Negi ji
मुझे लगता है शायद मधुलिका जी ने यह साईं बाबा का यह एल्बम लालच या बहुत पैसे कमाने के लिए नहीं कर रहे होंगे! जैसा ही हमने पहले लिखा है मधुलिका जी कुछ स्वास्थ्य के निजी कारणों से उत्तराखंडी लोक संगीत से बहुत लम्बे समय तक दूर रही है उनका इलाज भी चल रहा है! उनका बीमारी के कारण हमारे लोक संगीत में वापस आना मुस्किल हो गया था लेकिन आप सब लोगो की दुवाओ से मधुलिका नेगी जी फिर से वापसी कर रहे है साईं भजन से!
इससे पहले भी उन्होंने हिंदी में साईं भजन गाये है! मधुलिका नेगी मात्र एक ऐसी कलाकार है उत्तराखंड के लोक संगीत में जिन्होंने ने क्लास्सिकल संगीत सीखा हुवा है!
मुझे इसमें किसी भी प्रकार का लालच नहीं दिखता है! किसी भी कलाकार के लिए मुसीबात से वापस आना और फिर अपने क्षेत्र में कदम बढाना बहुत मुस्किल है!
आशा है आप इसे अन्यथा नहीं लेंगे १
भगवान का भजन करना धर्म की बात है, मगर लालच के लिए भजन करना उतना ही बडा पाप.
नेगी जी आशा करता हु की भगवान आपकी भगवान लीला समपुर्ण करे.