मेरे विचार से मेरा पहाड़ के स्वरूप को व्यवस्थित किया जन चाहिए और यह भी निश्चित किया जन चाहिए की यह एक फॉरम है, ब्लॉग है या पोर्टल| अगर इसका स्वरूप एक पोर्टल का रखना है टू इसका interface totally change करना होगा, मेरे विचार से ब्लॉग टू यह किसी हालत में नही है और वर्तमान में इसका स्वरूप एक फॉरम जैसा है|
मेरा पहाड़ फॉरम के size को देखते हुए इसमें टोपिक को व्यवस्थित किया जाना जरुरी है तथा moderators का बहुत ही अहम् रोल है| क्योंकि चर्चा में अक्सर सदस्य विषय से भटक जाते हैं और विषय कुछ और शरू हो जाता है जबकि टोपिक कुछ और होता है|
मेरे विचार से मेरा पहाड़ के स्वरूप को व्यवस्थित किया जन चाहिए और यह भी निश्चित किया जन चाहिए की यह एक फॉरम है, ब्लॉग है या पोर्टल| अगर इसका स्वरूप एक पोर्टल का रखना है टू इसका interface totally change करना होगा, मेरे विचार से ब्लॉग टू यह किसी हालत में नही है और वर्तमान में इसका स्वरूप एक फॉरम जैसा है|
मेरा पहाड़ फॉरम के size को देखते हुए इसमें टोपिक को व्यवस्थित किया जाना जरुरी है तथा moderators का बहुत ही अहम् रोल है| क्योंकि चर्चा में अक्सर सदस्य विषय से भटक जाते हैं और विषय कुछ और शरू हो जाता है जबकि टोपिक कुछ और होता है|
मुझे चैट रूम की कोई आवश्यकता नही लगती, फॉरम के threads में ही कई विषय और परिचय हो सकता है पर्सनल मेसेज का प्रोविसिओं टू है ही| वैसे भी चैटरूम्स में कोई सार्थक चर्चा कभी नही होती है तथा मुझे नही लगता की मेरा पहाड़ को शुरू करने के उद्देश्यों में गप्पबाजी तो नही रहा होगा|