मेरा औण से हर्ष - हो कै त ह्वे ल्यो...ना हो मेरा जाना को दुःख- कै ना हो.. दुःख कै ना हो...mere aane se agar kisi ko khusi hoti ho, to ho mere jane ka dukh kisi ko na ho.
आज विचार यह लोक्क्ति पर पहाड़ चेला, देश क जति (भैसा)जीवन एक सा छो मतलब :पहाड़ के नवजवान जिसे रोजगार की तलाश में पहाड़ से बहार जाना होता है और उसकी जिन्दगी मे जो कष्ट आते है और शहरों मे भैसा जैसे किसी cart को दिन भर pull करना होता है, उसके बराबर है !बहुत हद तक बात सही है ! लेकिन अभी कुछ बदलाव है !