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Today's Thought - पहाड़ के मुहावरों/कथाओं एवं लोक गीतों पर आधारित: आज का विचार

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एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720:
दोस्तो,

हमारे संस्कृति मे, लोक कथाओ और लोक गीतों मे कई एसे तथ्य है जिनमे से हम कुछ तथ्यों यहाँ पर " आज के विचार" के रूप व्यक्त करेंगे ! जिससे की हमारी संस्कृति को और बढावा मिल सकता है !

आशा है आप एसे तथ्यों को यहाँ पर  आज के विचार" के रूप व्यक्त करेंगे

एम् एस मेहता

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720:

इस लाइन देखए "

" दुःख दुःख झान कए
"दुःख छो दुनिया क "
इसका तात्पर्य है... 

हर इन्सान इस दुनिया मे दुखी है.. कई बार इन्सान भावनाओ मे बहकर अपना ही दुःख जयादा समझाता है.

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720:

Hope. .our members would put some kinds of similar thought here.


--- Quote from: M S Mehta on May 08, 2008, 02:05:19 PM ---
इस लाइन देखए "

" दुःख दुःख झान कए
"दुःख छो दुनिया क "[/b]
इसका तात्पर्य है... 

हर इन्सान इस दुनिया मे दुखी है.. कई बार इन्सान भावनाओ मे बहकर अपना ही दुःख जयादा समझाता है.

--- End quote ---

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720:

आज विचार ... . गोस्वामी जी का यह गाने की लाइन

 यो मेरो भारत ताज
मेरो कुमाओं गड़वाल
येकी माया नियारी रे ...

हेम पन्त:
बहुत सुन्दर


--- Quote from: M S Mehta on May 09, 2008, 10:18:51 AM ---
आज विचार ... . गोस्वामी जी का यह गाने की लाइन

 यो मेरो भारत ताज
मेरो कुमाओं गड़वाल
येकी माया नियारी रे ...

--- End quote ---

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