२००४ में:- २००३ की अच्छी प्रस्तुति के कारण श्री शिवदत्त पन्त जी को पुन: २००४ की उत्तरैनी के लिए बुलाया गया उन के साथ थे राजू, गोपाल मठपाल, माया उपाध्याय, हेमा ध्यानी, मोहनी सतबोला, संजय कमोला, तारा गुसाई, ललित मोहन धौलाखंडी, द्वारिका नौटियाल/
२००७ में: श्री बिशन सिंह हरियाला जी को एक बार और बुराडी आने का निमत्रण दिया गया / श्री हरियाला जी भी उन कलाकारों की श्रेणी में आते है जिनके नाम से ही लोग कार्यक्रम देखने आते है/
२००८ में:- २००४ के बाद श्री शिवदत्त पन्त जी की पार्टी को उत्तरैनी कौत्तिक-२००८ के लिए बुलाया गया / ४ साल के बाद पन्त जी ने अपना अनुभव पूरा का पूरा इस कार्यक्रम को सफल बनाने में लगा दिया /
गोपाल मठपाल, आशा नेगी, मंगला रावत, ललित मोहन धौलाखंडी आदि कलाकारों ने भाग लिया /