श्रीमान प्रीतम भरतवान जी मेरा पहाड़ में आपका बहुत बहुत स्वागत है |
मैं विजय सिंह बुटोला मूल रूप से ग्राम अमोली ,पट्टी बारजुला, टिहरी गढ़वाल का निवासी हूँ | वर्तमान समय में दिल्ली में रहता हूँ |
आज के इस व्यस्त जीवन में अपने पहाड़ से दूर जब में आपके गए गीत, भजन,जगार व् वार्ता सुनता हूँ तो मन को बड़ी प्रसन्नता होती है | मैं आपका आपके द्वारा गए गए गीतों को बहुत अधिक पसंद करता हूँ ,सभी गीत कर्णप्रिय होते है |
आप सर्वत्र जगार सम्राट के नाम से भी विख्यात है | इस आधुनिक युग में जहा हम सभी अपने संस्कार, लोक संस्क्रति व् लोक कला को बिसरते जा रहे है तो ऐसे में आपके द्वारा जाए गीतों में हमें पुन: अपनी संस्कृति की याद आ जाती है और हम सब उसमे खो जाते है तथा चित्त में एक नई आभा का अहसास होता है |
धन्य है आप जिनके फलस्वरूप आज हमें उत्तराखंड की पारंपरिक व् लोक संगीत गायन शैली का श्रवण करने का अवसर मिलाता है | आपका यह प्रयास निसंदेह हम सभी के लिए प्रेरणास्रोत है |
मेरी परमपिता परमात्मा से यही प्रार्थना है की आप दिन दुनी रत चौगनी तरक्की करते रहे व आप सदा इसी प्रकार अपने गायन शैली के माध्यम से हम सभी श्रोताओ को आनंदित करते रहे तथा हमें अपनी संस्कृति की याद दिलाते रहे |
शुभकामनाओ सहित
विजय सिंह बुटोला
09891207791