस्कृतिक कार्यक्रमों के मुख्य अतिथि जिला पंचायत अध्यक्ष किशन भण्डारी थे। उन्होंने अपने सम्बोधन में बच्चों द्वारा प्रस्तुत कार्यक्रमों की सराहना करते हुए कहा कि इस प्रकार के मंचों के माध्यम से कला के प्रदर्शन का मौका मिलता है। मंच का संचालन कै.डीएस वल्दिया, भाष्कर जोशी और श्रीमती रेखा जोशी ने किया।